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गाजीपुर बॉर्डर : मोदी-योगी पर भारी पड़ गए टिकैत के आंसू, BJP MLA नंद किशोर गुर्जर की धमकी ने बिगाड़ा सरकार का खेल
राकेश टिकैत
जनज्वार, गाजीपुर बॉर्डर। पिछले 2 महीने से अधिक समय से चल रहे किसानों के शांतिपूर्ण आंदोलन को एक रणनीति के तहत खत्म कराने की साजिश गुरुवार रात तक देखने को मिली। इससे पहले हुए आंदोलन के दमन के लिए सरकार ने सैंकड़ो किसानों पर मुकदमा तो किसान नेताओं के लिए कई धाराओं सहित लुकआउट नोटिस जारी किया। गुरुवार को दिल्ली और यूपी पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर को छावनी में तब्दील कर दिया था। धरना स्थल की बिजली, पानी, शौचालय इत्यादि की व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया गया।
देर शाम होते-होते राकेश टिकैत पर गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी। सोशल मीडिया से लेकर टीवी चैनलों तक में अलग-अलग संदेश तैर रहे थे। लोगों का अनुमान था कि आज रात इस धरने की आखिरी रात होगी। लेकिन तभी कुछ ऐसा हुआ जिसने किसान आंदोलन का इस कदर पासा पलटा जिसका अंदाजा उन चैनलों के कैमरे भी नहीं लगा सके जो सरकार के लिए मोर्चाबंदी कर रहे थे।
राकेश टिकैत सैंकड़ो कैमरों के सामने फुट-फुट कर रोने लगे। इसका अंदाजा अगर टीवी चैनलों को होता तो शायद वह इस दृश्य को ना दिखाते क्योंकि इसी एक सीन ने किसान आंदोलन की पटकथा बदल दी। रोते हुए टिकैत ने कहा कि यह सरकार किसानों को मारना चाहती है। उन लोगों को खत्म कर देना चाहती है। टिकैत ने कहा कि वह शांतिपूर्ण ढंग से एसडीएम की मिली नोटिस के बाद सरेंडर करना चाहते थे, लेकिन अब नहीं करेंगे, ये आंदोलन ऐसे ही चलेगा।
रोते हुए टिकैत ने सरकार पर आरोप भी लगाए। उन्होंने कहा कि यह सरकार षड्यंत्र कर रही है। उन्हें पता है कि क्या होने वाला है। उनके गिरफ्तार होते ही यहां मौजूद किसानों को पीटा जाएगा। उन्होंने एक स्थानीय भाजपा विधायक पर आरोप लगाते हुए कहा कि विधायक और उसके लोग आंदोलन स्थल के आसपास जमा हो चुके हैं। यह लोग उन पर अटैक करना चाहते हैं। इसे सरकार की एक बड़ी साजिश करार देते हुए टिकैत ने कहा कि वह गोली खाएंगे पर अब यह आंदोलन खत्म नहीं होगा।
सूत्रों की अगर मानें तो गाजीपुर बॉर्डर में किसानों का धरना खत्म कराने के लिए लोनी विधायक नंद किशोर गुर्जर अपने हजारों समर्थकों के साथ धरनास्थल के आसपास पहुंचे थे। इसको लेकर स्थानीय अखबारों ने भी आज खबर छापी है। गुरुवार रात धरने को नेस्तनाबूद करने का प्लान था। इस काम मे पुलिस की मिलीभगत भी विधायक से थी जिसके चलते विधायक गुर्जर के समर्थक वहां तक पहुंच सके थे, ऐसा आरोप है।
राकेश टिकैत के रोने और उनकी आंखों से निकले आंसुओं को देखने के बाद रात 12 बजे तक हजारों की संख्या में मुजफ्फरनगर, मेरठ, हरियाणा, बागपत, शामली के लोग जुटने लगे। देखते ही देखते भीड़ का अंबार लग गया। भीड़ में से कोई पुलिस को ललकार रहा था तो कोई भाजपा विधायक गुर्जर को। कई नौजवानों के कहना था कि वह राकेश टिकैत के आंसू देखने के बाद वहां तक पहुंचे हैं और अभी हजारों की तादाद में लोग अपने घरों से निकल चुके हैं, जो धरनास्थल पर पहुंचने वाले हैं।