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सामूहिक कुकर्म के बाद हुई थी 10 वर्षीय बच्चे की हत्या, आंख में ठोकी कील सिगरेट से दागा चेहरा, जानवरों से भी करते थे दुष्कर्म, 3 अरेस्ट
(कुकर्म के बाद हुई थी नर्वल में 10 वर्षीय बच्चे की हत्या)
Kanpur Crime News: यूपी के कानपुर स्थित नर्वल ( Narval) में 10 वर्षीय बच्चे से हैवानियत के बाद हत्या करने वाले तीनों आरोपियों को आज शनिवार 12 फरवरी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। तीनों आरोपी किसी नर-पिशाच से कम नहीं हैं। उनकी हैवानियत की पूरी कहानी जानने के बाद पुलिस अफसरों की भी रूह कांप उठी।
पूछताछ में तीनों ने 10 साल के बच्चे से कुकर्म के बाद नृशंस हत्याकांड (Brutally Murder) की बात कुबूल कर ली है। शनिवार को हत्याकांड का खुलासा करने के बाद तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
सामूहिक कुकर्म के बाद की थी हत्या
एडिशनल SP आउटर ने बताया कि गांव के ही रहने वाले चंदन, बबलू और बल्ली नाम के युवकों ने बच्चे के साथ कुकर्म करने के बाद हत्याकांड को अंजाम दिया था। गांव का होने के नाते मृतक बच्चा चंदन का मुंह लगा था।चंदन उसे झांसे में लेकर अपने साथ बाग में ले गया। इसके बाद लाही के खेत में तीनों ने मिलकर 9 साल के बच्चे के साथ कुकर्म किया। चिल्लाने पर उसके मुंह में कपड़ा ठूंसा और गला दबा दिया था। बच्चा बुरी तरह से तड़पने लगा तो इन हैवानों ने बच्चे के सिर पर ईंट से कई वार किए। जिसके बाद बच्चा शांत हो गया।
चेहरे पर दागी थी सिगरेट
हत्यारों ने बच्चे के साथ इतनी हैवानियत क्यों की यह सुनकर आप भी दंग रह जाएंगे। तीनों आरोपियों से पुलिस अफसरों ने पूछा कि दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी तो बच्चे का चेहरा सिगरेट से क्यों दागा? उसके प्राइवेट पार्ट में डंडा क्यों डाला? आरोपियों ने बताया कि तीनों ने गांजा पीने के बाद शराब पी थी। हत्याकांड के बाद भी सरसों के खेत में तीनों सिगरेट पी रहे थे। बच्चे के चेहरे पर एक के बाद एक लगातार सिगरेट दागने पर उसका हिलना-डुलना बंद हो गया तो समझ गए कि वह मर गया था।
यह जानने के लिए ठोकी आंख में कील
जिंदा है या मर गया यह जानने के लिए आंख में भी कील ठोंक दी थी। इसके साथ ही यह भी आशंका थी कि बच गया तो वह हमें पहचान नहीं सकेगा। बच्चे के साथ कुकर्म हुआ या नहीं जांच में यह पता नहीं चल सके इसलिए उसके प्राइवेट पार्ट में डंडा भी डाला था।
जानवरों के साथ करते थे कुकर्म
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी नशा करने के बाद खेत में बकरी समेत अन्य मवेशियों के साथ भी दुष्कर्म करते थे। हत्याकांड वाले दिन नशा करने के बाद बच्चा सामने पड़ गया तो उसको दबोचकर हैवानियत का गंदा खेल खेला और फिर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी।
ढाई घंटे चली थी हैवानियत
मृतक बच्चा आरोपी चंदन को चाचा कहकर बुलाता था। इसी चक्कर में वह चंदन के झांसे में फंस गया और उसके साथ सरसों के खेत तक चला गया। तीनों आरोपियों के शिकंजे में फंसने के बाद बच्चा चिल्लाता रहा चाचा छोड़ दो, चाचा छोड़ दो, लेकिन हत्यारों का दिल नहीं पसीजा और उसके मुंह में कपड़ा ठूंसकर गला घोंट दिया। इसके बाद दोपहर में करीब ढ़ाई घंटे तक तीनों आरोपियों ने सरसों के खेत में हैवानियत का गंदा खेल खेला और फिर भाग निकले।
पीएम रिपोर्ट देख डॉक्टर भी कांपे थे
बच्चे की सिर्फ हत्या नहीं की गई, उसे इस कदर तड़पा-तड़पा कर मारा गया कि शव की हालत देखकर परिवार ही नहीं पूरा गांव सहमा हुआ है। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि किसी बच्चे के साथ इतनी दरिंदगी और हैवानियत का पहला केस उन्होंने देखा है। बच्चे की बाईं आंख से 7 इंच की कील निकली थी, उसके चेहरे को सिगरेट से 14 जगहों पर दागा गया था। पूरे शरीर पर पिटाई के निशान मिले थे।
गांव के लोगों में गुस्सा है कि कानपुर में बैठने वाले दो बड़े अफसर एडीजी (ADG) और आईजी (IG) ने मौके पर जाकर पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना जताना मुनासिब नहीं समझा। अफसर चुनाव में व्यस्त हैं। बच्चे के शव का उर्सला अस्पताल के डॉ. वीकेएस कटियार, डॉ. राजेश वर्मा समेत तीन डॉक्टरों के पैनल ने वीडियोग्राफी के साथ पोस्टमॉर्टम किया था।