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किसानों के साथ 'दिल्ली कूच' कर रहीं मेधा पाटकर और प्रतिभा शिंदे को यूपी पुलिस ने आगरा के पास रोका
File photo
जनज्वार। केंद्रीय कृषि बिल के विरोध में किसान संगठनों के दिल्ली कूच को लेकर आज पूरे दिन भारी बवाल मचा रहा। हरियाणा सरकार द्वारा किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। जगह-जगह बैरिकेटिंग लगाए गए थे, पर किसान नहीं माने। किसानों पर कई जगह पानी की बौछारें की गईं।
किसान नेताओं का आरोप है कि किसानों को कई जगह हिरासत में भी लिया गया है, हालांकि हरियाणा सरकार ने किसानों को हिरासत में लिए जाने से इंकार किया है। इस बीच खबर है कि किसानों के साथ दिल्ली जा रहे मेधा पाटकर और प्रतिभा शिंदे को उत्तरप्रदेश पुलिस ने आगरा के पास रोक दिया है। मेधा पाटकर और प्रतिभा शिंदे को रोके जाने की खबर को योगेंद्र यादव ने ट्वीट कर शेयर किया है।
केद्र सरकार के तीन कृषि बिल के खिलाफ देश के 422 किसान संगठनों ने दिल्ली कूच का आह्वान किया है। किसानों के दिल्ली कूच को लेकर हरियाणा सरकार ने पंजाब से लगती सीमा पूरी तरह सील कर दी थी। कल ही हरियाणा सरकार द्वारा एक गाइडलाइन जारी किया गया था। हालांकि आज अंबाला में भारी संख्या में किसान पुलिस का घेरा तोड़कर आगे बढ़ गए। उधर कुरुक्षेत्र में भी उनको रोकनेे के लिए बेरिकट्स लगाए गए थे। वे इसे तोड़कर आगे बढ़े तो पुलिस ने वाटर कैनन से उन पर पानी की बौछार की।
उधर किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने आरोप लगाया है कि हरियाणा में 100 किसान नेताओं को दिल्ली कूच से रोकने के लिए हिरासत में लिया गया है। वहीं हरियाणा सरकार ने इससे इंकार किया है।
उधर कुरुक्षेत्र में किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए त्योड़ा में पुलिस का नाका लगाया गया था। यहां हाईवे पर बेरिकेट्स भी लगाए गए थे। इस दौरान किसानों ने नाकों को तोड़ दिया। यहां किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी से प्रशासन ने वार्ता की, पर किसान नहीं माने। फिर पुलिस ने वाटर कैनन से किसानों पर पानी की बौछार कर दी। किसानों ने कुरुक्षेत्र के त्योड़ा गांव में लगाया पुलिस का नाका भी तोड़ दिया और दिल्ली कूच के लिए आगे बढ़ गए हैं।
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष सरदार गुरमना सिंह चढ़ूनी ने दावा किया है कि देश में करीब 500 किसान नेताओं को हिरासत में लिया गया है। इनमें करीब 100 नेता हरियाणा से हैं। किसानों के आंदोलन की सात सदस्यीय राष्ट्रीय़ संयुक्त समिति ने भी गिरफ्तारियों का दावा किया है, जबकि हरियाणा सरकार ने कहा कि किसानों को हिरासत में लेने की बात गलत है।
उधर किसानों को पुलिस और अर्द्ध सुरक्षा बलों के जवानों ने आगे बढ़ने से रोक दिया तो वे हाईवे पर बैठ गए। इससे करीब 15 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। इस दौरान किसानों ने सड़क पर ही लंगर लगा दिया।