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उत्तर प्रदेश

UP : हमीरपुर में पूर्व प्रधान और 2 बेटों पर फायरिंग, पिता-पुत्र की मौत, दूसरे बेटे की हालत नाजुक

Janjwar Desk
4 Nov 2020 9:52 AM IST
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file photo

बेटों पर हमले की जानकारी मिलते ही पिता पूर्व प्रधान पृथ्वीराज यादव व बड़ा बेटा दयाराम मौके पर पहुंचे। आरोपियों ने उन पर भी फायरिंग कर दी, जिसमे पूर्व प्रधान की गोली लगने से घटनास्थल पर ही मौत हो गई

जनज्वार। यूपी के जिला हमीरपुर की राठ कोतवाली स्थित ददरी गांव में मंगलवार 3 नवंबर की शाम दो भाई मोटरसाईकल से घर लौट रहे थे। पहले से घात लगाए करीब छह आरोपियों ने दोनों को अपने मकान के सामने रोककर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। बेटों के ऊपर हो रही फायरिंग की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे पूर्व प्रधान पिता को गोली लग गई। इस गोलीबारी में पिता पुत्र की मौत हो गई।

कोतवाली राठ के ददरी गांव निवासी पूर्व प्रधान 60 वर्षीय पृथ्वीराज यादव परिवार सहित गांव में ही रहते हैं। अस्पताल में इलाज करवा रहे उनके बेटे धीरेंद्र यादव ने बताया कि वह मंगलवार 3 नवंबर की शाम करीब साढ़े छह बजे बड़े भाई 35 वर्षीय जितेंद्र यादव के साथ खेत से लौट रहा था। गांव के रहने वाले कपिल राजपूत के दरवाजे से जैसे ही निकले, तभी कपिल व उसके पांच साथियों ने उनकी बाइक रोक ली।

रोके जाने के बाद अचानक सभी ने तमंचा निकालकर दोनों पर फायरिंग गोलियां चला दीं। गोली लगने से दोनों भाई लहुलुहान होकर जमीन पर गिर गए। बेटों पर हमले की जानकारी मिलते ही पिता पूर्व प्रधान पृथ्वीराज यादव व बड़ा बेटा दयाराम मौके पर पहुंचे। आरोपियों ने उन पर भी फायरिंग कर दी, जिसमे पूर्व प्रधान की गोली लगने से घटनास्थल पर ही मौत हो गई।

दूसरी तरफ गोली लगने से पूर्व प्रधान का छोटा पुत्र गंभीर रूप से घायल होने पर झांसी रेफर किया गया है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने तीनों को कस्बे की सीएचसी में भर्ती कराया। जहां चिकित्सक ने पृथ्वीराज व उसके पुत्र जितेंद्र यादव को मृत घोषित कर दिया। डाक्टर ने कहा कि घायल के पेट, सिर व कंधे में गोली लगी हैं। हालत गंभीर होने पर मेडिकल कालेज झांसी रेफर किया गया है।

दोहरे हत्याकांड की सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंचे एसपी नरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों के लोगों के खिलाफ एक साल पूर्व हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज हुआ था। इसी मुकदमे को लेकर एक पक्ष से तीन व मृतक पक्ष से सिर्फ एक युवक को आरोपी बनाया गया था। इसी मुकदमे में खर्च हुए रुपयों को लेकर इनका विवाद था। जिसको लेकर यह हत्याकांड अंजाम दिया गया है।

सीओ अखिलेश राजन के मुताबिक घटना के बाद आरोपियों के घरों पर दबिश दी गई है। सभी आरोपी घरों का ताला बंद कर भाग निकले हैं। वहीं आस-पड़ोस वालों का कहना है कि करीब एक साल से अधिक समय से दोनों पक्षों में विवाद चल रहा था। जिसमें पृथ्वीराज पक्ष ने आरोपियों के साथ मारपीट की थी। हालांकि तब मारपीट का मामला पुलिस तक नहीं पहुंचा था। रंजिश का एक कारण यह भी होने की चर्चा है।

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