Jim Corbett National Park: पर्यटन सीजन के आखिरी दिन कॉर्बेट पार्क में बाघ ने मजदूर को उतरा मौत के घाट
Jim Corbett National Park: पर्यटन सीजन के आखिरी दिन कॉर्बेट पार्क में बाघ ने मजदूर को उतरा मौत के घाट
Jim Corbett National Park: इस साल के पर्यटन सीजन के आखिरी दिन कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में बाघ ने एक मजदूर पर हमला कर मजदूर को मौत के घाट उतार दिया। बाघ के हमले की खबर मिलते ही कॉर्बेट टाइगर रिजर्व व पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। घटना बुधवार को कॉर्बेट पार्क के धनगढ़ी गेट से पार्क सीमा की ओर सात किमी. दूर जंगल क्षेत्र में हुई है।
जानकारी के अनुसार कॉर्बेट पार्क के अंदर बहने वाली एक नदी पर सुलतान क्षेत्र में इन दिनों जाल बनाए जाने का कार्य किया जा रहा है। इस काम के लिए कालागढ़ के एक ठेकेदार ने श्रमिक रखे हैं। बुधवार की दोपहर एक श्रमिक धनगढ़ी गेट से साइट पर जा रहा था। लेकिन इसी बीच धनगढ़ी व सुलतान के बीच के जंगल में एक बाघ ने श्रमिक पर हमला बोलकर उसे मौत के घाट उतार दिया। हमलावर बाघ श्रमिक को घसीटते हुए घने जंगल की ओर ले गया।
जंगल के रास्ते में श्रमिक की बाइक लावारिस हालत में गिरी होने के बाद जब इस दुर्घटना का अंदेशा हुआ तो वनकर्मियों ने आस-पास के दायरे में श्रमिक की खोजबीन शुरू की। काफी मशक्कत के बाद वनकर्मियों की टीम ने श्रमिक का अधखाया शव जंगल में झाड़ियों के पास से बरामद करते हुए इसकी जानकारी कॉर्बेट के उच्चाधिकारियों को दी।
घटना की जानकारी मिलने के बाद कॉर्बेट मुख्यालय रामनगर से कॉर्बेट के अधिकारियों की टीम पुलिस फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंची। मृतक श्रमिक का नाम खलील (40 वर्ष) बताया जा रहा है जो मानपुर, ठाकुरदारा उत्तर प्रदेश का रहने वाला था। कोतवाली के वरिष्ठ उपनिरीक्षक प्रेम विश्वकर्मा ने मृतक के शव का पंचनामा भरकर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के उप निदेशक नीरज शर्मा ने कहा कि मृतक के परिजनों को इस हादसे की सूचना दे दी गयी है। परिजनों को विभागीय नियमानुसार मुआवजा दिलाए जाने की कार्यवाही की जाएगी।
बता दें कि कॉर्बेट नेशनल पार्क में सैलानियों के लिए अलग-अलग कई जोन बनाए गए हैं। जहां पर्यटन गतिविधियों को संचालित किया जाता है। जिस जगह बुधवार को बाघ ने हमला कर मजदूर को मौत के घाट उतारा है, वह ढिकाला जोन का हिस्सा है। ढिकाला जोन के इस हिस्से में हर साल पर्यटन गतिविधियों 15 अक्तूबर से 15 जून तक संचालित की जाती हैं। बरसात के चार महीने के दिनों में यह जोन पर्यटकों के लिए पूरी तरह बंद रहता है। इस लिहाज से हादसे वाला यह बुधवार का दिन इस जोन में इस साल का आखिरी पर्यटन दिवस था।