Begin typing your search above and press return to search.
उत्तर प्रदेश

DM Sahiba की गाय की देखभाल में लगाई गई 7 डॉक्टरों की ड्यूटी, आदेश वायरल होने पर मचा हड़कंप

Janjwar Desk
12 Jun 2022 4:08 PM IST
DM Sahiba की गाय की देखभाल में लगाई गई 7 डॉक्टरों की ड्यूटी, आदेश वायरल होने पर मचा हड़कंप, क्यों?
x

DM Sahiba की गाय की देखभाल में लगाई गई 7 डॉक्टरों की ड्यूटी, आदेश वायरल होने पर मचा हड़कंप, क्यों?

सोशल मीडिया में विभागीय आदेश वायरल होने के बाद से डीएम अपूर्वा दूबे की प्रशासनिक महकमे में जमकर किरकिरी हो रही है। साथ ही उन्हें ये समझ नहीं आ रहा है कि सीएम योगी तक बातें पहुंची, तो क्या जवाब दूंगी।

Fatehpur News : यूपी के फतेहपुर जिले के डीएम आवास में तीन गायों की तबीयत क्या खराब हुई, प्रदेश के प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया। डीएम अपूर्वा दूबे ( Fetehpur DM Apoorva Dubey ) की किरकिरी हो रही है सो अलग। किरकिरी इसलिए कि डीएम साहिबा ( DM Sahiba ) को खुश करने के मकसद मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने 7 डॉक्टरों की ड्यूटी गायों की देखभाल में लगा दी। यहां तक तो सबकुछ ठीक था लेकिन किसी ने विभागीय आदेश की कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। लेटर वायरल होने के बाद से यूपी में चर्चा इस बात की है कि जब सैकड़ों लोग बिना इलाज के मर जाते हैं तब क्या ये डीएम और चिकित्साधिकारी सोये रहते हैं?

फिलहाल, व्हाट्सएप ग्रुप में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी का आदेश वायरल होने के बाद से सरकारी महकमे में हड़कंप मच गया है। जब इस बारे में अपर मुख्य पशुधिकारी से बात की गई तो उन्होंने सच स्वीकार करते हुए कहा कि आदेश तो जारी किया गया है लेकिन किसी सरकारी कर्मचारी ने इस लेटर को शरारतपूर्ण ढंग से वायरल कर दिया है। समस्या यही से उठ खड़ी हुई है। सवाल यह है कि अगर हायर अथॉरिटी से इस बात को लेकर नोटिस जारी हुआ तो इसका जवाब क्या देंगे?

आदेश व्हाट्सएप ग्रुप में साझा करना पड़ा महंगा

दरअसल, फतेहपुर जिले की डीएम अपूर्वा दुबे ( Fetehpur DM Apoorva Dubey ) के आवास में पाली गई तीन गायों की तबीयत खराब होने के बाद पशु चिकित्सा विभाग ने रोटेशन के हिसाब से 7 डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई। इसके लिए विभागीय आदेश भी जारी किया गया। इतना ही नहीं, सरकारी आदेश वॉट्सएप ग्रुप में भी साझा किया गया। इसी आदेश पत्र को ग्रुप में जुड़े किसी कर्मचारी ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। आदेश पत्र वायरल होने के बाद से सरकारी महकमे में हड़कंप मच गया है। हड़कंप इसलिए कि सामंती सोच के पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने सोचा ही नहीं कि आदेश पत्र को कोई वायरल भी कर सकता है। हुआ ठीक इसके उलट। किसी ने आदेश पत्र को वायरल कर दिया। अब डीएम साहिबा अपूर्वा दूबे की किरकिरी जमकर हो रही है। साथ ही उन्हें ये समझ नहीं आ रहा है कि सीएम योगी तक ये बातें पहुंच गईं तो वो क्या जवाब देंगे। दूसरी तरफ पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को इस बात का डर सता रहा है कि कहीं उन्हें इसका खामियाजा न भुगतना पड़ जाए।

हड़कंप की वजह क्या है?

जिस में यूपी में डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से सैकड़ों लोगों की जान चली जाती है, उसी यूपी में डीएम ( DM apoorva Dubey ) के गाय की तबीयत क्या खराब हुई, पशु चिकित्सा विभाग ने अपने आका को खुश रखने के लिए डॉक्टरों की फौज उतार दी। इसके अलावा, चौंकाने वाली बात यह है कि सरकारी पत्र में लिखा हुआ है कि डीएम महोदया की गाय की चिकित्सा करने के लिए पशु चिकित्साधिकारी की प्रतिदिन सुबह-शाम की ड्यूटी लगाई जाती है। साथ ही पशु चिकित्साधिकारी डॉ. दिनेश कुमार सनगांव इन संबंधित डॉक्टरों से समन्वय स्थापित कर प्रतिदिन सुबह-शाम गाय को देखने की सूचना मुख्य चिकित्साधिकारी को फोन के माध्यम से देंगे। इस मामले में कोई भी लापरवाही अक्षम्य माना जाएगा।

इन डॉक्टरों की लगी है ड्यूटी




रोटेशन के हिसाब से सोमवार के दिन डॉ. मनीष अवस्थी (भिटौरा के पशु चिकित्साधिकारी), मंगलवार को डॉ. भुवनेश कुमार (पशु चिकित्साधिकारी ऐरायां), बुधवार को डॉ. अनिल कुमार (पशु चिकित्साधिकारी उकाथु), गुरुवार को अजय कुमार (पशु चिकित्साधिकारी गाजीपुर), शुक्रवार को डॉ. शिवस्वरूप (पशु चिकित्साधिकारी मलवां), शनिवार को डॉ. प्रदीप कुमार (पशु चिकित्साधिकारी असोथर) और रविवार को डॉ. अतुल कुमार (पशु चिकित्साधिकारी हसवा) की ड्यूटी डीएम साहिबा की गाय की देखभाल के लिए लगाई गई है।

अपूर्वा के पति हैं कानपुर के DM

बता दें कि डीएम अपूर्वा दुबे ( DM Apoorva dubey ) कानपुर के मौजूदा डीएम विशाख जी अय्यर की धर्म पत्नी हैं। राहत की बात यह है कि विगत डेढ़ वर्ष के कार्यकाल में किसी भी विवाद में आईएएस अपूर्वा ( IAS Apoorva Dubey ) का नाम नहीं आया। यहां पर इस बात का जिक्र करना भी जरूरी है कि फतेहपुर डीएम आवास में वर्तमान समय 3 गाय पाली जाती हैं।



(जनता की पत्रकारिता करते हुए जनज्वार लगातार निष्पक्ष और निर्भीक रह सका है तो इसका सारा श्रेय जनज्वार के पाठकों और दर्शकों को ही जाता है। हम उन मुद्दों की पड़ताल करते हैं जिनसे मुख्यधारा का मीडिया अक्सर मुँह चुराता दिखाई देता है। हम उन कहानियों को पाठक के सामने ले कर आते हैं जिन्हें खोजने और प्रस्तुत करने में समय लगाना पड़ता है, संसाधन जुटाने पड़ते हैं और साहस दिखाना पड़ता है क्योंकि तथ्यों से अपने पाठकों और व्यापक समाज को रू-ब-रू कराने के लिए हम कटिबद्ध हैं।

हमारे द्वारा उद्घाटित रिपोर्ट्स और कहानियाँ अक्सर बदलाव का सबब बनती रही है। साथ ही सरकार और सरकारी अधिकारियों को मजबूर करती रही हैं कि वे नागरिकों को उन सभी चीजों और सेवाओं को मुहैया करवाएं जिनकी उन्हें दरकार है। लाजिमी है कि इस तरह की जन-पत्रकारिता को जारी रखने के लिए हमें लगातार आपके मूल्यवान समर्थन और सहयोग की आवश्यकता है।

सहयोग राशि के रूप में आपके द्वारा बढ़ाया गया हर हाथ जनज्वार को अधिक साहस और वित्तीय सामर्थ्य देगा जिसका सीधा परिणाम यह होगा कि आपकी और आपके आस-पास रहने वाले लोगों की ज़िंदगी को प्रभावित करने वाली हर ख़बर और रिपोर्ट को सामने लाने में जनज्वार कभी पीछे नहीं रहेगा, इसलिए आगे आयें और जनज्वार को आर्थिक सहयोग दें।)

Next Story

विविध