Ramnagar News: धनतेरस पर घर में आया गुलदार, चहलकदमी से डराया पूरे परिवार को, वनकर्मियों ने मुश्किल से किया रेस्क्यू
Ramnagar News: दीपावली से पहले धनतेरस पर जहां हर कोई अपने घर में कुछ न कुछ विशेष चीज लाने की कोशिश करता है तो कोटाबाग के एक घर में धनतेरस की इस रात बिना किसी कोशिश के ही इतना विशेष आइटम आ धमका कि परिवार के होश ही फाख्ता हो गए। घर में पल रहे कुत्ते का शिकार करने की मंशा से घर में घुसे इस खतरनाक अनचाहे मेहमान से मुक्ति के लिए परिवार को वन विभाग से गुहार लगानी पड़ी। विभाग ने बमुश्किल मशक्कत के बाद इस खतरनाक गुलदार का रेस्क्यू किया।
मामला रामनगर वन प्रभाग के कालाढूंगी वन क्षेत्र में पड़ने वाले कोटाबाग के फतेहपुर गांव का है। इस गांव के लक्ष्मीकांत पुत्र परमानंद ने अपने घर में एक कुत्ता पाल रखा है। लक्ष्मीकांत के इस कुत्ते पर इलाके में ही घूमने वाली एक मादा गुलदार का दिल आ गया। धनतेरस की आधी रात को मादा गुलदार इसी कुत्ते को अपना शिकार बनाने के इरादे से लक्ष्मीकांत के घर में घुस गई। इस बीच घर में पल रहा कुत्ता गुलदार की आमद से होते ही दूसरे कमरे में जाकर छुप गया। लक्ष्मीकांत के परिवार के लोगों ने घर में जब कुत्ते की तलाश में चहलकदमी करते गुलदार को देखा तो उनके होश फाख्ता हो गए। गुलदार के डर से घर के सदस्यों ने सावधानी बरतते हुए घर का दरवाजा बाहर से बंद कर गुलदार को तत्काल कमरे में ही बंद करते हुए गुलदार की खबर वन विभाग को दी।
खबर मिलने पर रामनगर वन प्रभाग के डीएफओ कुंदन कुमार के निर्देशन में कालाढूंगी देचौरी व फतेहपुर से वनकर्मियों की टीम गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरो के साथ मौके पर पहुंच गई। जहां गुलदार को पिंजरे में रेस्क्यू करने के लिए टीम द्वारा दरवाजा खोलकर पिंजरा दरवाजे पर लगाया गया। लेकिन गुलदार ने पिंजरे की तरफ रुख भी नहीं किया।
काफी प्रयासों के बाद भी गुलदार पिंजरे में आने को तैयार नहीं हुआ तो उसके बाद वनकर्मियों ने गुलदार को बेहोश करने में मदद के लिए ट्रेंक्यूलाईज करने के लिए कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के पशु चिकित्सक डॉक्टर दुष्यंत शर्मा को मौके पर बुलाया गया। जिसके बाद मौके की परिस्थितियों को देखते हुए मादा गुलजार को ट्रेंक्यूलाईज कर उसे सुरक्षित पिंजरे में रखकर दहशतजदा परिवार को गुलदार के खौफ से मुक्ति दिलाई गई। गुलदार के रेस्क्यू के बाद पशु चिकित्सक दुष्यंत शर्मा व डॉ. राजीव कुमार पशु चिकित्सा अधिकारी कालाढूंगी ने मादा गुलदार का स्वास्थ्य परीक्षण किया। जिसके बाद उसे दूर घने जंगल में छोड़े जाने की कार्यवाही की जा रही है।