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उत्तर प्रदेश

बलिया में पत्रकार हत्याकांड, पुलिस बोली आपसी रंजिश में हत्या, पिता बोले 'झूठ बोल रही है पुलिस'

Janjwar Desk
25 Aug 2020 5:33 AM GMT
बलिया में पत्रकार हत्याकांड, पुलिस बोली आपसी रंजिश में हत्या, पिता बोले झूठ बोल रही है पुलिस
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बलिया के एसपी व मृतक पत्रकार के पिता।

पत्रकार रतन सिंह के पिता ने पुलिस द्वारा हत्या को जमीन व भूसा रखने से जुड़ा विवाद बताए जाने को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा था थानाध्यक्ष मौके पर से भाग गए और अपराधियों ने उनके बेटे को गोली मार दी...

जनज्वार। उत्तरप्रदेश के बलिया जिले में सहारा टीवी चैनल के पत्रकार रतन सिंह की सोमवार (24 August 2020) की रात पौने नौ बजे हत्या किए जाने को लेकर अब नए खुलासे हो रहे हैं। यूपी पुलिस द्वारा इस मामले में दी गई थ्योरी को मारे गए पत्रकार के पिता विनोद सिंह ने ही खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि स्थानीय थाना से उच्च अधिकारियों को गलत जानकारी दी जा रही है, जिसके बाद इस मामले को निजी रंजिश व जमीन व भूसा रखने के विवाद में हत्या बताया जा रहा है।

मालूम हो कि पत्रकार रतन सिंह की अपराधियों ने सिर में गोली मार कर हत्या कर दी। फेफना थाना क्षेत्र में घटी इस घटना के दौरान जब पत्रकार रतन सिंह ने ग्राम प्रधान सीमा सिंह के घर में घुस कर जान बचाना चाहा तो अपराधी वहां भी घुस गए और उनकी हत्या कर दी।

इस हत्याकांड के बाद पुलिस ने कहा है कि यह हत्याकांड पत्रकारिता से जुड़ा नहीं है, बल्कि पत्रकार का अपने पड़ोसी और पट्टीदार से पुराना विवाद था और उसी वजह से हत्या की गई है। पुलिस ने यह भी कहा कि जमीन पर भूसा व पुआल रखने को लेकर लड़ाई और उसी वजह से गोली मारी गई। आजमगढ रेंज के डीआइजी सुभाष चंद्र दुबे ने बयान जारी कर इसे निजी रंजिश में की गई हत्या कहा था और कहा था कि मामला पत्रकारिता से जुड़ा हुआ नहीं है, हां यह बात जरूर है कि मृतक पत्रकार थे। बलिया के एसपी देवेंद्र नाथ भी मामला निजी विवाद का बताया था।

वहीं, पत्रकार के पिता ने इस बात को पूरी तरह से गलत बताया है। उन्होंने कहा है कि फेफना थाने के एसएचओ ने उच्च अधिकारियों को गलत सूचना दी और वे लोग गलत बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसे आपराधिक हत्या करार दिया। इस मामले का जो वीडियो सामने आया है उसमें एक लड़का भी कह रहा है कि भूसा और पुआल को लेकर कोई विवाद ही नहीं था।

पत्रकार के पिता ने कहा कि पुलिस ने झूठी कहानी बनायी है और इस साजिश में फेफना थाने के इंचार्ज चंद्रमौलि शामिल हैं। उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर चंद्रमौलि पहुंचे थे और तुरंत वहां से गाड़ी लेकर भाग गए। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने गलत रिपोर्ट दी है।

उन्होंने कहा कि सोमवार को कोई विवाद नहीं हुआ। धोखे से बुलाकर ले गए और गोली मार दी। उन्होंने कहा कि थाने से 20 कदम की दूरी पर ही घटना हुई है।




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