Begin typing your search above and press return to search.
उत्तर प्रदेश

कर्ज, बीमा कंपनियों की लूट से बुंदेलखंड में हो रही हैं किसानों की आत्महत्याएं, योगी सरकार जिम्मेदार- लल्लू

Janjwar Desk
2 Nov 2020 3:10 PM GMT
कर्ज, बीमा कंपनियों की लूट से बुंदेलखंड में हो रही हैं किसानों की आत्महत्याएं, योगी सरकार जिम्मेदार- लल्लू
x
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि बुंदेलखंड के किसानों के साथ सरकार द्वारा घोर अन्याय किया जा रहा है, मात्र 68 हजार रुपये की छोटी सी धनराशि सरकार से न मिलने के कारण किसानों की जमा पूंजी अटक गई है, वही उनकी कृषि पर संकट है.....

लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने किसानों के मुद्दे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। पत्र में लल्लू ने कहा कि बुंदेलखंड के किसानों पर दोहरी मार पड़ रही है। एक तरफ प्राकृतिक आपदा दूसरी तरफ राज्य सरकार के दोहरे चरित्र व किसान विरोधी रवैये के चलते किसानों की हालत दयनीय होती जा रही है। किसानों को सिंचाई के वास्ते निजी नलकूपों के कनेक्शन पर समस्त औपचारिकता पूर्ण करने व बिजली विभाग द्वारा सत्यापन हो जाने के बाद भी विगत जुलाई माह से सरकार द्वारा पूर्व निर्धारित सब्सिडी न मिलने से फसलों की सिंचाई के संकट का सामना करना पड़ रहा है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने पत्र में आगे कहा है कि 530 किसानों द्वारा सामान्य योजना के अंतर्गत निजी नलकूप के लिए आवेदन किया गया था। बिजली विभाग द्वारा किसानों से औपचारिकताएं पूरी कराने व सभी शर्तों को मंजूर करने के बाद भी सरकार द्वारा मात्र 68 हजार की सब्सिडी उपलब्ध न कराने के चलते निजी नलकूप कनेक्शन नहीं हो पाए, जिस कारण फसलों की सिंचाई की समस्या से वह दो चार होने को मजबूर हैं।

उन्होंने आगे लिखा, यही नही सरकार की किसान विरोधी मानसिकता, प्राकृतिक आपदा में राहत न मिलने, बीमा कंपनियों द्वारा किसानों से प्रीमियम वसूल कर भाग जाने, खराब बीज, छुट्टा जानवरो के कारण चौपट हुई फसलों के लिये सरकारी राहत न मिलने ऊपर से बैंकों व साहूकारों के कर्ज के बोझ तले दबकर बुंदेलखंड के किसान आत्महत्या करने के लिये विवश होते रहे है। वही परिस्थितियां आज भी किसानों के सामने हैं किंतु जुमलेबाजी कर किसानो के साथ छल करने वाली भाजपा सरकार के एजेंडे में किसानों के लिये न जगह है न चिंता है।

उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड के किसानों के साथ सरकार द्वारा घोर अन्याय किया जा रहा है। मात्र 68 हजार रुपये की छोटी सी धनराशि सरकार से न मिलने के कारण किसानों की जमा पूंजी अटक गई है, वही उनकी कृषि पर संकट है जिससे उनके परिवार घोर आर्थिक संकट का सामना कर आत्महत्या के लिये विवश हो सकते हैं। आर्थिक संकट में गहरे फंसे किसानों पर बैंकों व साहूकारों का कर्ज अदायगी के लिये दबाव निरन्तर बना हुआ है किंतु सरकार को उनकी चिंता नही है, कृषि बीमा करने वाली कम्पनियों की लूट को भी सरकार ने अनदेखा कर किसानों को बदहाली के लिए विवश कर दिया है।

लल्लू ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में किसानों को तत्काल सब्सिडी उपलब्ध कराने व उनको राहत पैकेज देने की मांग की है उन्होने कहा कि कांग्रेस किसानों के साथ हर दुख दर्द में खड़ी है उनके लिये संघर्ष करती रहेगी।

Next Story

विविध