योगीराज : लखीमपुर खीरी में 8 वर्षीय दलित बच्ची की गला घोंटकर हत्या, परिजनो ने दुष्कर्म के बाद मारे जाने की जताई आशंका
यूपी के लखीमपुर खीरी में एक 8 वर्षीय बच्ची का गला घोंटकर हत्या कर दी गई.परिजनों को आशंका है उसे रेप के बाद मारा गया है.
जनज्वार, लखीमपुर खीरी। योगीराज में बच्चियों, महिलाओं के साथ बार-बार घृणित अपराधों की पुनरावृत्ति थमने का नाम नहीं ले रही है। सूबे के लखीमपुर खीरी के पसगवां क्षेत्र की एक 8 वर्षीय दलित नाबालिग बच्ची की गला दबाकर हत्या कर देने का मामला सामने आया है। परिजनो को आसंका है की दुष्कर्म के बाद बच्ची की गला घोंटकर हत्या की गई है।
घटना रविवार 20 जून की शाम 5 बजे की है। बताया जा रहा है कि, लड़की अपनी दादी छोटी बिटिया के साथ खेतों में बकरी चराने गयी थी। इसके बाद दादी बेटी को गांव के पास छोड़कर वापस खेतों में घास लेने चली गई। लेकिन जब दादी घर वापस आई तो पता चला कि पोती घर पहुँची ही नहीं।
परिजनो ने ग्रामीणों के साथ लड़की को ढूंढने का प्रयास किया। काफी ढूंढने के बाद लड़की की अर्धनग्न अवस्था गन्ने के खेत में लाश पड़ी मिली। ग्रामीणों के मुताबिक बच्ची के सलवार के नारे से ही उसका गला घोंटकर हत्या की गई है। लड़की का परिवार अत्यंत गरीब व निर्धन है और पिता सूरजपाल रोजी-रोटी की तलाश में पंजाब गये हुए हैं।
पीड़ित परिवार का कहना है कि उसके परिवार की किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। मात्र 2 बीघा जमीन जोतने वाला परिवार बमुश्किल मजदूरी पर ही निर्भर है। लड़की का पिता घटना की सूचना पाकर पंजाब से लखीमपुर के लिए निकल चुका है, ऐसा परिजनो ने बताया।
घटना की जानकारी मिलते ही सपा नेता क्रांति कुमार सिंह ने मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की। सपा नेता ने परिवार को न्याय का भरोसा दिलाते हुए अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है। क्रांति कुमार सिंह ने जनज्वार से बात करते हुए कहा कि, 8 माह पूर्व इसी तरीके की एक घटना पड़ोस के ही गांव मुड़िया चूड़ामणि में घटित हुई थी जिसमें भी लड़की से इसी तरीके की घटना का रेत कर हत्या कर दी गई थी।
लेकिन योगीराज के प्रशासन ने उस पूरी घटना में पोस्टमार्टम रिपोर्ट को ही बदलवा कर मामले को दूसरा ही रूप देकर पीड़ित परिवार पर दबाव बनाया और मामले को रफा-दफा कर दिया गया। नया गांव जाट मुड़िया चूड़ामणि और अड़ोस पड़ोस के गांव में ही विगत 1 वर्ष के अंदर इस तरीके की यह चौथी घटना है इसके बावजूद योगीराज का पुलिस प्रशासन हाथ पर हाथ रख कर बैठा है, जिसके चलते अपराधी बलात्कारी पूरी तरह से बेलगाम और बेखौफ होकर खुला घूम रहे हैं।