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उत्तर प्रदेश

UP : शिवपाल ने अखिलेश को पत्र लिख कर जताया आभार, जल्द होगी सपा में वापसी

Janjwar Desk
8 Jun 2020 3:02 PM GMT
UP : शिवपाल ने अखिलेश को पत्र लिख कर जताया आभार, जल्द होगी सपा में वापसी
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प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने याचिका वापस लेने पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का आभार जताया है। इससे उनकी सपा में वापसी की अटकलें तेज होने लगी हैं। उन्होंने यह पत्र 29 मई को लिखा था, जो अब वायरल हो रहा है।
लखनऊ, जनज्वार प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने याचिका वापस लेने पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का आभार जताया है। इससे उनकी सपा में वापसी की अटकलें तेज होने लगी हैं। उन्होंने यह पत्र 29 मई को लिखा था, जो अब वायरल हो रहा है। शिवपाल ने चिट्ठी में लिखा है, 'आपके (अखिलेश यादव) आग्रह पर विधानसभा अध्यक्ष द्वारा मेरी विधानसभा सदस्यता खत्म करने के लिए दी गई याचिका वापस कर दिया गया है। इस स्नेहपूर्ण विश्वास के लिए आपका कोटिश: आभार।
निश्चय ही यह मात्र एक राजनीतिक परिघटना नहीं है, बल्कि आपके इस तरह के स्पष्ट्र, सार्थक व सकारात्मक हस्तक्षेप से राजनीतिक परिधि में आपके नेतृत्व में एक नव-राजनीतिक विकल्प व नवाक्षर का भी जन्म होगा।" ज्ञात हो कि जैसे-जैसे यूपी के विधानसभा चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं, यादव परिवार में एकता की अटकलें लगाई जा रही हैं। विधानसभा चुनाव 2017 के पहले परिवार में झगड़ा हुआ था, जिस पर शिवपाल यादव ने लोकसभा चुनाव, 2019 के लिए अलग पार्टी का ऐलान किया था।
सपा नेता राम गोविंद चौधरी ने 4 सितंबर, 2019 को दल परिवर्तन के आधार पर शिवपाल की सदस्यता रद्द करने को लेकर विधानसभा अध्यक्ष के पास याचिका दायर की थी। लेकिन 23 मार्च को प्रार्थनापत्र देकर याचिका वापस लेने का आग्रह किया गया। चौधरी ने कहा कि याचिका पेश करते वक्त कई जरूरी दस्तावेज और सबूत सौंपे नहीं गए थे, ऐसे में याचिका वापस की जाए। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने याचिका वापस कर दी थी।
शिवपाल यादव ने कोरोनावायरस से बचाव के लिए उठाए गए एहतियाती कदम को लेकर प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री योगी के कामों की सराहना की। लेकिन नौकरशाही को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि अफसरों ने जनप्रतिनिधियों से समन्वय पर जोर न देकर उन्हें ही घरों में कैद रहने को मजबूर कर दिया। अगर उनके अनुभवों का लाभ उठाते तो जो तस्वीर देखने को मिली व न मिलती।
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