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उन्नाव केस : भारी सुरक्षा के बीच 2 दलित किशोरियों का हुआ अंतिम संस्कार, पूरे गांव ने बिलखते हुए दी विदाई
उन्नाव। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले स्थित बबुरहा गांव में तीन नाबालिग लड़कियां बेहोशी की हालत में पाई गई थीं। इनमें से दो लड़कियों को जिला अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया, जबकि तीसरी लड़की को गंभीर हालत में कानपुर के एक निजी अस्पताल में रेफर किया गया था। अब आज शुक्रवार 19 फरवरी को दोनों मृत लड़कियों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है।
यूपी के उन्नाव जिले के बबुरहा गांव में दो दिन पहले संदिग्ध हालातों में मरीं पाई गईं दलित नाबालिग लड़कियों का अंतिम संस्कार भारी सुरक्षा और उच्च अधिकारियों की मौजूदगी में किया गया। सुबह नौ बजे जब बच्चियों की शव यात्रा निकली तो गांव वाले बिलख रहे थे। गांव से बाहर दोनों की लाशों को दफनाया गया।। एक किशोरी के अंतिम संस्कार के बाद दूसरी किेशोरी के लिए उसके भाई का इंतजार किया जा रहा था, परिजन कह रहे थे कि लड़की का भाई सूरत से आ रहा है। वह कुछ घंटों में यहां पहुंच जाएगा मगर प्रशासन के कहने पर भाई के आये बिना उसका भी अंतिम संस्कार कर दिया गया।
लखनऊ मंडल के कमिश्नर रंजन कुमार, आईजी लक्ष्मी सिंह, डीएम रविंद्र कुमार और एसपी आनंद कुलकर्णी अंतिम संस्कार से पहले ही आज सुबह बबुरहा गांव पहुंच गए थे। पुलिस सुबह से ही अंतिम संस्कार करने की तैयारी करने लगी थी। गांव में सियासी दलों के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीणों का जमावड़ा रहा।
दोनों लड़कियों के शव मिलने के बाद से ही पूरे गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। पोस्टमार्टम के बाद दोनों शव गुरुवार शाम गांव लाए गए थे। परिवार ने डीएम से सुबह अंतिम संस्कार करने की बात कही थी। प्रशासन ने मृतकों के घर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।
गौरतलब है कि 13, 16 और 17 साल की ये दलित लड़कियां बुधवार 17 फरवरी की रात को गांव के एक खेत में बेसुध हालत में मिली थीं। मृत पाई गईं दो लड़कियों के अंतिम संस्कार के लिए गुरुवार 18 फरवरी की रात को लड़कियों के शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए। पुलिस ने कहा कि लड़कियों के विसरा को आगे की जांच के लिए सुरक्षित रखा गया है।
उन्नाव के पुलिस अधीक्षक (एसपी) आनंद कुलकर्णी ने कहा था, "परिजनों की इच्छानुसार शुक्रवार 19 फरवरी को अंतिम संस्कार किया जायेगा। उन्होंने कहा था कि वे शुक्रवार को शवों का अंतिम संस्कार करेंगे, क्योंकि उनके कुछ रिश्तेदार आ रहे हैं। यह पूरी तरह से उनका निर्णय है और हमारा इस पर कोई दबाव नहीं है। हम केवल कानून व्यवस्था को बनाए रखेंगे।"
किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस ने गुरुवार 18 फरवरी की रात को दो नाबालिगों की मौत के मामले में हत्या का मामला दर्ज किया है। हालांकि पोस्टमार्टम में इनके शरीर पर चोट के निशान नहीं मिले हैं। अज्ञात व्यक्ति/व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) व धारा 201 (अपराध के साक्ष्य का विलोपन) के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। परिवार की शिकायत के आधार पर इन दो धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। बची हुयी तीसरी लड़की कानपुर के एक अस्पताल में वेंटिलेटर सपोर्ट पर है। उसका इलाज जहर दिए जाने के संदेह के आधार पर किया जा रहा है।