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Pilibhit News : पीलीभीत में पुलिस की लापरवाही पर भड़की पब्लिक, व्यापारी का शव सड़क पर रखकर हाईवे किया जाम, जानिए क्या है पूरा मामला
Pilibhit News : पीलीभीत में पुलिस की लापरवाही पर भड़की पब्लिक, व्यापारी का शव सड़क पर रखकर हाईवे किया जाम, जानिए क्या है पूरा मामला
पीलीभीत से निर्मल कांत शुक्ल की रिपोर्ट
Pilibhit News : उत्तर प्रदेश (Uttarpradesh) के जनपद पीलीभीत (Pilibhit) में लापता मेडिकल स्टोर (Medical Store) स्वामी की बरेली में नहर में लाश मिलने के बाद सुनगढ़ी थाने (Sungadhi Police Station) के प्रभारी निरीक्षक (SHO) पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बीसलपुर के लोग भड़क गए। व्यापारी की लाश को सड़क पर रखकर परिजनों के साथ लोगों ने हाईवे पर जाम लगा दिया। पुलिस अधीक्षक के समझाने बुझाने पर करीब 3 घंटे बाद जाम खोला।
बीसलपुर के बारह पत्थर चौराहे के निवासी मेडिकल स्टोर स्वामी हरीश कुमार गंगवार मंगलवार को पीलीभीत जिला मुख्यालय आये थे, जहां वह अचानक लापता हो गए। शनिवार को सुबह हरीश कुमार गंगवार का शव बरेली के भुता थाना क्षेत्र के अंतर्गत अटकोना नहर में देखा गया, जेब में मिले आधार कार्ड से उनकी पहचान हो सकी थी। बरेली पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम के बाद रविवार को जब बरेली पुलिस ने व्यापारी का शव उसके परिजनों को सौंपा तो परिजन शव को लेकर बारह पत्थर चौराहे पर सड़क पर बैठ गए। उनके थाना क्षेत्र के सैकड़ों लोग पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। सभी ने मामला हत्या का बताते हुए घटना के लिए पुलिस की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया।
सैकड़ों लोगों की भीड़ में पीलीभीत शाहजहांपुर हाईवे पर करीब 3 घंटे तक जाम लगाकर पुलिस के खिलाफ गुस्से का इजहार किया। पीलीभीत के सुनगढ़ी थाना प्रभारी निरीक्षक मदन मोहन चतुर्वेदी को तत्काल निलंबित करने की मांग की गई। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पीलीभीत जिला मुख्यालय पर काम से गए व्यापारी हरीश कुमार गंगवार जब लापता हो गए तो इसकी रिपोर्ट लिखाने परिजन सुनगढ़ी थाने गए थे। तब पुलिस ने टालमटोल की और मामले को गंभीरता से नहीं लिया। पुलिस मामले को गंभीरता से लेती तो वारदात चल सकती थी। पुलिस ने व्यापारी को तलाश करने में कोई दिलचस्पी नहीं ली।
बीसलपुर में हाईवे पर जाम लगने की सूचना मिलते ही जिला मुख्यालय से अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. पवित्र मोहन त्रिपाठी तत्काल मौके पर पहुंचे और आंदोलनकारियों को समझाने का प्रयास किया। पुलिस के खिलाफ आंदोलन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने अपर पुलिस अधीक्षक की एक नहीं सुनी और मौके पर डीएम एसपी को बुलाने पर अड़ गए। पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार प्रभु तत्काल बीसलपुर पहुंचे और उन्होंने आंदोलन कर रहे लोगों को समझाया बुझाया। पुलिस अधीक्षक ने आश्वासन दिया कि परिजन जो कुछ भी लिख कर देंगे, उनकी प्रत्येक मांग पर विचार होगा। जो भी आरोप है, उनकी जांच कराकर संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधीक्षक के आश्वासन के बाद प्रदर्शनकारी मान गए और व्यापारी के शव को सड़क से हटाकर अंतिम संस्कार करने ले गए। व्यापारी की मौत को लेकर बीसलपुर में लोगों में पुलिस के प्रति काफी नाराजगी है।
यह था मामला
बीसलपुर के मोहल्ला दुर्गा प्रसाद निवासी हरीश कुमार गंगवार का बीसलपुर में मेडिकल स्टोर है। उनकी गिनती बीसलपुर के बड़े व्यापारियों में की जाती है। 6 सितंबर को वह अपने ड्राइवर के साथ गाड़ी की फिटनेस के लिए जिला मुख्यालय पर आए थे। फिटनेस के लिए मिली तारीख निरस्त होने की सूचना जिला मुख्यालय पर मिली तो हरीश गंगवार ने ड्राइवर को गाड़ी लेकर वापस लौटा दिया। स्वयं जिला मुख्यालय पर काम होना बता कर चले गए। जब देर शाम तक वह वापस बीसलपुर नहीं लौटे तो परिजनों की तलाश में निकले। परिजनों ने गुमशुदगी की सूचना सुनगढ़ी थाना आकर प्रभारी निरीक्षक को दी। पुलिस ने सोशल मीडिया के विभिन्न ग्रुपों पर इश्तहार जारी कर लोगों से अपील की। 10 सितंबर शनिवार को पड़ोसी जनपद बरेली के भुता थाना क्षेत्र के अंतर्गत अटकोना नहर में एक लाश तैरती हुई देखी गई। पॉकेट में मिले आधार कार्ड से पता चला कि लाश बीसलपुर के हरीश गंगवार की है।
मोबाइल की लोकेशन बनबसा मिली
व्यापारी हरीश कुमार गंगवार को जिला मुख्यालय पर गाड़ी से छोड़ने गए ड्राइवर की माने तो मेडिकल स्टोर स्वामी हरीश कुमार गंगवार पीलीभीत में आसाम चौराहे से लाल रंग के टुकटुक पर बैठकर शहर के अंदर गए चले गए थे। उन्होंने जरूरत पड़ने पर घर फोन करके अन्य गाड़ी मंगवा लेने की बात कही थी। उनके मोबाइल की अंतिम लोकेशन पुलिस के अनुसार बनबसा (उत्तराखंड) में प्रदर्शित हुई लेकिन शनिवार की सुबह लाश बरेली के भुता थाना क्षेत्र के अंतर्गत अटकोना नहर में मिली। हरीश गंगवार की हत्या होना प्रतीत हो रहा है।
पीएम : सिर में चोट के निशान !
मेडिकल स्टोर स्वामी हरीश कुमार गंगवार का बरेली पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया। पुलिस के अनुसार सिर में चोट के निशान पाए गए। मरने से पहले व्यापारी कोमा में चला गया था।
एएसपी कर रहे लापरवाही की जांच
पीलीभीत पुलिस मीडिया सेल की ओर से जारी की गई विज्ञप्ति में कहा गया कि 07 सितंबर को अजय कुमार पुत्र हेमराज निवासी मो0 दुर्गा प्रसाद बारह पत्थर चौराहा बीसलपुर ने थाना सुनगढी पीलीभीत में अपने छोटे भाई हरीश कुमार गंगवार, उम्र करीब 46 वर्ष के गुम होने के संबंध में गुमशुदगी दर्ज करायी गयी थी । 10 सितंबर को हरीश कुमार गंगवार का शव जनपद बरेली के थाना भुता क्षेत्र में मिला तथा 11 सितंबर को मृतक हरीश के परिजनों एवं ग्रामीणों द्वारा बीसलपुर-शाहजहांपुर मार्ग पर शव रखकर प्रभारी निरीक्षक थाना सुनगढी एवं प्रभारी पुलिस चौकी आसाम रोड के विरुद्ध प्रकरण में लापरवाही बरतने के आरोप लगाये गए, जिसके सम्बन्ध में प्रारम्भिक जांच अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. पवित्र मोहन त्रिपाठी द्वारा की जा रही है।