9 महीने से केरल के समुद्रतट से गायब हैं 243 लोग, उनके परिजन दे रहे दिल्ली में धरना
243 लोग क्यों और कैसे गायब हुए, किस काम के लिए जा रहे थे न्यूजीलैंड, क्या जाने वाले वैध तरीके से जा रहे थे या अवैध ढंग से, क्यों जा रहे थे रिफ्यूजी बनकर, क्या लालच देकर ले जाया जा रहा था पानी की जहाज से उन्हें, जानने के लिए पढ़िए...
जनज्वार। दिल्ली के जंतर—मंतर पर धरना देने पहुंचे सैकड़ों परिजनों का कहना है कि हमारे परिवार वाले जिसमें बच्चे, गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग, सास, बहू, बेटे-बेटियां और पिता भी शामिल हैं, केरल के तिरूअनंतपुरम के समु्द्री तट से 9 महीने पहले न्यूजीलैंड के लिए रवाना हुए, तब से उनकी कोई खोज-खबर नहीं है।
धरना देने पहुंचे गणेश ने जनज्वार से बातचीत में बताया कि उनकी बहू और बेटे भी न्यूजीलैंड की उसी पानी की जहाज में रवाना हुए, जिसमें 243 लोग थे, जो कि अब लापता हैं। गायब लोगों में तमिलनाडु, केरल और आंध्र के लोग हैं। लेकिन ये सभी लोग दिल्ली से गए और केरल के तिरूअनंतपुरम के समु्द्री तट से न्यूजीलैंड के लिए रवाना हुए। इस बारे में पीड़ित परिवारों के लोगों का कहना है कि दक्षिण भारत के चारों राज्यों के अलग-अलग जिलों से 1974 में ये लोग दिल्ली में आकर बसे। तबसे ये लोग दिल्ली में ही रहते हैं।
243 लोग क्यों और कैसे गायब हुए, किस काम के लिए जा रहे थे न्यूजीलैंड, क्या जाने वाले वैध तरीके से जा रहे थे या अवैध ढंग से? क्यों जा रहे थे रिफ्यूजी बनकर, यह भी जानिए कि क्या लालच देकर ले जाया जा रहा था पानी की जहाज से 243 लोगों को न्यूजीलैंड?
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