Begin typing your search above and press return to search.
राष्ट्रीय

Yogiraj : शहर और रेलवे स्टेशन के बाद योगी सरकार बदलेगी गेस्ट हाउसों की पहचान, कोलकाता, मुंबई गेस्ट हाउस का ये रखा नाम!

Janjwar Desk
7 Oct 2021 9:34 PM IST
up news
x

मोदी-योगी (फाईल फोटो)

Yogiraj : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने आज पूरे दिन में भले ही कोई दूसरा काम न किया हो बशर्ते एक बड़ा ही अहम फैसला लिया है, उन्होने राज्य संपत्ति विभाग के गेस्ट हाउसों का नाम बदलने की घोषणा की है...

(जनज्वार) उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Government) ने आज पूरे दिन में भले ही कोई दूसरा काम न किया हो बशर्ते एक बड़ा ही अहम फैसला लिया है। इस अहम फैसले में सरकार ने लखनऊ, दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) राज्य संपत्ति विभाग के अंतर्गत आने वाले तमाम अतिथि गृहों के नाम बदले जाने का निर्णय लेते हुए निर्देश भी जारी कर दिए हैं।

राज्य सरकार की तरफ से जारी नाम बदलीकरण पत्र

आज बुधवार 7 अक्टूबर को, नाम बदले जाने वाले अतिथिगृहों में दिल्ली स्थित उत्तर प्रदेश सदन और उत्तर प्रदेश भवन (Uttar Pradesh Bhavan) भी शामिल हैं। विभाग के द्वारा अब नए नाम के बोर्ड तैयार करवाए जा रहे हैं और उनको जल्दी ही गेट पर लगवा दिया जाएगा। दिल्ली में सरदार पटेल मार्ग पर स्थित उत्तर प्रदेश भवन नई दिल्ली का नाम अब उत्तर प्रदेश भवन 'संगम' नई दिल्ली होगा। इसी तरह चाणक्यपुरी स्थित उत्तर प्रदेश सदन नई दिल्ली का नाम अब उत्तर प्रदेश सदन 'त्रिवेणी' नई दिल्ली कर दिया गया है।

इसके अलावा लखनऊ के वीवीआईपी अतिथि गृह लखनऊ का नाम वीवीआईपी अतिथि गृह 'साकेत' लखनऊ (VVIP Guest House Lucknow) किया जाएगा। लखनऊ के विक्रमादित्य मार्ग पर बने राज्य अतिथि गृह नया नाम 'गोमती' किया जाएगा। मीरा बाई मार्ग पर स्थित राज्य अतिथि गृह अब 'सरयू' नाम से जाना जाएगा। अति विशिष्ट अतिथि गृह, बटलर पैलेस का नया नाम 'नैमिषारण्य' में बदलेगा। इस समेत मुंबई स्थित राज्य अतिथि गृह वाशी मुम्बई का नाम 'वृंदावन' और कोलकाता स्थित राज्य अतिथि गृह का 'गंगा' नामकरण कर दिया गया है।

गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ सरकार ने इससे पहले भी इलाहाबाद का नाम बदल कर प्रयागराज (Prayagraj) और फैजाबाद जिले का नाम अयोध्या (Ayodhya) रख दिया था। इसी तरह मुगलसराय स्टेशन का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन रख दिया गया था। सरकार की नाम बदलने की योजना कितनी कारगर साबित होती है वह देखना बाकी है, फिलहाल यूपी में हिंसात्मक घटनाओं को लेकर सरकार से न निगलते बन रहा और ना उगलते।

Next Story

विविध