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उत्तर प्रदेश

UP : दारोगा को दाढ़ी रखने पर निलंबित करने के बाद शुरू हुई रार, मुस्लिम संगठनों की मांग SP को करो बर्खास्त

Janjwar Desk
23 Oct 2020 8:55 AM GMT
UP : दारोगा को दाढ़ी रखने पर निलंबित करने के बाद शुरू हुई रार, मुस्लिम संगठनों की मांग SP को करो बर्खास्त
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उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में तैनात दरोगा इंतेसार अली : दाढ़ी रखने के कारण किए गए सस्पेंड 

सिखों को छोड़कर बाकी किसी को भी अपनी मर्जी से दाढ़ी बढ़ाने की छूट नहीं है। इसके लिए ऊपरी अधिकारियों से लिखित अनुमति लेनी होती है। आला अधिकारी केस दर केस जरूरत समझते हुए आवश्यक अनुमति देते हैं....

जनज्वार, बागपत। उत्तर प्रदेश के बागपत में मुस्लिम दारोगा की दाढ़ी पर बवाल शुरू हो गया है। बागपत के रमाला थाने में तैनात दारोगा को दाढ़ी बढ़ाने के चक्कर में बुधवार 21 अक्टूबर को सस्पेंड कर दिया गया था। दारोगा का मुस्लिम समुदाय से होने के चलते मजहबी विवाद खड़ा हो रहा है। देवबंद के उलेमा कार्रवाई करने वाले पुलिस अधीक्षक को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं।

बागपत्के एसपी की इस कार्रवाई को कई मुस्लिम संगठनों ने मजहब से जोड़ते हुए मुख्यमंत्री योगी से लेकर प्रधानमंत्री मोदी तक कार्रवाई की मांग उठाई है। इत्तेहाद उलमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना कारी मुस्तफा देहलवी ने कहा कि अगर सिखों को दाढ़ी रखने की इजाजत है तो फिर मुस्लिमों को क्यों नही है?

कानूनी जानकारों के मुताबिक भारतीय संविधान के अनुच्छेद 25 के अनुसार देश के हर नागरिक को किसी भी धर्म को मानने की, उसके मुताबिक आचरण करने की और धर्म का प्रचार करने की स्वतंत्रता है। कोई भी दाढ़ी रखने या किसी अन्य धार्मिक पहचान अपनाने के लिए स्वतंत्र है।

वहीं पुलिस ड्रेस कोड के अनुसार देखा जाए तो सिख समुदाय के लोगों को छोड़कर कोई भी पुलिसकर्मी बिना विभागीय अनुमति के दाढ़ी नहीं रख सकता। यह नियम हिंदू, मुस्लिम, ईसाई, बौद्ध, जैन समेत तमाम समुदायों पर समान रूप से लागू होता है। बावजूद इसके कई मुस्लिम संगठन जब-तब इस नियम पर उंगलियां उठाते हुए मुसलमानों को भी दाढ़ी रखने की इजाजत देने की मांग करते रहे हैं।

एसपी बागपत अभिषेक सिंह का कहना है कि सिखों को छोड़कर बाकी किसी को भी अपनी मर्जी से दाढ़ी बढ़ाने की छूट नहीं है। इसके लिए ऊपरी अधिकारियों से लिखित अनुमति लेनी होती है। आला अधिकारी केस दर केस जरूरत समझते हुए आवश्यक अनुमति देते हैं। एसपी ने कहा कि दारोगा इसरार अली ने ऐसी कोई अनुमति हासिल नहीं की और दाढ़ी बढ़ाता रहा। उसे तीन बार इस बारे में हिदायत भी दी गई लेकिन वो माना नहीं। जिसके बाद कार्रवाई करते हुए उसे सस्पेंड कर दिया गया है।

गौरतलब है कि बागपत के रमाला थाने में तैनात दारोगा इसरार अली को निलंबित करने के बाद पुलिस का बयान आया है कि इसरार अली ने बिना लिखित अनुमति लिए अचानक अपनी दाढ़ी बढ़ानी शुरू कर दी थी। अब उसकी दाढ़ी मौलवियों की तरह लंबी हो चुकी है, जिस पर वह लाल मेहंदी लगवाता है। मौलानाओं वाले अंदाज में इसरार अली ने अपनी मूंछें भी साफ करवा रखी हैं, इसीलिए उस पर विभागीय कार्रवाई करते हुए उसे निलंबित किया गया था।

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