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Dehradun News: काली नदी पर बन रहे तटबंध का विरोध: नेपाल की तरफ से फिर हुआ पथराव, मजदूरों में मची भगदड़

Janjwar Desk
4 Dec 2022 1:27 PM GMT
Dehradun News: काली नदी पर बन रहे तटबंध का विरोध: नेपाल की तरफ से फिर हुआ पथराव, मजदूरों में मची भगदड़
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Dehradun News: भारत नेपाल सीमा पर पिथौरागढ़ जिले में स्थित काली नदी पर भारत द्वारा बनाए जा रहे तटबंध के विरोध में रविवार को एक बार फिर नेपाल की ओर से भारी पथराव किए जाने से तटबंध निर्माण कार्य में लगे मजदूरों में भगदड़ मच गई। अचानक हुए इस पथराव के कारण काम कर रहे मजदूरों को अपनी जान बचाने के लिए इधर उधर भागना पड़ा। इससे पहले भी तटबंध के विरोध में नेपाल की ओर से कई बार पत्थरबाजी हो चुकी है।

Dehradun News: भारत नेपाल सीमा पर पिथौरागढ़ जिले में स्थित काली नदी पर भारत द्वारा बनाए जा रहे तटबंध के विरोध में रविवार को एक बार फिर नेपाल की ओर से भारी पथराव किए जाने से तटबंध निर्माण कार्य में लगे मजदूरों में भगदड़ मच गई। अचानक हुए इस पथराव के कारण काम कर रहे मजदूरों को अपनी जान बचाने के लिए इधर उधर भागना पड़ा। इससे पहले भी तटबंध के विरोध में नेपाल की ओर से कई बार पत्थरबाजी हो चुकी है।

मालूम हो कि भारत नेपाल सीमा पर पिथौरागढ़ जिले के धारचूला क्षेत्र में बहने वाली नदी भारत और नेपाल की सीमा का निर्धारण करती है। नदी के इस तरफ भारत तथा नदी के दूसरी तरफ नेपाल स्थित है। दोनों देशों के बीच में बहने वाली यह काली नदी हर बरसात में विकराल रूप धारण कर लेती है। जिससे भारतीय क्षेत्र में भी व्यापक तबाही झेलनी पड़ती है। इसी काली नदी के प्रकोप से बचने के लिए भारत की ओर से अपनी ओर के किनारे पर सुरक्षा के लिए तटबंध बनाया जा रहा है। भारत द्वारा तटबंध बनाए जाने का नेपाली नागरिकों द्वारा लंबे समय से तीखा विरोध किया जा रहा है। नेपालियों का कहना है कि भारत की ओर से तटबंध बनाए जाने के बाद बरसात में इस काली नदी का सारा पानी उनके सीमा क्षेत्र में घुसकर तबाही मचाएगा। इसी कारण नेपाल की ओर से इस तटबंध का विरोध करते हुए कई बार पत्थरबाजी हो चुकी है। नेपाल सीमा पर इकट्ठे होकर सैंकड़ों नेपाली नागरिकों का समूह अक्सर ही निर्माण कार्य में जुटे मजदूरों पर पत्थरबाजी शुरू कर देता है। जिससे मजदूरों को अपनी जान बचाने के लिए इधर उधर भागना पड़ता है।

रविवार को भी पिथौरागढ़ धारचूला के घटखोला इलाके में तटबंध निर्माण के दौरान नेपाल की ओर से पत्थरबाजी से वहां काम कर रहे मजदूरों में अफरा-तफरी मच गई। रविवार की दोपहर करीब बारह बजे कंस्ट्रक्शन कंपनी के मजदूर तटबंध निर्माण के कार्य में लगे थे तभी नेपाल की ओर से कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। जिससे निर्माण स्थल पर पथराव करने से अफरा-तफरी मच गई। मौके पर निर्माण कार्य में लगे मजदूरों को इस हमले से बचने के लिए इधर-उधर भागने के लिए मजबूर होना पड़ा। 9 सितंबर को आई भीषण आपदा के कारण भारी मात्रा में काली नदी का मलबा घटखोला में जमा हो गया है। मलबा जमा होने से तटबंध के निर्माण में बाधा पहुंच रही है। पथराव के समय मजदूर इसी मलवे की सफाई का काम कर रहे थे।

हालांकि भारत अपने ही क्षेत्र में यह तटबंध निर्माण का कार्य कर रहा है। लेकिन इसके बाद भी नेपाल की ओर से लगातार आपत्ति जताते हुए कुछ लोग पथराव कर रहे हैं। पहले भी कई बार नेपाल की ओर पथराव किया जा चुका है। नेपाल के लोगों का इसलिए विरोध रहता है कि भारत की ओर तटबंध बनने से उनकी ओर काली नदी से कटाव होगा। नेपाल स्थित दार्चुला के विधायक गेलबू बोहरा का कहना है कि भारतीय क्षेत्र में चल रहे कार्य से नेपाल के तटबंधों को खतरा हो रहा है। ठेकेदार द्वारा नदी तट पर मनमानी से कार्य किया जा रहा है, जिसका वे विरोध करते हैं।

तटबंध का नेपाल की ओर से किए जाने वाले इस विरोध के कारण भारत के अधिकारियों की नेपाल प्रशासन से लगातार बातचीत भी होती रहती है। अभी पथराव की इस नई घटना से दो दिन पूर्व भी धारचूला के संयुक्त मजिस्ट्रेट दिवेश शाशनी और सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता ने नेपाल पहुंचकर दार्चुला जिला प्रशासन के अधिकारियों से बातचीत की थी। जिसमें अगले 10-15 दिन के भीतर फिर से दोनों देशों के अधिकारियों के बीच बैठक होना तय किया गया था। लेकिन इसके बाद भी नेपाली नागरिकों की भारत की सीमा पर बन रहे इस तटबंध को लेकर नाराजगी बरकरार है। ताजा पथराव की घटना के बारे में प्रदेश के एडीजी वी मुरुगेशन ने जानकारी दी है कि नेपाल की तरफ से तरफ से पांच लोगों ने पत्थरबाजी की है। वहां पर नदी से भारत सेफ्टी वॉल बना रहा है। नेपाल के लोग इसका विरोध कर रहे हैं।

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