मुस्लिमों से आखिर इतनी नफरत क्यों करते हैं योगी आदित्यनाथ, कल इतने बड़े त्योहार ईद की तक नहीं दी बधाई
योगी आदित्यनाथ (file photo)
जनज्वार ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर सूबे की राजनीति में हमेशा हिंदूवादी कट्टर नेता की छवि का आरोप लगता रहा है। खुद उनके गृहनगर गोरखपुर के मुसलमान भी दबी जुबान इस बात को स्वीकार करते हैं। मठ के महंत व सांसद रह चुके सीएम योगी आदित्यनाथ ने कल इद के दिन अपनी इस कट्टर हिंदूवादी नेता की छवि को बरकरार रखने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
अापने ईद की मुबारक बाद नहीं दी योगी जी ऐसे मोको पर तो दुश्मन भी दोस्त हो जाते है,माना मुस्लिमो से नफरत है आपको पर इतनी नफरते खा लेकर जाओगे,मोदी जी तक ने ईद विश कर दिया पर अापने नहीं,कोई नहीं हम आपको विश कर दे रहे है हैप्पी ईद योगी जी लगता है आप मुस्लिमो के cm ही नहीं हो!
— आयशा फातिमा राजपूत (@Aysha_786Rajput) May 14, 2021
कल इद थी तो परशुराम जयंती सहित और भी एक-आध जयंतियां थीं। राजा का धर्म होता है कि वह अपनी पूरी प्रजा को एक समान नजर से देखे। लेकिन योगी आदित्यनाथ ने ऐसा नहीं किया। योगी आदित्यनाथ ने कल 14 मई को लगातार तीन ट्वीट किए जिनमें एक विष्णु भगवान के छठवें अवतार परशुराम के लिए दूसरा ट्वीट अक्षय तृतिया की बधाई और तीसरा ट्वीट महाराजा शंभाजी महाराज जयंती की बधाई का किया था।
सादर चरणस्पर्श सर15-20वर्षो से वेतन प्राप्त कर रहे तदर्थ शिक्षकों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा है 50-55 की उम्र में कोई विकल्प नहीं है दयाकरें।#तदर्थविनियमितीकरण
— Gangadhar Rai (@Gangadh65879288) May 14, 2021
जनज्वार की टीम ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के फेसबुक अकाउंट सहित ट्वीटर व अन्य खातों को चेक किया। पहले हमें लगा था कि कहीं आपदा के इस समय संत हृदय योगी बाबा ने अपनी प्रजा को बधाई देना उचित ना समझा हो लेकिन जांचा तो पाया गया कि मुख्यमंत्री ने मुस्लिमों के बड़े त्योहार ईद को छोड़कर सभी जयंतियों व हिंदू दिवसों की विधिवत बधाई दी थी।
भगवान परशुराम की तो आज के युग में भी आवश्यकता है, धरती को नकली हिन्दुओं/भाजपा - संघ से विहीन करने के लिए।
— Amit 'Nyay' Kumar 'insaf' (@AmitKum54029989) May 14, 2021
योगी आदित्यनाथ पर समय दर समय धर्म विशेष का विरोधी होने सहित कई आरोप लगते रहे हैं। जिसे योगी ने मुख्यमंत्री बनने के बाद अक्सर झुठलाया है। लेकिन कहते हैं कि दिल की बात कभी तो जुबां पर आती ही है, सो कल आ गई। योगी आदित्यनाथ सूबे के सबसे बड़े पद पर बैठे एक जिम्मेदार मुख्यमंत्री हैं और उनका अपनी ही प्रजा से इस कदर भेदभाव खराब मैसेज देता है।