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उत्तर प्रदेश

Mulayam Singh Yadav Ayodhya Vivad: मुख्यमंत्री रहते नेताजी का वो कांड जिसके चलते वे देश से लेकर विदेश तक निशाने पर आ गये थे

Janjwar Desk
10 Oct 2022 2:50 PM IST
Mulayam Singh Yadav Ayodhya Vivad:  मुख्यमंत्री रहते नेताजी का वो कांड जिसके चलते वे देश से लेकर विदेश तक निशाने पर आ गये थे
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Mulayam Singh Yadav Ayodhya Vivad: मुख्यमंत्री रहते नेताजी का वो कांड जिसके चलते वे देश से लेकर विदेश तक निशाने पर आ गये थे

Mulayam Singh Yadav Ayodhya Vivad: 30 अक्तूबर 1990 को लाखों कारसेवक अयोध्या में इकट्ठा हुए थे। वीएचपी (VHP) के आह्वान पर। उनका उद्देश्य था कि विवादित स्थल पर मस्जिद को तोड़कर मंदिर का निर्माण किया जाए। जब हजारों की संख्या में लोग विवादित स्थल के पास की एक गली में इकट्ठा हुए..

Mulayam Singh Yadav Ayodhya Vivad: 30 अक्तूबर 1990 को लाखों कारसेवक अयोध्या में इकट्ठा हुए थे। वीएचपी (VHP) के आह्वान पर। उनका उद्देश्य था कि विवादित स्थल पर मस्जिद को तोड़कर मंदिर का निर्माण किया जाए। जब हजारों की संख्या में लोग विवादित स्थल के पास की एक गली में इकट्ठा हुए, उसी वक्त सामने से पुलिस और सुरक्षाबलों ने गोली चला दी। इसमें कई लोग गोली से तो कई लोग भगदड़ से मारे और घायल हुए। हालांकि मौतों के आंकड़े कभी स्पष्ट नहीं हुए।

यूपी की तत्कालीन मुलायम सिंह सरकार के दौरान कारसेवकों पर पुलिस की गोलीबारी के मामले में रिपब्लिक भारत चैनल ने अपने लॉन्च होने के पहले ही दिन बड़े खुलासे का दावा किया। चैनल ने अपने स्टिंग में एक तत्कालीन अधिकारी से बात की। रामजन्मभूमि (RamjanmBhoomi) थाने के तत्कालीन एसएचओ वीर बहादुर सिंह ने बताया कि कारसेवकों के मौत का जो आंकड़ा बताया गया था, उससे ज्यादा कारसेवकों की मौत हुई थी।

राम जन्मभूमि थाने के तत्कालीन एसएचओ वीर बहादुर सिंह ने इस टीवी चैनल से बातचीत में बताया कि घटना के बाद विदेश तक से पत्रकार (Foreighn Journalist) आए थे। उन्हें आठ लोगों की मौत और 42 लोगों के घायल होने का आंकड़ा बताया गया था। जब तफ्तीश के लिए शमशान घाट गए, तो वहां पूछा कि ऐसी कितनी लाशें हैं, जो दफनाई गई हैं और कितनी लाशों का दाह संस्कार किया गया है, तो बताया गया कि 15 से 20 लाशें दफनाई गई हैं। उसी आधार पर सरकार को बयान दिया गया था।

हालांकि हकीकत यही थी कि वे लाशें कारसेवकों की थीं। उस गोलीकांड में कई लोग मारे गए थे। आंकड़े तो नहीं पता हैं, लेकिन काफी संख्या में लोग मारे गए थे। टीवी चैनल के इस सवाल पर कि कई लोग अपनों के बारे में पूछते हुए अयोध्या तक आए होंगे, उन्हें क्या बताया जाता था। जिसपर, पूर्व एसएचओ ने बताया कि उन्हें बताते थे कि दफनाई गई लाशें उनके परिवार के सदस्यों की नहीं हैं। मुलायम सिंह यादव भी कई मौकों पर इस गोलीकांड को सही ठहराते रहे हैं। उन्होंने हमेशा कहा है कि देश की एकता के लिए गोली चलवाई थी। आज जो देश की एकता है उसी वजह से है। इसके लिए और भी लोगों को मारना पड़ता, तो सुरक्षाबलों को मारने की अनुमति दे देते।

RIP NetaJi : दुनिया को अलविदा कह गये धरतीपुत्र

धरती पुत्र के नाम से विख्यात मुलायम सिंह यादव का आज 10 अक्टूबर 2022 की सुबह 82 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। गौरतलब है कि, उत्तर प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव का आगामी 22 नवंबर क़ो 83वां जन्मदिन था, लेकिन उनकी आंखें हमेशा के लिए बंद हो गईं। पूर्व रक्षामंत्री मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) बीते कई दिनों से बीमार चल रहे थे, जिसके चलते उन्हें गुरुग्राम मेदांता (Medanta Gurugram) में एडमिट कराया गया था। बता दें कि 2 अक्टूबर शाम उनकी तबियत कुछ अधिक बिगड़ी, जिसके बाद उन्हें ICU में शिफ्ट किया गया था।

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