मोदी के सामने लगे जय श्रीराम के नारे, गुस्से में ममता बोलीं - 'यह अपमान, विरोध में नहीं दूंगी भाषण'
Kolkata Cabinet News : ममता बनर्जी सरकार ने लिया बड़ा फैसला, अब राज्यपाल की जगह सीएम होंगी विश्वविद्यालयों की चांसलर
जनज्वार। कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में शुक्रवार को एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में लगे जयश्री राम के नारे के बाद तब विचित्र स्थिति उत्पन्न हो गयी जब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आगे भाषण देने से इनकार कर दिया। ममता बनर्जी ने मुश्किल से एक मिनट का भाषण दिया और ऐसी स्थिति उत्पन्न होने पर आपत्ति दर्ज कराते हुए मंच से नीचे उतर गयीं।
इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकारी कार्यक्रमों की गरिमा बनाए रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह एक राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है। उन्होंने कहा कि यह आपको शोभा नहीं देता कि किसी को आमंत्रित कर लें और उसे अपमानित करें। मैं विरोध जताने के लिए अब आगे कुछ नहीं बोलूंगी।
यह कार्यक्रम नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया है। केंद्र सरकार व भाजपा नेताजी की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मना रही है, जबकि तृणमूल कांग्रेस व पश्चिम बंगाल सरकार इस दिन को देशनायक दिवस के रूप में मना रही है। विक्टोरिया मेमोरियल में कार्यक्रम का आयोजन केंद्र सरकार की ओर से किया गया था।
India marks #ParakramDivas and pays homage to Netaji Subhas Chandra Bose. https://t.co/5mQh5GuAuk
— Narendra Modi (@narendramodi) January 23, 2021
इस कार्यक्रम में जब ममता बनर्जी अपने भाषण के लिए मंच पर चढ रही थीं, तभी भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने जय श्रीराम और भारत माता की जय की नारेबाजी शुरू कर दी। भगवार श्री राम के नाम को भाजपा द्वारा राजनीतिक नारे के रूप में दशकों से प्रयोग किया जाता रहा है और ममता सरकारी कार्यक्रम में भी ऐसी नारेबाजी से वे नाराज हो गयीं।
ममता बनर्जी ने अपने अंदाज में ऐसे किए जाने का विरोध जताया और कहा कि सरकारी कार्यक्रम की गरिमा बनाए रखना चाहिए और विरोध के रूप में वे अब कुछ भी नहीं बोलेंगी। इतना कह कर ममता बनर्जी जय हिंद-जय बांग्ला कह कर मंच से उतर गयीं। हालांकि इससे पहले उन्होंने कार्यक्रम आयोजित करने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय का आभार जताया।
इससे पहले भी कई बार ममता बनर्जी की तल्खी केदं्र सरकार को लेकर कई मौकों पर सामने आ चुकी है। वे केंद्र की नीतियों का खुला विरोध करती हैं और भाजपा से ही इस साल अप्रैल-मई में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में उनका मुख्य मुकाबला है।