Uttarakhand Covid Guidelines: बिना मास्क पहने उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री जनता से मास्क लगाने की कर रहे हैं अपील
Uttarakhand Covid Guidelines: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों से कोरोना के बचाव के उपाय करने की अपील है। शुक्रवार को जब वह यह अपील कर रहे थे तो खुद ही कोविड नियम का उल्लंघन कर वह सारा दिन बिना मास्क के नज़र आये। सूचना विभाग की ओर से उनके दिन भर के जिन कार्यक्रमों की फोटो जारी की गई, इसमें वह किसी में भी मास्क लगाए हुए नजर नहीं आए।
उत्तराखंड में कोरोना के मामले फिर से बढ़ने मामलों के मद्देनजर सीएम लोगों से यह अपील कर रहे हैं। राज्य में शुक्रवार को भी कोरोना से एक मरीज की मौत होने के साथ कोरोना के 88 नए संक्रमित मिले। इनमें आधे से ज्यादा 48 संक्रमित देहरादून में मिले। ऐसे में उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों से कोरोना के बचाव के उपाय करने की अपील है। हालांकि दिन भर सीएम की जितने की कार्यक्रमों की फोटो जारी की गई, इसमें वे किसी में भी मास्क लगाए हुए नजर नहीं आए। ऐसे में अब जनता भी सवाल करने लगी है कि पहले खुद मास्क लगाना शुरू कर दो। वैसे सरकार ने दावा किया था कि 31 दिसंबर तक प्रदेश में कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लोगों को लगा दी जाएगी। लेकिन अभी यह काम भी पूरा नहीं हो सका।
शुक्रवार को ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हरिद्वार के अमृत महोत्सव में शामिल हुए लेकिन उन्होंने यहां मास्क नहीं लगाया। उन्होंने ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज के प्रेक्षागृह में स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत आयोजित हरिद्वार संवाद कार्यक्रम में हिस्सा किया था। इस दौरान भी सीएम ने कोविड नियमों का पालन नहीं किया। वह बगैर मास्क के ही नजर आए। यहां तक कि लोगों से दूरी बनाकर रखना भी उन्होंने जरूरी नहीं समझा।
दूसरे कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नाबार्ड द्वारा आयोजित 'स्टेट क्रेडिट सेमिनार' में स्टेट फोकस पेपर का विमोचन किया। इस कार्यक्रम में भी सीएम बगैर मास्क के नजर आए। दो गज की आपसी दूरी का नियम भी हवा में उड़ता नजर आया।
बीते दिवस भी हल्द्वानी में आयोजित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली में पहुंची बिना मास्क की भीड़ को न तो किसी ने मास्क की सलाह दी। और न ही प्रशासन ने कोई सख्ती दिखाने की जरूरत समझी थी। बाकी दो गज की दूरी की बात तो दूर, दो इंच की दूरी भी इतनी भीड़ में मुमकिन नहीं थी।
बहरहाल, एक तरफ मुख्यमंत्री की तरफ से कोरोना की बाबत मिल रही हिदायतें हैं तो दूसरी तरफ कोविड नियमों से अलग हटकर उनकी सारा दिन की गतिविधियां। ऐसे में लोग कहने लगे हैं कि हिदायतें तो ठीक, लेकिन खुद अमल भी करते तो ज्यादा अच्छा रहता।