Jim Corbett National Park :बंदूक और चाकुओं के साथ यूपी के तीन शिकारी कॉर्बेट पार्क से गिरफ्तार, बड़ी वारदात की फिराक में घुसपैठ की थी जंगल में
Jim Corbett National Park :बंदूक और चाकुओं के साथ यूपी के तीन शिकारी कॉर्बेट पार्क से गिरफ्तार, बड़ी वारदात की फिराक में घुसपैठ की थी जंगल में
Jim Corbett National Park : कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में वनकर्मियों ने रात्रिकालीन गश्त के दौरान यूपी के तीन शिकारियों को बंदूक और धारदार हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए उन्हें जेल भेज दिया गया है। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक पकड़े गए शिकारी किसी बड़ी वारदात को अंजाम दिए जाने के इरादे से जंगल में घुसपैठ किए हुए थे। जो वक्त रहते वारदात को अमलीजामा पहनाए जाने से पहले ही वनकर्मियों की मुस्तैदी से पकड़े गए।
जानकारी के अनुसार कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के कालागढ टाइगर रिजर्व प्रभाग की पाखरो रेंज में रात्रि गश्त के दौरान जीप में सवार तीन संदिग्ध लोगों को रोककर उनसे बिना अनुमति जंगल में घुसपैठ की वजह पूछी तो जीप सवार जंगल में अपनी मौजूदगी की कोई ठोस वजह नहीं बता पाए। सैयद जफर याब अली जैदी पुत्र स्व. अशरफ अली जैदी निवासी कशरे काजिम कोटला जिला मेरठ, फहीम पुत्र उमर निवासी मोहल्ला नौमी बढ़ापुर जिला बिजनौर, इंतजार पुत्र अनवर निवासी मोहल्ला नौमी बढ़ापुर जिला बिजनौर निवासी इन तीनों लोगों की तलाशी लेने पर वनकर्मियों को इनके पास से एक 12 बोर बन्दूक,17 कारतूस, एक धारदार गंडासा, 4 बड़े चाकू, सर्च लाइट, टॉर्च बरामद हुए। जिसके बाद वनकर्मियों ने इन तीनों को जंगल में घुसकर अवैध शिकार के प्रयास में गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए तीनों आरोपियों के खिलाफ वन अधिनियम, शस्त्र अधिनियम सहित अन्य कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें न्यायालय में पेश किया गया। जहां से न्यायालय के आदेश के बाद इन्हें जेल भेजने की कार्यवाही की जा रही है।
इस मामले में कालागढ़ वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी पीसी आर्य ने बताया कि संपूर्ण कॉर्बेट टाइगर रिजर्व व उसके आसपास के क्षेत्रों में वन एवं वन्य जीव अपराधों की रोकथाम हेतु सघन गश्त व चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। ड्रोन तथा स्निफर डॉग्स के माध्यम से भी निगरानी व चेकिंग की जा रही है। इसी गश्त के दौरान जंगल में अवैध शिकार की मंशा से जंगल में घुसे इन आरोपियों को पकड़ा गया है।
दीपावली पर आ जाती है उल्लू की शामत
यहां बता दे कि कॉर्बेट नेशनल पार्क की यूपी से लगी दक्षिणी सीमा जंगल और वन्यजीवों के दुश्मनों के लिहाज से हमेशा से ही संवेदनशील मानी जाती रही है। बाघ के अंगों और हाथी दांत की तस्करी का धंधा करने वालों के लिए यूपी से सटी पार्क की सीमा में घुसपैठ करना कहीं ज्यादा आसान समझा जाता है। इसके अलावा दीपावली पर्व आने के दौरान तंत्र मंत्र क्रिया में उल्लू की बलि दिए जाने के अंधविश्वास की वजह से दीपावली से पहले का हफ्ता उल्लुओं का शिकार करने की ताक में लगे शिकारियों के लिहाज से और भी ज्यादा संवेदनशील हो जाता है। दीपावली पर अमावस्या की अंधेरी रात में उल्लू की बलि देकर वांछित फल पाने के अंधविश्वास के चलते लोगों में उल्लू पक्षी की मांग बढ़ जाती है। इस मांग को पूरा करने के लिए वन्यजीव का शिकार करने वाले गिरोह इन दिनों जंगल में घुसपैठ का प्रयास करते रहते हैं। वन विभाग को इन दिनों में जंगलों की घुसपैठ को रोकने के लिए इतने बड़े पैमाने पर गश्त करनी पड़ती है कि विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को इन दिनों कोई छुट्टी तक नहीं दी जाती है।