Begin typing your search above and press return to search.
उत्तर प्रदेश

विकास की 'कब्र' में सैकड़ों राज दफन, पत्नी ऋचा की चेतावनी सबको भुगतना पड़ेगा

Janjwar Desk
11 July 2020 8:31 AM GMT
विकास की कब्र में सैकड़ों राज दफन, पत्नी ऋचा की चेतावनी सबको भुगतना पड़ेगा
x

File photo

विकास दुबे के माता-पिता ने जहां उसके अंतिम संस्कार से दूरी बना ली, वहीं उसकी पत्नी ने मीडिया को चेतावनी दी कि उसको मरवा कर अच्छा नहीं किया...

कानपुर से मनीष दुबे की रिपोर्ट

कुख्यात विकास दुबे की गिरफ्तारी और एनकाउंटर के बाद वो सभी राज कब्र में चले गए जो अगर खुलते तो कइयों को ले डूबते। प्रदेश और देश के तमाम नेता जो अलग-अलग पार्टियों में थे उन सहित अफसर, बिजनेसमैन कई एक नामचीन हस्तियां बेनकाब हो जातीं। साथ ही सत्ता और अपराध के गठजोड़ की गठरी भी खुलती। इन्हीं लोगों की शह पर विकास दुबे इतना बड़ा अपराधी बना जिसकी कुंडली मे 100 से अधिक संगीन मुकदमे दर्ज थे।

1990 के आसपास जब विकास अपराध की दुनिया मे उतरा तो उसे शुरू से ही राजनैतिक सरपरस्ती मिलने लगी थी। 15 साल वो ग्राम प्रधान रहा। बसपा से सियासी पारी की शुरुआत करने वाले विकास के घर में आज भी प्रधानी बरकरार है। इस दौरान वो जिला पंचायत सदस्य भी रहा। बसपा सुप्रीमो से लेकर कई बड़े नेताओं से उसका सीधा संपर्क रहा। इस फेहरिस्त में कभी छात्रनेता रहे एक चर्चित मंत्री का भी नाम है। इसके बाद वह सपा और भाजपा नेताओं के संपर्क में आया। भाजपा के दो विधायक उसके बड़े करीबी बताए जा रहे हैं। जिसका खुलासा खुद विकास ने एक इंटरव्यू ने किया था।

एनकाउंटर में शामिल एक पुलिस अधिकारी ने बताया विकास की पहुंच तगड़ी थी। नेता, कारोबारी और अधिकारी सभी उसकी पैरवी में लगे थे। यदि वह जिंदा रहता और मुंह खोलता तो अनगिनत लोग बेनकाब हो जाते। इस अधिकारी के दिये बयान से साफ होता है कि पूछताछ में विकास ने कई बड़े राज खोले थे। बशर्ते, अभी वो राज सामने नहीं आ सके हैं। 2017 में भी जब वह लखनऊ में पकड़ा गया था तब भी उसने कइयों के नाम लिए थे।

भैरव घाट में हुआ अंतिम संस्कार

विकास के अंतिम संस्कार में उसके माता-पिता ने शामिल होने से इनकार कर दिया था। विकास के शव का पोस्टमॉर्टम करने के बाद पुलिस को उसका कोई दावेदार नहीं मिला। शुक्रवार की शाम को शिवली से विकास के बहनोई दिनेश तिवारी ने अपनी सुपुर्दगी में शव लिया। लखनऊ से विकास की पत्नी ऋचा, बेटा, मामी व बिकरु से तीन अन्य लोग शामिल हुए। शव का भैरवघाट के विधुत शवगृह में अंतिम संस्कार किया गया।

मैं चलाऊंगी बंदूक, सब मरेंगे

घाट में मौजूद मीडिया ने जैसे ऋचा से बिकरु में आठ पुलिस कर्मियों के मारे जाने की बाबत पूछा वह भड़क गई। बोली, मेरे पति को मारकर तुम सबने ठीक नहीं किया। अब मैं खुद बंदूक उठाउंगी। जिसने मारा है...जिसने मरवाया है...सब मरेंगे। पति की मौत के बाद पुलिस, मीडिया सब पर उसका गुस्सा साफ तौर पर दिखा। उसने चिल्लाकर कहा जो हुआ ठीक नहीं हुआ सबको भुगतना पड़ेगा।

Next Story

विविध