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यूपी: मिर्जापुर में गाय चराने निकले बालक की नदी में मिली लाश, परिजनों को हत्या की आशंका
संतोष देव गिरि की रिपोर्ट
मिर्जापुर। उत्तर प्रदेश, खासकर पूर्वांचल में बढ़ रहे हत्या इत्यादि जैसे अपराधिक घटनाओं ने कानून व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया है। मिर्जापुर जिले के पड़री थाना क्षेत्र के दूबेपुर महेवा गांव से शनिवार 17 अक्टूबर को लापता हुए 10 वर्षीय किशोर का शव दूसरे दिन रविवार को सुबह 7 बजे नदी में मिलने से परिजनों और गांववालों में कोहराम मच गया।
किशोर शनिवार को सुबह गाय चराने निकला था। उसके गले पर सूजन पायी गई है और आंख से खून निकल रहा था। अपहरण कर हत्या किए जाने की आशंका जताई जा रही है। किशोर का शव मिलते ही जंगल में आग की तरह यह खबर फैल गई थी जिससे मौके पर सैकड़ों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी।
जानकारी के अनुसार शनिवार 17 अक्टूबर को दुबेपुर महेवा गांव निवासी बलराम यादव का 10 वर्षीय पुत्र शनि दोपहर बाद गाय चराने घर से नदी की ओर निकला था, जो देर रात्रि तक घर वापस नहीं पहुंचा। परिजनों ने आस-पास के लोगों से पूछताछ की और काफी खोजबीन के बाद जब किशोर न मिला तो पुलिस को घटना की सूचना दी। सूचना पर पड़री थाना पुलिस द्वारा खजुरी नदी में जाल डलवाकर तलाश करवायी गयी, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा।
परिजन भी देर रात तक खोजबीन करने में जुटे रहे। दूसरे दिन 18 अक्टूबर 2020 की सुबह 7 बजे के करीब नदी में शव प्राप्त होने की सूचना पर गांव में सनसनी फैल गई। मौके पर पहुंची पुलिस आनन-फानन में शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बलराम यादव के तीन पुत्रों में शनि सबसे बड़ा व कक्षा 5वीं का छात्र था।
परिजनों के अनुसार दोपहर बाद शनि गाय चराने घर से निकला था। शाम को उसके पहुंचने से पहले ही गायें घर पहुंची तो परिजन खोजबीन करने लगे और नहीं मिलने पर स्थानीय चौकी पैड़ापुर को लिखित तहरीर देकर घटना से अवगत कराया। घटना की सूचना पर पुलिस गांव के पास स्थित नदी तक पहुंची और जाल डलवाकर खोजबीन की लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा। अंधेरा होने के कारण पुलिस ने अगले दिन सुबह शनि को ढूंढ़ने का आश्वासन दिया लेकिन पुलिस कुछ करती कि सुबह होने पर उसकी लाश मिली।
बीते माह 27 सितम्बर की रात में शनि के ताऊ मेवालाल यादव के घर अज्ञात चोरों ने चोरी की घटना को अंजाम दिया था, जिसको लेकर भी गांव में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है। सबसे बड़ी बात यह है कि पुलिस ने मामले में अब तक उस मामले में एफआईआर तक दर्ज नहीं की है और ना ही खुलासा कर पाई है। विदित हो कि इसके पूर्व 2012/13 में भी मेवालाल यादव के घर में चोरों ने घर का दरवाजा तोड़ कर लाखों का माल साफ कर दिया था जिसका खुलासा आज तक नहीं हो पाया है।
घटना को लेकर क्षेत्र में जहां तरह-तरह की चर्चाएं हैं, वहीं पड़री पुलिस की भी भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है। यह भी चर्चा है कि पुलिस मामले को आपसी घरेलू विवाद की तरफ मोड़ने का प्रयास कर रही है, जबकि शोकाकुल परिवार, गांव के कुछ लोग व उनके यहां पहुंचे रिश्तेदारों ने भाइयों के विवाद का खंडन किया। हालांकि पड़री पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। लेकिन परिजनों को इस बात का संशय जरूर है कि 20 दिनों पूर्व हुए घर में चोरी की घटना पर पुलिस ने खानापूर्ति के अलावा कुछ भी नहीं किया।
हैरान करने वाली बात यह है कि शनि की लाश जिस अवस्था में मिली है उसे देख हर कोई अचरज में है कि आखिरकार यह कैसे हुआ? यह अचरज करने वाली बात भी है क्योंकि शनि जब घर से निकला था तो उसके पूरे शरीर पर कपड़े थे तथा वह जूते भी पहने हुआ था, लेकिन जब उसकी लाश मिली है तो उसके शरीर पर एकमात्र अंडरवियर और पैरों में जूते थे, शेष कपड़े नदारद थे, जिसने परिजनों सहित ग्रामीणों को भी हैरत में डाल रखा है कि आखिरकार उसके शेष कपड़े कहां गए, यह जांच का विषय है!
घटना को लेकर कयासों का बाजार गर्म है। शनिवार को शनि के लापता हो जाने की सूचना पर नदी पर पहुंची पुलिस ने जिस स्थान पर जाल डलवा कर छनवाया था रविवार सुबह 7 बजे उसी स्थान पर बालक का शव मिला। जबकि उसी जगह पर परिजनों सहित रिश्तेदारों द्वारा रात्रि व भोर से ही आशंका वश छानबीन की जा रही थी।
बालक की मौत को लेकर ग्रामीणों में जहां आक्रोश देखा जा रहा है, वहीं लोगों में पुलिस की कार्यप्रणाली को भी लेकर आक्रोश है। लोगों का आरोप रहा है कि लाश मिलने के तकरीबन 2 घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची है।