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कौन है रजिस्टर्ड भू-माफिया बृजेश सिंह चौहान जिसकी जमीन पर कानपुर में शिव पुराण सुना रहे हैं चर्चित कथावाचक प्रदीप मिश्रा

Janjwar Desk
16 Nov 2022 10:24 AM GMT
कौन है रजिस्टर्ड भूमाफिया बृजेश सिंह चौहान जिसकी जमीन पर कानपुर में शिव पुराण सुना रहे हैं चर्चित कथावाचक प्रदीप मिश्रा
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कौन है रजिस्टर्ड भूमाफिया बृजेश सिंह चौहान जिसकी जमीन पर कानपुर में शिव पुराण सुना रहे हैं चर्चित कथावाचक प्रदीप मिश्रा

Who Is Land Mafia Brajesh Singh Chauhan: प्रदीप मिश्रा कल्याणपुर थाने के जिस नारामऊ की जमीन पर कथा कह रहे हैं वो जमीन भू-माफिया बिल्डर बृजेश सिंह चौहान की है। जिसनें चर्चा पाने के लिए प्रदीप मिश्रा का कार्यक्रम रखवाया है। हालांकि इस मामले को लेकर आयोजक चुप्पी साधे हुए हैं। कोई कुछ बोलने से बच रहा है...

Who Is Land Mafia Brajesh Singh Chauhan: कानपुर के थाना कल्याणपुर स्थित हाईवे सिटी नारामऊ में चर्चित कथावाचक प्रदीप मिश्रा का कथा आयोजन चल रहा है। कथा 9 नवंबर से शुरू होकर 22 नवंबर तक होगी। शहर व आसपास के लोगों में कथा को लेकर अगाध श्रद्धा देखी जा रही है। इनपुट है कि इस कथा के लिए सोफे पर बैठने की टिकट 10 हजार, कुर्सी पर बैठने के लिए 51 सौ और जमीन पर बैठने की कीमत 21 सौ रूपये लिये गये। लेकिन कल मंगलवार को टिकट बिकने को लेकर कुछ गहमागहमी हुई तो कहा जा रहा कि अब फ्री में लोगों को कथा सुनने दी जा रही है।

बताया जा रहा प्रदीप मिश्रा कल्याणपुर थाने के जिस नारामऊ की जमीन पर कथा कह रहे हैं वो जमीन भू-माफिया बिल्डर बृजेश सिंह चौहान की है। जिसनें चर्चा पाने के लिए प्रदीप मिश्रा का कार्यक्रम रखवाया है। हालांकि इस मामले को लेकर आयोजक चुप्पी साधे हुए हैं। कोई कुछ बोलने से बच रहा है। कई लोग हो रही कथा के बाद इस ली गई आफत के समाप्त होने का भी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

Who Is Brajesh chauhan : कौन है बृजेश सिंह चौहान

8 मई 2022 को थाना कल्याणपुर पुलिस ने एक ऐसे शातिर किस्म के भू-माफिया को दबोचा था, जिसके खिलाफ कानपुर शहर 11 मुकदमे दर्ज हैं साथ ही उसके खिलाफ कई मामले जयपुर शहर में भी चल रहे है। बृजेश सिंह चौहान नामक इस शातिर का नाम अभी हाल ही में हुए बिनगवां प्रकरण से चर्चा में आया था। इसे अभी हाल ही में भू-माफिया की सूची में भी शामिल किया गया था। उसे बिधनू थाने में साल 2019 में दर्ज धोखाधड़ी के मुकदमे में अदालत से जारी वारंट पर गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसे अदालत में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया था।

पनकी से संचालित होती है रियल स्टेट कंपनी

बृजेश सिंह चौहान VACL नाम की रियल स्टेट कंपनी का संचालन पनकी से कल्याणपुर रोड पर करता था। इस शातिर ने तीन आराजी की करीब साढ़े तीन बीघा जमीन पर रकबा बढ़ाकर करीब 90 लोगों को रजिस्ट्री कर दी थी, लेकिन इन लोगों को कब्जा अरबन सीलिंग की करीब 10 बीघा जमीन पर करा दिया। इस मामले में राजस्व विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की भी मिलीभगत से सरकारी जमीन पर दाखिल खारिज करा दी गई। पिछले दिनों जब सरकारी जमीन पर कब्जा करने को लेकर राजस्व और KDA की टीमों पर हमला हुआ था तब पूरा प्रकरण सामने आया था। DM ने सख्ती के साथ अवैध निर्माण ढहा दिए थे। साथ ही बृजेश सिंह पर मुकदमा भी लिखवाया था। पिछले दिनों DM ने भूमाफिया सेल की बैठक में बृजेश सिंह का नाम भूमाफिया की सूची में शामिल कर दिया था।

पुलिस की गिरफ्त में शातिर भूमाफिया बृजेश चौहान (File Photo)

अब इस प्रकरण में कल्याणपुर पुलिस ने रविवार 8 मई 2022 को बृजेश सिंह को गिरफ्तार किया था। कल्याणपुर थाना प्रभारी अशोक कुमार दुबे ने बताया था कि बृजेश के खिलाफ वर्ष 2019 में धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था। मामला अदालत में विचाराधीन है। पिछले दिनों अपर सिविल जज (Junior Division) कोर्ट नंबर 11 से उसके खिलाफ वारंट जारी हुआ था। रविवार को पुलिस ने बृजेश सिंह के आवास पर छापा मारा और गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद अब बताया जा रहा कि भूमाफिया बृजेश ने अपनी कंपनी का नाम बदलकर BAPL कर लिया है।

जयपुर में भी दर्ज है मुकदमा

तत्कालीन DCP पश्चिम बीबीजीटीएस मूर्ति ने कानपुर तैनाती के दौरान बताया था कि बृजेश सिंह के खिलाफ विभिन्न थानों में धोखाधड़ी की धाराओं में करीब 11 मुकदमे दर्ज हैं। उसके खिलाफ राजस्थान के जयपुर जिले में भी कई अभियोग पंजीकृत हैं। आरोपित के खिलाफ कल्याणपुर में तीन, बिधनू में पांच और कोतवाली नगर में दो मुकदमे दर्ज हैं।

भू-माफिया बृजेश सिंह पर शहर में दर्ज हैं 11 मुकदमें

1. मु0अ0सं0 140/22 धारा 406 आईपीसी थाना कल्याणपुर कानपुर नगर

2. मु0अ0सं0 141/22 धारा 406 आईपीसी थाना कल्याणपुर कानपुर नगर

3. मु0अ0सं0 87/22 धारा 406/506 आईपीसी थाना कल्याणपुर कानपुर नगर

4. मु0अ0सं0 620/20 धारा 420/406/421/422/120बी आईपीसी थाना कोटपूतली जिला जयपुर ग्रामीण (राज)

5. मु0अ0सं0 196/22 धारा 419/420 आईपीसी व ¾ लोक संपत्ति क्षति निवारण अधि थाना बिधनू कानपुर

6. मु0अ0सं0 172/22 धारा 147/149/148/145/323/353/427/307 आईपीसी व 7 सीएलए थाना बिधनू कानपुर (आउटर)

7. मु0अ0सं0 654/19 धारा 420/419/464/467/468/471 थाना बिधनू कानपुर (आउटर)

8. मु0अ0सं0 365/21धारा 420 आईपीसी थाना बिधनू कानपुर (आउटर)

9. मु0अ0सं0 446/18 धारा 419/420/467/468/506 आईपीसी थाना बिधनू कानपुर (आउटर)

10. मु0अ0सं0 246/19 धारा 467/468/471/420/120बी/34 आईपीसी थाना कोतवाली कानपुर नगर

11. मु0अ0सं0 306/20 धारा 420/467/468/471/120बी आईपीसी थाना कोतवाली कानपुर नगर

गिरफ्तारी के बाद बुलडोजर की उठी थी चर्चा

गिरफ्तार करने वाली टीम में थाना प्रभारी अशोक कुमार दुबे, देवीशरण सिंह, हेड कांस्टेबल ललित कुमार यादव, कांस्टेबल अखिलेश कुमार, कांस्टेबल पुष्पराज सिंह, कांस्टेबल हरिओम शामिल रहे। पुलिस और केडीए से मिली जानकारी के अनुसार शातिर भू-माफिया बृजेश सिंह चौहान की प्रॉपर्टी के नाम और उनके परिवारों के खिलाफ लिखी प्रॉपर्टी पर सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बुलडोजर चलाया जा सकता है।

इसके बाद 12 अक्टूबर 2022 को सरकारी जमीनों का अवैध पट्टा कर बेचने के मामले में जिला प्रशासन ने 22 लोगों को भूमाफिया घोषित किया है। जिलाधिकारी के निर्देश पर आयोजित बैठक में यह फैसला लिया गया। VACL इंडिया लिमिटेड के निदेशक बृजेंद्र सिंह चौहान पर दूसरी बार भूमाफिया की कार्रवाई हुई है। इससे पहले बिनगवां में सरकारी जमीन पर 287 लोगों को कब्जा देने के मामले में उसे भूमाफिया घोषित कर जेल भेजा जा चुका है। भूमाफिया की कार्रवाई के बाद अब इन सभी पर गैंगस्टर की कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू होगी।

12 अक्टूबर 2022 कुल 22 लोगों को घोषित किया गया था भू-माफिया। जिनमें 8 भू-माफिया मकसूदाबाद के तो 14 भू-माफिया पिपौरी गांव के थे।

मकसूदाबाद के भूमाफिया

बृजेंद्र सिंह चौहान, 254 सी ब्लाक स्वराज नगर पनकी

आदित्य नारायन, 110/35 जवाहर नगर

प्रताप नारायन, 110/35 जवाहर नगर

उमाकांत, 110/38 जवाहर नगर

कृष्णकांत, 110/38 जवाहर नगर

अरुण कांत, 110/38 जवाहर नगर

जैनेंद्र सिंह, 46 एमआइजी बर्रा-2

रमेश, बैरी अकबरपुर बांगर

पिपौरी के भूमाफिया

सुभाषचंद्र, बिहारीपुरवा मजरा पिपौरी

सुमन, बिहारीपुरवा मजरा पिपौरी

बाबू, ग्राम पिपौरी तहसील सदर

अमोल कुमार, ग्राम पिपौरी तहसील सदर

विजय कुमार, पिपौरी तहसील सदर

लक्ष्मीनारायन, पिपौरी तहसील सदर

चंद्रमोहन, पिपौरी तहसील सदर

हरमोहन, पिपौरी तहसील सदर

अमर सिंह, बिहारी पुरवा मजरा पिपौरी

लाल सिंह, बिहारीपुरवा मजरा पिपौरी

सुरेश कुमार, बिहारीपुरवा मजरा पिपौरी

शंकर, बिहारीपुरवा मजरा पिपौरी

नरेश, पिपौरी तहसील सदर

कैलाश, पिपौरी तहसील सदर

अब ऐसे में सवाल है कि क्या प्रदीप मिश्रा सिहोर वाले को ये बात पता नहीं थी कि जिस जमीन पर वे शिव पुराण करने आ रहे हैं वो जमीन भूमाफिया बृजेश की है। या पिर उन्हें सिर्फ अपनी मोटी फीस मात्र से ही मतलब है। सवाल यह भी है कि टिकट क्यों बेचे गये और बाद में हंगामा होने पर फ्री का अमलीजामा पहना दिया गया। यह बृजेश ने किया या फिर प्रदीप मिश्रा की छवि को दुहने का प्रयास हुआ इसका जवाब भी मिलना बाकी है। बहरहाल यह तो तय है कि राजनेताओं के बाद धर्मधुरंधरों का भी तेजी से अपराध और अपराधियों से गठजोड़ होना शुरू हो चुका है। एक बात और कथावाचक प्रदीप मिश्रा इससे पहले तब चर्चा में आए थे, जब उन्होने परीक्षार्थियों को सिर्फ एक मंत्र से पास होने का महाज्ञान दिया था। शायद उनके मुताबिक पढ़ाई लिखाई से कुछ नहीं होगा जैसी कोई बात हो।

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