UP : पत्नी ने मायके से वापस आने को किया मना तो झल्लाये पति ने मासूम बच्चे समेत 7 को पेट्रोल डालकर जिंदा जलाया
सिरफिरे पति ने पत्नी समेत ससुरालियों पर आग लगाकर घर को ऐसे किया खाक
जनज्वार, कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक तरफ पत्नी से प्यार का पागलपन तो दूसरी तरफ उसी की मौत के पीछे पड़ जाना इंसानी सनक की अव्वल मिसाल है।
कानपुर के इस सिरफिरे पति ने पत्नी की विदाई न किये जाने पर कल 14 जनवरी को ससुराल के 7 सदस्यों को पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया। इनमें उसकी पत्नी और बच्चा भी शामिल था, लेकिन गनीमत रही कि किसी की मौत नहीं होने पाई। वहीं बच्चे को छोड़कर सभी जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक मूलरूप से हरदोई निवासी मुकेश की शादी कानपुर के जूही थाना क्षेत्र के बीबी का हाता में रहने वाली मनीषा से तीन साल पहले हुई थी। शादी के बाद दोनों का एक बेटा भी है। इस बीच मनीषा अधिकतर अपने मायके में रहने की जिद करती रहती थी। यही कुछ वाकया दिल दहला देने वाली इस वारदात के समय भी हुआ।
अक्सर की तरह कल गुरुवार 14 जनवरी को मनीषा अपने मायके में ही थी और मुकेश मनीषा को लेने उसके घर आया था, लेकिन मनीषा ने जाने से मना कर दिया। मनीषा के पति के साथ जाने से इनकार करने का मायके वालों ने भी समर्थन किया, जिस बात से हताश और निराश हुए मुकेश ने मन ही मन सभी की मौत किये जाने की ठान ली।
गुरुवार 14 जनवरी की देर शाम होते ही मुकेश पास के पेट्रोल पंप से दस लीटर पेट्रोल लेकर ससुराल पहुंचा, जहां पहले तो उसने धमकी दी। बावजूद इसके मनीषा के परिवार ने इसे मुकेश की गीदड़भभकी समझा। ससुराल के लोगों ने घर का दरवाजा बंद कर लिया, लेकिन मुकेश अपने मकसद को पूरा करने के लिए घर की छत में चढ़ गया। घर की छत से ही उसने पूरा का पूरा पेट्रोल डालकर माचिस की तीली से आग लगा दी।
आग जलते ही ससुराल के सदस्य जिंदा जलने लगे, चीख पुकार सुनते ही पास-पड़ोस के लोगों की आंख खुली तो लोग परिवार को बचाने के लिए दौड़ पड़े, जिनकी मदद से सभी को बचाया जा सका। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची जूही थाने की पुलिस ने एम्बुलेंस को बुलाकर आग से जले लोगों को ज़िला अस्पताल पहुंचाया, जहां मासूम बच्चे को छोड़कर सभी की हालत नाजुक बताई जा रही है।
मनीषा के चाचा ने बताया कि दबंग प्रवत्ति का मुकेश जोर जबरदस्ती से मनीषा को ससुराल ले जाना चाहता था। मनीषा के पिता ने उसकी तबियत खराब होने का हवाला देकर 22 जनवरी को उसे ससुराल भेजने की बात कही थी। लेकिन इतनी बात पर मुकेश खफा हो गया और दस लीटर पेट्रोल लाकर परिवार के सभी सदस्यों को जिंदा जलाकर मार देने का प्रयास किया।