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UP में दिनदहाड़े 7 गोलियां मारकर युवा पत्रकार की हत्या, भूमाफियाओं का हाथ
कानपुर से मनीष दुबे की रिपोर्ट
जनज्वार। उत्तर प्रदेश में उन्नाव गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के सहजनी मोड़ के निकट आज शुक्रवार 19 जून की शाम करीब 4:30 बजे अज्ञात बाइक सवार दो युवकों ने पत्रकार को गोलियों से छलनी कर दिया। ताबड़तोड़ की गयी फायरिंग में पोनी रोड गंगाघाट निवासी 27 वर्षीय शुभममणि त्रिपाठी के सिर व सीने में गोलियां लगीं और उनकी मौके पर ही मौत हो गयी।
पत्रकार शुभममणि त्रिपाठी को जहां पर ताबड़तोड़ गोलियों से भूना गया था, वहां से पुलिस ने पिस्टल के दो कारतूस, दो खोखे व 315 बोर का एक कारतूस व खोखा बरामद किया है। घटना में पिस्टल और तमंचे का प्रयोग किया गया है। शुभममणि पर यह हमला तब किया गया जब वह बाइक से लौट रहे थे।
शुभममणि की हत्या में भूमाफिया का हाथ होने की पुष्टि इस बात से भी होती है क्योंकि 14 जून को अपनी फेसबुक पोस्ट में इसका जिक्र किया था और अपनी जान को खतरा बताते हुए पुलिस से मदद भी मांगी थी।
फेसबुक पर शुभममणि ने लिखा था, 'चर्चित भू माफिया की जमीन का अभी कुछ दिनों पहले कवरेज करने मैं गया था, प्रशासन द्वारा अवैध निर्माण ध्वस्त किया जा रहा था। क्रोधित होकर भू माफिया ने किसी व्यक्ति द्वारा मेरे खिलाफ एक फर्जी एप्लीकेशन जिलाधिकारी को दिलवाई है, बहुत-बहुत धन्यवाद भूमाफिया का, सरकारी जमीन बेचते रहो और अगर कोई तुम्हारे खिलाफ कोई पत्रकार खबर लगा दे तो उसके खिलाफ फर्जी मुकदमे लिखवाते रहो। भगवान तुम्हारा भला करे भूमाफिया।'
इसके कमेंट बॉक्स में भी शुभमणि लिखते हैं, पूरा प्रशासन ऊपर से नीचे तक भ्रष्ट और बिकाऊ है। अभी कुछ दिनों पूर्व भूमाफिया ने अपने गुर्गे द्वारा मेरी फोर व्हीलर के नंबर पर झूठा मुकदमा पैसे के बल पर पंजीकृत कराया था। उस घटना के समय में सीसीटीवी की निगरानी में था, जिसमें मैं निर्दोष साबित हुआ। यह फर्जी घटना दिखाकर एप्लीकेशन जिलाधिकारी महोदय को दिया गया है, जबकि मैं उस समय सीसीटीवी की निगरानी में था। मेरे पास सभी साक्ष्य उपलब्ध हैं। इस.... को झूठा अप्लीकेशन देने के आरोप में जेल जरूर भेजूंगा। भूमाफिया इसलिए बौखलाई घूम रही है, क्योंकि जानती है अगर इसके खिलाफ शिकायत करने का सिलसिला बंद नहीं किया गया तो बहुत जल्दी यह रोड पर आ जाएगी और उसके गुंडों की टोली इसे छोड़कर भाग खड़ी होगी।'
बेखौफ बदमाशों ने उन्नाव के शुक्लागंज सहजनी हाईवे पर कंपू मेल से जुड़े पत्रकार शुभम मणि त्रिपाठी को दिनदहाड़े 7 राउंड फायर करके जिस तरह मौत के घाट उतारा है, उससे साबित होता है कि जुर्म कम का दावा करने वाली योगी सरकार अपराधों पर रोक लगाने में पूरी तरह विफल हो रही है। बदमाशों के हौसले योगीराज में बुलंद हैं।
इसी साल फरवरी में शुभममणि त्रिपाठी की राशि दीक्षित से शादी हुई थी। राशि के हाथों की अभी ठीक से मेहंदी भी नहीं उतरी थी कि हत्यारों ने उसके सुहाग को मौत के घाट उतार दिया।
शुभममणि त्रिपाठी को जब बीच चौराहे पर हमलावरों ने गोलियों से छलनी किया तो वहां पर काफी लोग मौजूद थे। इस घटना से इलाके में कोहराम मचा गया। शुभममणि की हत्या के बाद हत्यारे बाइक पर सवाल होकर फरार हो गये।
सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस शुभममणि को खून से लथपथ हालत में हैलेट अस्पताल लेकर गयी, मगर उनकी रास्ते में ही मौत हो गयी थी। कानपुर के हैलेट अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित किया।
कानपुर से निकलने वाले लोकल अखबार कंपू मेल के संवाददाता शुभममणि त्रिपाठी की जमीन विवाद को लेकर भाजपा की महिला नेता से विवाद की बात भी सामने आ रही है। महिला नेता व उसके गुर्गों ने पहले भी पत्रकार को जान से मारने की धमकी दी थी, जिसके चलते पत्रकार ने जिले के आईजी, एसएसपी व एसपी से अपनी जान की गुहार लगाई थी, बावजूद इसके कोई सुनवाई नहीं हुई। उसी का नतीजा है कि आज दिननहाड़े शुभममणि को मौत के घाट उतार दिया गया।
उन्नाव में हुए दिनदहाड़े पत्रकार हत्याकांड में जिले के एएसपी वीके पांडेय का कहना है कि 'आज दिन में लगभग 4 बजे शुभममणि त्रिपाठी को दो अज्ञात मोटरसाइकिल सवारों ने गोली मारकर हत्या कर दी है। शुभम को इलाज के लिए कानपुर हैलट अस्पताल भेजा गया, जहां उनकी मृत्यु हो गई। दोषियों के लिए चार टीमों का गठन कर जल्द से जल्द उनकी गिरफ्तारी की जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी।'
कंपू मेल समाचारपत्र के पत्रकार शुभममणि त्रिपाठी की निर्मम हत्या की कानपुर जर्नलिस्ट क्लब ने कड़ी निंदा की है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हत्यारों की अविलंब गिरफ्तारी और दिवंगत पत्रकार के परिवार के लिए 20 लाख की सहायता की मांग की है।