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Pilibhit News: पीलीभीत में बाघ ने किया खेत से निकलकर मजदूर पर हमला
Pilibhit News: पीलीभीत में बाघ ने किया खेत से निकलकर मजदूर पर हमला
पीलीभीत से निर्मल कांत शुक्ल की रिपोर्ट
Pilibhit News: उत्तर प्रदेश के जनपद पीलीभीत (Pilibhit) के गजरौला (Gajraula) थाना क्षेत्र में जंगल से सटे गांव में गन्ने की गुड़ाई करने खेत में जा रहे मजदूर (Labour) पर बाघ (Tiger) ने हमला कर दिया। हमला होते ही जब मजदूर के साथ के लोगों ने शोर मचाया तो हड़बड़ा कर बाघ लहूलुहान मजदूर को छोड़कर भाग गया। घायल मजदूर को जिला अस्पताल (District Hospital) में भर्ती कराया गया है।
गजरौला के ग्राम सिरसा सरदहा के ओम प्रकाश (45) बुधवार को अपने बड़े भाई तीरथ राम व गांव के ही डोरीलाल के साथ पम्मी के खेत में गन्ने की गुड़ाई करने जा रहे थे। अभी यह तीनों लोग कटना नदी के पास पहुंचे थे, तभी नदी किनारे स्थित एक खेत से निकल कर आए बाघ ने पीछे से ओमप्रकाश पर हमला कर दिया। हमला सीधे गर्दन पर किया गया, जिससे ओमप्रकाश बुरी तरह लहूलुहान हो गया। उसके साथियों ने जोर-जोर से शोर मचाना शुरू किया तो बाघ हड़बड़ा गया। ओम प्रकाश को छोड़ दिया मगर कुछ दूरी पर ही खड़ा होकर गुर्राता रहा। और सुनकर आसपास के खेतों में काम कर रहे अन्य ग्रामीण भी बाघ को ललकारते हुए मौके पर पहुंचे तो वह उल्टे पांव खेतों के रास्ते जंगल की ओर भाग गया।
ग्रामीणों ने तत्काल ही फोन पर एंबुलेंस को सूचना देकर बुलवाया। एंबुलेंस से घायल ओमप्रकाश को तत्काल ही जिला राजकीय संयुक्त चिकित्सालय में लाकर भर्ती कराया गया। बाघ के हमले की सूचना जैसे ही पीलीभीत टाइगर रिजर्व के कार्यालय पर पहुंची तो हड़कंप मच गया। विभाग के तमाम बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। बाघ को तलाशा मगर वह नजर नहीं आया। पीलीभीत टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक नवीन खंडेलवाल ने पूरे घटनाक्रम पर विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। चिकित्सकों के अनुसार घायल ओम प्रकाश की हालत खतरे से बाहर है। बाघ में गर्दन पर हमला किया था।
दो थी बाघों की संख्या
घायल ओमप्रकाश के भाई तीरथ राम ने बताया कि खेत से निकल कर आए बाघ दो थे, जिनमें एक देखने में छोटा था और दूसरा बड़ा था। अगर शोर शराबा न किया जाता तो बाघ सभी की जान ले लेता।
पहले भी बाघ का निवाला बन चुके हैं ग्रामीण
जंगल से निकलकर आबादी क्षेत्र में बाघ के हमले की यह कोई पहली घटना नहीं है इससे पहले भी बाघ आबादी क्षेत्र में घुसकर कई ग्रामीणों को अपना शिकार बना चुका है। जंगल क्षेत्र से निकलकर बाघ आबादी क्षेत्र में ना जाएं, इसके लिए पीलीभीत टाइगर रिजर्व के पास कोई ठोस इंतजामात नहीं हैं।