Begin typing your search above and press return to search.
समाज

Ramnagar News: छुट्टी पर घर आए फौजी ने की व्यापारी की निर्मम हत्या, बहन को लेकर छींटाकशी से आहत था फौजी

Janjwar Desk
5 Aug 2022 2:03 PM GMT
Ramnagar News: छुट्टी पर घर आए फौजी ने की व्यापारी की निर्मम हत्या, बहन को लेकर छींटाकशी से आहत था फौजी
x
Ramnagar News, Ramnagar Samachar। पांच साल पुराने प्रेम प्रसंग के मामले में मरी अपनी बहन की मौत का बदला लेने के लिए छुट्टी पर घर आए एक फौजी ने व्यापारी की अपहरण के बाद निर्मम हत्या कर शव मुरादाबाद ले जाकर फेंक दिया।

Ramnagar News, Ramnagar Samachar। पांच साल पुराने प्रेम प्रसंग के मामले में मरी अपनी बहन की मौत का बदला लेने के लिए छुट्टी पर घर आए एक फौजी ने व्यापारी की अपहरण के बाद निर्मम हत्या कर शव मुरादाबाद ले जाकर फेंक दिया। हत्यारोपी फौजी की गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस ने मृतक का शव बरामद कर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। मृतक के परिजनों ने मुहल्लेवासियों के साथ कोतवाली का घेराव कर पुलिस पर मामले में लापरवाही का आरोप लगाया है। बवाल की आशंका के चलते पुलिस ने शुक्रवार की सुबह से ही आस पास के थानों का पुलिस बल बुलाकर उसे नगर के संवेदनशील स्थानों पर तैनात कर दिया था। कोतवाली में हत्याकांड का खुलासा एसपी सिटी डॉ. जगदीश चंद्रा ने किया।

घटनाक्रम के अनुसार नगर के नंदा लाइन निवासी स्टेशनरी व्यापारी 35 वर्षीय सोहेल सिद्दीकी पुत्र नासिर का बीते मंगलवार रात को कार सवारों द्वारा अपहरण कर लिया था। मामले में जांच के दौरान पुलिस को अपहृत व्यापारी के दुकान के निकट ही रहने वाली एक लड़की के साथ एक पुराने प्रेम प्रसंग की जानकारी हुई तो पुलिस ने लड़की के फौजी भाई भरत टम्टा पुत्र हरीश राम से पूछताछ की तो पता चला भरत ने अपने एक साथी दिनेश टम्टा पुत्र भूपाल राम की मदद से व्यापारी की अपहरण के बाद हत्या कर मुरादाबाद क्षेत्र में ले जाकर उसकी लाश फेंक दी है। हत्यारोपी के कबूलनामे के बाद पुलिस ने मुरादाबाद के काठ रोड छजलेट इलाके से व्यापारी का शव बरामद कर उसका मुरादाबाद में ही पोस्टमार्टम कराया।


पुलिस हिरासत में हत्यारे फौजी ने हत्या की वजह बताते हुए बताया कि सुहैल की स्टेशनरी की दुकान दस साल से उसके पिता की लोहार की दुकान के बराबर में थी। सुहैल का आना जाना हमारे घर था। मेरी बहन को सुहैल ने अपने मोहपाश में फंसा लिया था। उस समय हम लोग बहुत गरीब थे इस लिए मैंने सुहैल से इस बारे में कोई बात नहीं की। मेरी बहन को सुहैल के जब अन्य प्रेम प्रसंग के बारे में पता चला तो उसने सुहैल से शादी के लिए कहा तो सुहैल शादी से मुकर गया। इसी दुःख में मेरी बहन ने पांच वर्ष पूर्व जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। (हालांकि कुछ लोग दबी जुबान में इसे परिजनों द्वारा इज्जत के लिए की गई हत्या की आशंका व्यक्त करते हैं)। इसके बाद सुहैल जब भी मेरे सामने आता था तो वह मेरी बहन को लेकर फिकरेबाजी करता था। मैं उसे उसी समय मारना चाहता था लेकिन उस समय घर की आर्थिक स्थिति अत्यधिक खराब होने की वजह से नहीं मार पाया।

बाद में भी मैं नौकरी लगने पर ट्रेनिंग पीरियड में होने के कारण सुहैल को कुछ नहीं कह पाया। लेकिन मैंने मन ही मन उसे एक न एक दिन जान से मारने की ठान ली थी। इस बार मैं एक महीने की छुट्टी पर अपने घर आया था तो भी सुहैल ने मुझे उपहास भरी नजर देखकर मुझ पर कमेन्ट किया तो मेरे तन-बदन में आग लग गयी। मुझे अपनी बहन की भी बहुत याद आई। तब मैंने अपने करीबी दोस्त दिनेश टम्टा पुत्र भोपाल राम निवासी नारायणपुर मूल्या को बुलाकर सुहैल को रास्ते से हटाने की पूरी योजना बनायी। योजना के तहत रात को करीब 08.30 बजे हम दोनो अपनी एल्टो कार से सुहैल की दुकान के करीब जाकर उसके दुकान बंद होने का इंतजार में सुहैल की रेकी करने लगे।


कुछ समय बाद सुहैल अपनी प्लेटिना बाइक से जैसे ही हमारे पास पहुंचा तो हमने सुहैल की मोटर साइकिल पर टक्कर मार दी। सुहैल ने गिरने के बाद संभलने का प्रयास किया तो गाड़ी में रखे लोहे की रॉड से उसके सिर पर वार करके उसे मौके पर ही मौत के घाट उतारकर सुहैल की लाश को कार में डाला। मैं कार और दिनेश सुहैल की मोटर साइकिल लेकर कानिया चौराहे से मालधन चौड़ होते हुए काशीपुर के रास्ते मुरादाबाद काठ रोड में छजलेट थाना क्षेत्र में सड़क के किनारे पहुंचे। वहाँ पर हमने सुहैल की बाइक चाबी सहित झाडियो में फेंक दी और सुहैल की लाश को एक गन्ने के खेत में फेंककर पहचान छुपाने के लिए पैट्रोल को लाश के चेहरे पर छिड़ककर आग लगा दी।

इस मामले में पुलिस के हत्थे अभी केवल फौजी भरत ही हाथ लगा है जबकि हत्या में उसका साथ देने वाला दिनेश पुलिस की पकड़ से फरार है। इस हत्याकांड का खुलासा करने वाली पुलिस टीम में एसएचओ अरुण कुमार सैनी, एसएसआई प्रेम विश्वकर्मा, नीरज चौहान, विजयपाल सिंह, नन्दन सिंह नेगी, हेमन्त सिंह, संजय सिंह, गगन भण्डारी, भूपेन्द्र सिंह, राजेश कुमार, जयवीर सिंह, दीवान सिंह, अनिल गिरी आदि शामिल रहे।

व्यापारी की इस निर्मम हत्या की सनसनीखेज घटना के बाद क्षेत्र में तनाव व्याप्त है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आसपास के थानों का फोर्स रामनगर बुलाया गया है। रामनगर में पुलिस पल पल पर नजर रखी हुई है। दूसरी ओर इस मामले मृतक के परिजनों ने मुहल्लेवासियों के साथ कोतवाली में धरना देते हुए पुलिस पर मामले में लापरवाही करते हुए लीपापोती का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि इस मामले में कई और लोग शामिल हैं।

Janjwar Desk

Janjwar Desk

    Next Story

    विविध