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अमेरिका में 4 करोड़ की स्काॅलरशिप पाने वाली सुदीक्षा भाटी की बुलंदशहर में सड़क छाप गुंडों की छेड़खानी से मौत
सुदीक्षा भाटी का फाइल फोटो।
जनज्वार। मात्र 18-19 साल की सुदीक्षा भाटी की उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर में सड़क पर मनचलों की छेड़खानी की वजह से बाइक से गिर जाने से मौत हो गई। यह घटना सोमवार (10 August 2020) की है। उस समय लड़की अपने चाचा के साथ बाइक से मामा के घर जा रही थी। पुलिस सड़क दुर्घटना बता रही है, वहीं सुदीक्षा भाटी के परिजन इसे हत्या बता रहे हैं, क्योंकि जब दुर्घटना हुई उस समय बाइक मात्र 30 किमी की स्पीड में थी और छेड़खानी की वजह से उसका संतुलन बिगड़ गया और लड़की की मौत हो गई।
सुदीक्षा के चाचा ने क्या कहा?
सुदीक्षा अमेरिका में पढाई करती थीं और उन्हें करीब चार करोड़ रुपये की स्काॅलरशिप मिली थी। उनके चाचा सतेंद्र भाटी उन्हें बाइक पर लेकर जा रहे थे। उन्होंने कहा, 'बुलेट सवार ने हम लोगों का पीछा किया और कई बार ओवरटेक किया, इस कारण मैंने अपनी बाइक की स्पीड धीमी कर दी। इसके बाद बुलेट सवार आगे आ गया और रुक गया। तभी मेरी बाइक अनियंत्रित हो गई और एक्सिडेंट हो गया और मेरी भतीजी सुदीक्षा को गंभीर चोट लगी'।
सुदीक्षा के चाचा सतेंद्र भाटी ने कहा कि सड़क हादसे के बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए तथा एंबुलेंस बुलाई गई। फिर हम दोनों को अस्पताल ले जाया गया। उन्होंने कहा कि मनचलों की वजह से ये हादसा हुआ है। ये कौन थे ये मैं नहीं जानता। सतेंद्र भाटी ने बताया कि मनचलों की गाड़ी पर जाट लिखा हुआ था। वे आसपास के गांव के ही होंगे। सतेंद्र भाटी ने बताया कि सुदीक्षा ने कहा था ये बुलेट वाले अपनी बाइक का पीछा कर रहे हैं।
On the way, a bullet overtook us several times, I lowered the speed of my bike. The bullet rider then went ahead and stopped. I suddenly lost control & hit the bike. My niece was hurt: Sathendra Bhati, Uncle of the victim with whom she was travelling during the accident https://t.co/VD3R5wuW2Z pic.twitter.com/HJJxOm29gn
— ANI UP (@ANINewsUP) August 11, 2020
यह घटना बुलंदशहर के औरंगाबाद थाना क्षेत्र का है। बुलंदशहर के सिटी एसपी अतुल श्रीवास्तव ने इस मामले में कहा है कि अमेरिका में पढाई कर रही दादरी की एक लड़की की औरंगाबाद में कल सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। इस मामले में केस दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच की जा रही है।
Bulandshahr: A girl from Dadri who was studying at a College in the US lost her life in a road accident in Aurangabad yesterday. Atul Srivastava, SP City says, "Case has been registered and we trying to nab the accused. Further probe underway." pic.twitter.com/zrAJoeI7n4
— ANI UP (@ANINewsUP) August 11, 2020
इससे पहले सुदीक्षा के पिता जीतेंद्र भाटी ने मीडिया से कहा कि पुलिस ने इस मामले में अबतक हमसे कोई संपर्क नहीं किया है और न ही एफआइआर दर्ज की है। पुलिस मौके पर गई थी और सब पता है कि क्या हुआ है, फिर क्यों नहीं एफआइआर दर्ज की गई। जीतेंद्र भाटी के अनुसार, पुलिस इसे रोड एक्सिडेंट बता रही है, लेकिन एक्सिडेंट हुआ नहीं कराया गया। यह जानबूझ कर किया गया मर्डर है लेकिन पुलिस ने अबतक एक भी आरोपी को नहीं पकड़ा है।
मृत छात्रा के परिजनों का कहना है कि बाइक का बुलेट सवार दो युवकों ने पीछा किया। कभी युवक अपनी बुलेट को आगे निकालते तो कभी छात्रा पर कमेंट पास करते रहे। इतना ही नहीं, ये सिरफिरे युवक चलते-चलते स्टंट भी कर रहे थे। इसी दौरान अचानक बुलेट सवार युवकों ने अपनी बाइक आगे कर ब्रेक लगा दिया और बुलेट की टक्कर सुदीक्षा की बाइक से हो गई। बाइक गिर गई और सुदीक्षा घायल हो गईं। गंभीर चोट की वजह से उनकी मौत हो गई।
कौन थी सुदीक्षा भाटी?
सुदीक्षा भाटी अमेरिका के बाॅबसन काॅलेज में पढाई कर रही थीं। उन्हें वहां 3.8 करोड़ रुपये की स्काॅलरशिप मिली थी। डेरी स्कनर गांव की रहने वाली सुदीक्षा के पिता जीतेंद्र भाटी चाय का कारोबार करते हैं। सुदीक्षा ने एचसीएल फाउंडेशन के स्कूल विद्या ज्ञान से पढाई की थी। 2018 सीबीएसइ बोर्ड में उन्हें 98 प्रतिशत अंक मिला। वह जब छुट्टियों में गांव आती थीं तो बच्चों को पढाया करती थी। सुदीक्षा की इच्छा ऐसा काम करने की थी जिससे समाज में बदलाव लाया जा सके।
गौतमबुद्ध नगर जिले के दादरी की रहने वाली सुदीक्षा भाटी एक होनहार छात्रा थीं। वो हाल ही में वो छुट्टियों में घर आई हुई थीं। सुदीक्षा भाटी ने इंटरमीडिएट में बुलंदशहर जनपद को टॉप किया था। एचसीएल द्वारा स्काॅरशिप मिलने के बाद वे पढाई के लिए अमेरिका चली गई थीं।
पुलिस ने अज्ञात बाइकर्स के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शरू कर दी है और आरोपों की जांच कर कार्रवाई करने का दावा कर रही है। गाजियाबाद में भांजी को छेड़खानी से बचाने के दौरान पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या को लोग भूल भी नहीं पाए थे कि बुलंदशहर की घटना से एक बार फिर प्रदेश के अभिभावकों का कलेजा कांप गया है।