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Pilibhit News: पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पत्रकार को पीटने वाला BJP विधायक के ऑफिस के पास गिरफ्तार, ये है मामला
Pilibhit News: पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पत्रकार को पीटने वाला BJP विधायक के ऑफिस के पास गिरफ्तार, ये है मामला
Pilibhit News: उत्तर प्रदेश के जनपद पीलीभीत में पुलिस अधीक्षक (Superintendent of police) के कार्यालय में घुसकर पत्रकार की लात-घूंसों से पिटाई करने वाले दबंग हमलावर को पुलिस ने गिरफ्तार (Arrest) कर लिया है। उसकी गिरफ्तारी शहर भाजपा (BJP) विधायक संजय सिंह गंगवार (Sanjay Singh Gangwar) के जनसंपर्क कार्यालय के पास नेहरू पार्क के सामने हुई है।
पुलिस कार्यालय की ओर से जारी किए गए प्रेस नोट के अनुसार पत्रकार प्रसून उर्फ रानू की ओर से सदर कोतवाली में निरंजन कुंज कॉलोनी निवासी रवि गंगवार उर्फ राघवेंद्र गंगवार के विरुद्ध पुलिस ऑफिस परिसर में मारपीट करने के संबंध में आईपीसी की धारा 341, 323, 504, 506 के तहत अभियोग दर्ज किया गया था। पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में तत्काल हमलावर की तलाश में चेकिंग शुरू की गई। अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. पवित्र मोहन त्रिपाठी के मार्गदर्शन व सीओ (सिटी) सुनील दत्त के पर्यवेक्षण में सदर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक हरीश वर्धन सिंह के नेतृत्व में हमलावर की गिरफ्तारी के लिए उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दी गई। गिरफ्तारी के लिए कई टीमें गठित की गई। शुक्रवार को अपराहन 12:55 बजे हमलावर निरंजन कुंज कॉलोनी निवासी रवि गंगवार उर्फ राघवेंद्र गंगवार पुत्र स्वर्गीय देवदत्त गंगवार को नेहरू मार्ग के पास से गुजरते समय पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया।
ये है मामला
बरेली से प्रकाशित दैनिक समाचार पत्र युवा हस्ताक्षर के बीसलपुर तहसील संवाददाता प्रसून रानू गुरुवार देर शाम जरूरी कार्य से कलेक्ट्रेट की ओर जा रहे थे। रास्ते में भाजपा शहर विधायक संजय सिंह गंगवार के जनसंपर्क कार्यालय के ठीक सामने रानू को तीन बाइक सवारों ने देखकर पीछा करना शुरू कर दिया था। पीछा कर रहे बाइक सवारों में निरंजन कुंज कॉलोनी निवासी राघवेंद्र कुमार गंगवार उर्फ रवि से रानू का पैसों के लेनदेन को लेकर पुराना कोई विवाद था। पत्रकार प्रसून रानू पीछा कर रहे बाइक सवारों के इरादे अच्छे ना जान कर अपनी जान बचाता हुआ भाग कर पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में घुस गया था। दबंगों ने पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में घुसकर लात-घूसों से रानू को पीटना शुरू कर दिया था। शोर-शराबा सुनकर पुलिस कार्यालय में मौजूद तीनों पुलिस क्षेत्राधिकारी बाहर निकल आए लेकिन किसी ने भी हमला कर रहे दबंगों को पकड़ने की जहमत नहीं उठाई थी। पत्रकार रानू की पिटाई करने के बाद इत्मीनान से दबंग युवक मोटरसाइकिल पर बैठकर यह कहते हुए पुलिस कार्यालय से चले गए कि हमारा जो चाहे बिगाड़ कर देख लेना, हमें बचाने के लिए विधायक ही काफी हैं।
पत्रकारों ने रात में ही कर ली थी धरना की तैयारी
उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के मंडल अध्यक्ष निर्मल कांत शुक्ल व जिलाध्यक्ष सुधीर दीक्षित, पूर्व जिलाध्यक्ष विभव शर्मा, पत्रकार असित शुक्ला आदि तमाम पत्रकार घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली में पहुंचकर जिले भर के पत्रकारों को एकत्र करने लगे थे। पुलिस के मुकदमा लिखने में ना-नुकुर करने पर मंडल अध्यक्ष निर्मल कांत शुक्ल ने कोतवाली पर धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी और पत्रकारों से कहा कि दरी शामियाना मंगवाया जाए और कार्यक्रम शुरू किया जाए। पत्रकारों को आंदोलन की तैयारी करते हुए पुलिस बैकफुट पर आ गई। तत्काल पत्रकार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया। हमलावर की गिरफ्तारी के लिए टीमें रवाना कर दी गई।
श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष ने दी थी आत्मदाह की चेतावनी
उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजेश त्रिवेदी ने गुरुवार को ही पीलीभीत की घटना कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन इस अराजकता के खिलाफ सड़कों पर संघर्ष करेगी। यदि पत्रकार को पीटने वाले दोषियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में कार्यवाही नहीं होती है तो अब आर-पार की लड़ाई उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन लड़ेगी। डॉ. त्रिवेदी ने 2 जनवरी को पीलीभीत पहुंचकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर आत्मदाह करने की घोषणा कर दी थी। उन्होंने कहा कि पीलीभीत में भाजपा के सदर विधायक के गुंडों द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय में घुसकर 3 पुलिस उपाधीक्षकों के सामने निर्दोष पत्रकार को लात घूंसों से पीटने की घटना की जितनी निंदा की जाए कम है। पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल कायम हो रहा है। पुलिस की अकर्मण्यता और भाजपाइयों की गुंडागर्दी अब असहनीय होने लगी है।
विधायक ने दी सफाई
भाजपा के शहर विधायक संजय सिंह गंगवार ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पत्रकार की पिटाई के मामले में सफाई दी है कि हमलावर रवि गंगवार उर्फ राघवेंद्र गंगवार से उनका किसी प्रकार का कोई ताल्लुक नहीं है। वह अपने मोबाइल की कॉल डिटेल की जांच कराने को तैयार है कि कभी हमलावर रवि गंगवार से उनकी कोई बात भी हुई हो।