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Ias Ramvilas Yadav: कमाई 50 लाख और 3 करोड़ का निवेश, आय से अधिक संपत्ति के मामले में आईएएस अफसर गिरफ्तार
Ias Ramvilas Yadav: कमाई 50 लाख और 3 करोड़ का निवेश, आय से अधिक संपत्ति के मामले में आईएएस अफसर गिरफ्तार
Ias Ramvilas Yadav: विजिलेंस विभाग ने आईएएस अफसर से 13 घंटे की पूछताछ की। पूछताछ के दौरान विजिलेंस विभाग को पता चला के आईएएस अफसर की आय से अधिक सम्पति है। अधिकारी को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। रामविलास यादव को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। दरअसल वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे।
रामविलास यादव के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूत
अमित सिन्हा जो विजिलेंस विभाग के महानिदेशक हैं। उन्होंने बताया, रामविलास यादव के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूत मिले हैं। यादव लखनऊ की दिलकश विहार में सम्पति , गुडंबा में स्कूल , नोएडा में जमीन गाज़ीपुर जिले में 10 बीघा जमीन के मालिक हैं।
3.23 करोड़ रुपये का निवेश
दस्तावेज व रिकॉर्ड के मुताबिक उनकी कुल आय 50.48 लाख रुपये है , जबकि निवेश 3.23 करोड़ रुपये का है। यादव पूछताछ के दौरान इसका कोई सटीक जवाब विजिलेंस विभाग को नहीं दे पाए।
रामविलास यादव को हाई कोर्ट से कोई रहत नहीं
हाईकोर्ट ने आईएएस अफसर की गिरफ़्तारी पर रोक में मामलो में दायर याचिका पर सुनवाई के बाद सरकार को 19 जुलाई तक कोर्ट में शपतपत्र पेश करने के लिए कहा है। रामविलास यादव को फिलहाल हाई कोर्ट से कोई रहत नहीं मिली है। यादव आय से अधिक सम्पति अर्जित करने के लिए गिरफ्तार हुए हैं।
यादव किसी भी सवाल का सटीक जवाब नहीं दे पाए
सरकार की और से कहा गया की आईएएस अफसर की तरफ से जांच में सहयोग नहीं किया हैं। उन्हें जांच के लिए कई बार बुलाया गया लेकिन वह विजिलेंस के समक्ष पेश नहीं हुए। पेश होने के बाद विजिलेंस ने उनसे पूछताछ की , लेकिन वह किसी भी बात का सटीक जवाब नहीं दे पाए। परन्तु याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने सुनवाई कर रही वरिष्ठ न्यायमूर्ति मनोज कुमार की एकलपीठ को बताया की विजिलेंस जांच में सहयोग कर रहे हैं।
विजिलेंस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया
बता दें याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने बताया की कोर्ट के आदेश पर यादव बुधवार को देर रात विजिलेंस के समक्ष पेश हुए थे। लेकिन विजिलेंस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। याचिकाकर्ता की तरफ से सुनवाई में बताया गया की उन पर जो आय से अधिक सम्पति रखने के आरोप लगे है वो पूरी तरह से गलत हैं।
अफसर की और से दी गयी सफाई
बता दे, आईएएस अफसर की तरफ से सफाई में ये कहा गया है, की जिस व्यक्ति ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है, उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज है। इस मामले में उन्हें उनका पक्ष रखने का कोई मौका ही नहीं दिया गया। सरकार द्वारा गठित कमिटी को उनका पक्ष रखने से पहले ही भंग कर दिया गया।
जांच में आय से पांच गुना अधिक सम्पति मिली
दरअसल, रामविलास यादव के खिलाफ लखनऊ में एक व्यक्ति ने आय से अधिक सम्पति रखने का आरोप लगाया था। यादव लखनऊ विकास के प्राधिकरण के सचिव भी रह चुके हैं। शिकायत के आधार पर उत्तराखंड सरकार ने जांच शुरू की। विजिलेंस टीम ने उनके ठिकानो और सम्पति पर छापा मारा जिसमे सम्पति से सम्बंधित कई अहम दस्तावेज मिले। जांच में आय से पांच गुना अधिक सम्पति मिली जिसके आधार पर उनको गिरफ्तार किया गया।