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हाथरस पर चौतरफा घिरे योगी बोले, यूपी में सांप्रदायिक दंगे करवाने की साजिश रच रहा है विपक्ष
जनज्वार। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हाथरस रेप कांड के बाद चौतरफा आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं। उनकी सरकार इस मुद्दे पर आक्रमकता और डैमेज कंट्रोल की मिलीजुली रणनीति पर काम करती दिखती है। एक ओर जहां राहुल गांधी व प्रियंका गांधी के पीड़ित परिवार से मुलाकात के ठीक बाद सीबीआइ जांच की सिफारिश सरकार ने की है, वहीं गांव पहुंचे रालोद नेता पर रविवार को पुलिस ने लाठियां बरसाई। पुलिस की लाठियों के चपेट में पत्रकार भी आए।
इन सब के बीच अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक वीडियो संदेश जारी किया है और कहा है कि जिन्हें विकास अच्छा नहीं लग रहा है वे जातीय व सांप्रदायिक दंगा भड़काना चाहते हैं। इस दंगे की आड़ में विकास रुकेगा।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इन दंगों की आड़ में उन्हें राजनीतिक रोटियां सेंकने का अवसर मिलेगा, इसलिए वे नित नए षड्यंत्र करते हैं, इन षड्यंत्रों के प्रति पूरी तरह आगाह होते हुए हमें विकास की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाना है।
जिन्हें विकास अच्छा नहीं लग रहा है, वह जातीय और सांप्रदायिक दंगा भड़काना चाहते हैं।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 4, 2020
इन दंगों की आड़ में उन्हें राजनीतिक रोटियां सेंकने का अवसर मिलेगा,इसलिए वे नित नए षड्यंत्र करते हैं,इन षड्यंत्रों के प्रति पूरी तरह आगाह होते हुए हमें विकास की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाना है। pic.twitter.com/vbo7yUgH7H
योगी आदित्यनाथ ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि संवाद के माध्यम से बड़ी से बड़ी समस्याओं का समाधान संभव है। उन्होंने कहा कि नए उत्तरप्रदेश में संवाद ही समस्त समस्याओं के समाधान का माध्यम है। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग को माताओं एंव बहनों से संबंधित विषयों तथा अनुसूचित जाति व जनजाति से जुड़े मुद्दों में अति संवेदनशीलता और सक्रियता रखने की आवश्यकता है।
संवाद के माध्यम से बड़ी से बड़ी समस्याओं का समाधान सम्भव है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 4, 2020
'नए उत्तर प्रदेश' में संवाद ही समस्त समस्याओं के समाधान का माध्यम है।
पुलिस विभाग को माताओं एवं बहनों से संबंधित विषयों तथा अनुसूचित जाति व जनजाति से जुड़े मुद्दों में अति संवेदनशीलता और सक्रियता रखने की आवश्यकता है।
मालूम हो कि हाथरस की पीड़िता अनुसूचित जाति वर्ग से आती थी और उसके साथ 14 सितंबर 2020 को कथित रूप से सामूहिक दुष्कर्म की घटना घटी थी और उसके बाद उसे बेरहमी से मारापीटा गया था। इस वजह से 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।