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उत्तर प्रदेश

योगी जी आपका परिवार होता तो समझ में आता बेटियों का दर्द, मुझपर करवाया कायराना हमला- संजय सिंह

Janjwar Desk
5 Oct 2020 3:16 PM GMT
योगी जी आपका परिवार होता तो समझ में आता बेटियों का दर्द, मुझपर करवाया कायराना हमला- संजय सिंह
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आप सांसद संजय सिंह ने कहा, 'योगी जी आप अपने आप को ठाकुर कहते हैं, मैने आपको देखा है दो मुकदमे आपके ऊपर पर लगे थे, बिलख-बिलख कर आप संसद के अंदर रो रहे थे, आप पीछे से वार करते हैं, ये ठाकुरों का काम नहीं है.....

लखनऊ। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह सोमवार को अपनी पार्टी के नेताओं के हाथरस की गैंगरेप पीड़िता के परिजनों से मिलने पहुंचे। इसके बाद जैसे ही वह वापसी के लिए निकले तो उनपर एक दक्षिणपंथी व्यक्ति दीपक शर्मा ने स्याही फेंककर हमला किया। वहीं संजय सिंह ने इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करके उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर सिलसिलेवार हमले किए।

संजय सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अगर कोई भी भ्रष्टाचार, अत्याचार आदि के खिलाफ कोई भी विपक्ष का नेता आवाज उठाने की कोशिश करता है, तो योगी जी उसे मुकदमे, लाठी, जेल और गोली से डराते हैं। मैने पिछले तीन चार महीनों में तमाम मुद्दों को लेकर लड़ाई लड़ी है, जहां-जहां अन्याय-अत्याचार हुआ आवाज उठाई और मेरे खिलाफ एक महीने में 14 मुकदमें लिख दिए।

आप सांसद ने आगे कहा, 'योगी जी आपने मुझे भी डराने की कोशिश की। 14 मुकदमें लिख दिए आपने मैं आपसे नहीं डरा। आपने मेरा कार्यालय बंद करवा दिया फिर भी मैं आपसे नहीं डरा। आपने नोटिस भेजकर मुझे गिरफ्तार करने की कोशिश की, मैने ऐलान करके कहा मुझे जेल में डालो, मैं आपसे नहीं डरा और आज जब मैं बेटियों के न्याय के लिए , हाथरस की गुड़िया के लिए न्याय मांगने आया, उनके परिवार से मिलने गया तो आपने यह कायराना हमला करवाया।'

उन्होंने कहा, 'योगी जी आप अपने आप को ठाकुर कहते हैं, मैने आपको देखा है दो मुकदमे आपके ऊपर पर लगे थे, बिलख-बिलख कर आप संसद के अंदर रो रहे थे। आप पीछे से वार करते हैं, ये ठाकुरों का काम नहीं है। ये आपने कायर होने का परिचय दिया है। आपकी काली करतूतें जनता के सामने उजागर हो चुकी हैं। ये सच सामने आ चुका है आप दरिंदों के साथ खड़े हैं।'

संजय सिंह ने आगे कहा, 'योगी जी आपको उस गुडिया की चीख सुनाई नहीं दी, आपको बेटियों का दर्द सुनाई नहीं देता। मैं एक बेटी का पिता हूं, मुझे बेटियों का दर्द समझ पाता हूं, आपको कैसे समझ में आएगा बेटी का दर्द। आपका परिवार होता समझ पाते बेटियों का दर्द। आप नहीं समझ पाए लखीमपुर खीरी की बेटी का दर्द, आप नहीं समझ पाए जौनपुर की महिलाओं का दर्द, आप नहीं समझ पाए उस बलरामपुर की बेटी का दर्द, जो गैंगरेप का शिकार हुईं, जिनके शरीर को टुकड़े-टुकड़े कर दिया गया।'

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