Begin typing your search above and press return to search.
उत्तर प्रदेश

कानपुर के गैंगस्टर विकास दुबे की प्रेम कहानी, दोस्त की बहन से कैसे हुआ प्यार और फिर बना दुश्मन

Janjwar Desk
7 July 2020 5:45 AM GMT
कानपुर के गैंगस्टर विकास दुबे की प्रेम कहानी, दोस्त की बहन से कैसे हुआ प्यार और फिर बना दुश्मन
x

ऋचा दुबे और उनका मारा गया गैंगस्टर पति विकास दुबे।

कानपुर का हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के पत्नी सोनू नाम बदलकर कैसे बन गई ऋचा दुबे, जानने के लिए पढें...

मनीष दुबे की रिपोर्ट

जनज्वार, कानपुर। यूपी का टॉप थ्री मोस्ट वांटेड बन चुका ढाई लाख के इनामिया विकास दुबे के कई चेहरे हैं। उसे अच्छे-अच्छे नहीं पहचान सके, दुश्मनी निभाने में उसने अपने सगे संबंधियों तक को नहीं छोड़ा। विकास ने ना सिर्फ चचेरे भाई की हत्या करवाई बल्कि एक समय प्रेमिका से पत्नी बनी युवती और उसके भाई का भी दुश्मन बन गया था। दोनों की हत्या तक करवाने के लिए उसने लंबे समय तक प्रयास किया।

1995 में एक दूसरे के संपर्क में आये विकास दुबे और शास्त्री नगर का शातिर बदमाश राजू खुल्लर मिलकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते थे। कुछ ही समय बाद राजू खुल्लर विकास का जिगरी बन गया। वह विकास के तमाम गैरकानूनी धंधे सम्हालने लगा। राजू के घर आने जाने की वजह से उसकी बहन सोनू से विकास के प्रेम संबंध बन गए। करीब साल भर बाद विकास ने सोनू से शादी की तो राजू साला बन गया। इन वर्षों में विकास ने बेशुमार दौलत कमाई जो सोनू के नाम करता गया।

विकास के साथ राजू खुल्लर की भी ताकत बढ़ती रही। वर्ष 2000 में ताराचंद्र इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल सिद्धेस्वर पांडेय और 2001 में राज्यमंत्री संतोष शुक्ला हत्याकांड में विकास कभी जेल में रहा या फिर फरार। उसके अगले 5 वर्ष लुकाछिपी में ही बीते। इस दौरान विकास की सारी संपत्ति सत्ता राजू खुल्लर और उसकी बहन के पास ही रही। इसी बीच बताया जाता है कि सोनू के संबंध किसी अन्य से बन गए। जिसके बाद तीनों विकास से दूरी बनाना चाहते थे। राजू बहन सोनू को लेकर भूमिगत हो गया।


बहन को लेकर फरार हुआ राजू खुल्लर सोनू के नाम की जमीन और संपत्ति बेचना चाहता था। इसी बीच जेल में बंद विकास संतोष शुक्ला हत्याकांड में बरी हो गया। राजू और सोनू की कारस्तानी का पता चलने पर वह उनका दुश्मन बन गया। उसे सोनू से ज्यादा गम अपनी संपत्तियों के जाने का था जो उसने सोनू के नाम की थीं। राजू खुल्लर और सोनू को जिन्दा या मुर्दा पकड़कर लाने के लिए विकास ने दर्जनों टीमें उनके पीछे लगा दीं।

तब के प्रत्यक्षदर्शी कहते हैं विकास ने उस समय शास्त्री नगर के सैकड़ों घरों की खुद तलाशी ली थी। सोनू नहीं मिली तो बौखलाए विकास ने उसका यूपी में रहना तक मुश्किल कर दिया था। आखिरकार विकास के भय से सोनू ने उसके आगे सरेंडर कर दिया और खुल्लर हमेशा के लिए यूपी छोड़कर भाग गया। जिसका आज तक पता नहीं है।

भाई राजू खुल्लर के फरार होने और विकास की दहशत में झुकी सोनू ने अपना नाम बदलकर फिर से विकास का काम सम्हाल लिया। चर्चा यह है कि विकास दुबे के लखनऊ वाले घर मे बतौर पत्नी रहने वाली महिला ऋचा दुबे ही सोनू है। अपराध की दुनिया मे वह हरकदम विकास की सहयोगी रही। वह घर पर दबिश की सूचनाएं विकास तक पहुंचाने के साथ घर मे लगे सभी सीसीटीवी कैमरों को अपने मोबाइल से ऑपरेट भी करती थी।

Next Story

विविध