Begin typing your search above and press return to search.
समाज

बागेश्वर में बारात का खाना खाकर एकाएक ​​बिगड़ी कई की तबीयत, 2 बच्चों की मौत 6 की हालत गंभीर

Prema Negi
1 Dec 2018 12:40 PM GMT
बागेश्वर में बारात का खाना खाकर एकाएक ​​बिगड़ी कई की तबीयत, 2 बच्चों की मौत 6 की हालत गंभीर
x

पांच साल की बच्ची कांडा निवासी मीनाक्षी ने चिकित्सालय पहुंचने से पहले ही तोड़ दिया दम तो बेरीनाग में 7 वर्षीय पियूष की भी इलाज के दौरान हुई मौत, एसटीएच में 6 और गंभीर रूप से पीड़ित मरीजों को कराया गया है आईसीयू में भर्ती....

जनज्वार, हल्द्वानी। उत्तराखंड के बागेश्वर जिले के विकासखंड कपकोट के बास्ती गांव में एक विवाह समारोह की दावत में हुई फूड प्वाइजनिंग से अब तक दो बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि हल्द्वानी के एसटीएच चिकित्सालय में छह मरीज अभी भी आईसीयू में भर्ती हैं।

दूसरी तरफ उत्तराखंड सरकार ने कपकोट तथा बेरीनाग से दो हेलीकाप्टरों के माध्यम से पीडि़तों को बड़े चिकित्सालयों में ले जाने की व्यवस्था की है। इनमें से एक हेलीकाप्टर दिल्ली से मंगाया गया है, जबकि दूसरा प्रदेश सरकार का है।

बागेश्वर जनपद के कपकोट विधानसभा क्षेत्र के बास्ती गांव में एक बारात में फूड प्वाइजनिंग से तीन सौ के लगभग घराती और बाराती बीमार पड़ गए हैं। क्षेत्र के पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण और जिला पंचायत अध्यक्ष के गनर भी इसकी चपेट में आ गए। गुरुवार 29 नवंबर को कपकोट ब्लॉक के गडेरा गांव से एक बारात बास्ती गांव के मोहन सिंह के घर गई थी। यह शादी एक दिवसीय थी।

बारात देर से पहुंचने के चलते घरातियों (वधू पक्ष के लोग) ने पहले ही भोजन कर लिया। बाद में बारातियों ने भी खाना खाया और बारात वापस भी लौट गई। देर शाम बारातियों तथा घरातियों की तबियत एकाएक बिगड़ने लगी।

इस बीच बागेश्वर कापकोट और बेरीनाग के सरकारी चिकित्सालय मरीजों से भरे पड़े हैं। यहां से कुछ पीडि़तों को हल्द्वानी के एसटीएच चिकिसालय में रेफर किया गया। ऐसी ही एक पांच साल की बच्ची कांडा निवासी मीनाक्षी ने चिकित्सालय पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया।

उधर बेरीनाग में भी सात वर्षीय पियूष मेहरा पुत्र देव सिंह मेहरा ने भी रात के समय दम तोड़ दिया। एसटीएच में अभी छह और गंभीर पीडि़तों को भर्ती कराया गया जिसे आईसीयू में भर्ती कराया गया है। इनमें दो बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है। अधिकांश लोग पेट दर्द के साथ उल्टी दस्त करने लगे।

बारातियों का गांव रोड के नजदीक होने से उन्हें जल्दी इलाज मिल गया, जबकि घराती रात भर परेशान रहे। शुक्रवार 30 नवंबर की सुबह ग्राम प्रधान दीपा महरा ने इसकी सूचना सीएमओ को दी। डॉक्टरों की टीम गांवों ने दोनों गांवों में डेरा डाल रखा है।

घटना के पीड़ितों को जिला अस्पताल बागेश्वर, बेरीनाग और कांडा अस्पतालों का रुख किया। गडेरा गांव में डॉ. दिवाकर और बास्ती गांव में डॉ. बृजेश रावत की टीम पहुंच गई है। डॉक्टरों ने इलाज शुरू कर दिया है। जिला अस्पताल में पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण और जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी के गनर नरेंद्र सिंह भर्ती हैं। वह भी बारात में शामिल होने गए थे और भोजन भी किया था।

इसके अलावा कांडा और बेरीनाग अस्पताल में दर्जन से अधिक महिला, पुरुष और बच्चे भर्ती हैं। दुल्हन का परिवार और दूल्हे का परिवार भी फूड प्वाइजनिंग के शिकार हुआ है। एसडीएम कपकोट नरेंद्र भंडारी भी प्रभावित क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं। उन्होंने बताया कि डॉक्टरों की टीम स्वास्थ्य लाभ तक गांव में डटी रहेगी।

इधर सरकार ने दो हेलीकाप्टरों को बागेश्वर के पीडि़तों को चिकित्सालय पहुंचाने के लिए रवाना किया है।

Next Story

विविध