जयपुर में 7 साल की बच्ची का रेप कर खून से लथपथ हालत में छोड़ा सड़क पर, मौत की अफवाह फैलने पर हालात हुए बेकाबू
एक बाइक सवार व्यक्ति हेलमैट पहने बच्ची के पास आया और उसके पिता का दोस्त बताकर ले गया अपने साथ, बाद में बलात्कार कर बीच सड़क पर खून से लथपथ हालत में चला गया छोड़कर...
जनज्वार। महिलाओं, बच्चियों पर होने वाली यौन हिंसा दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। लग रहा है देश में इंसान नहीं हैवानों की बहुतायत हो गई है जिन्हें कहीं भी बूढ़ी, जवान, बच्ची सबके शरीर में सिर्फ योनि के अलावा कुछ नजर नहीं आता। अपनी हवस मिटाने के लिए रिश्तों को तार-तार करने से भी ये हैवान बाज नहीं आते।
ऐसी ही एक घटना राजस्थान के जयपुर में सामने आई है, जहां 7 साल की बच्ची के पिता का दोस्त बताकर एक आदमी बच्ची को अपने साथ ले गया और फिर उसका बलात्कार कर खून से लथपथ हालत में बीच सड़क पर छोड़ गया। मेडिकल रिपोर्ट में बच्ची के प्राइवेट पार्ट में जख्म और खरोंचों के निशान है, फिलहाल अस्पताल में बच्ची का इलाज चल रहा है।
जानकारी के मुताबिक खुद को बच्ची के पिता का दोस्त बताकर एक व्यक्ति मासूम बच्ची को सोमवार 1 जुलाई को उस समय अपने साथ ले गया जब वह कुछ सामान लेने के लिए अपने घर से बाहर दुकान तक गई थी। दुकान के पास ही एक व्यक्ति हेलमैट पहने उसके पास आया और पिता का दोस्त बताकर अपने साथ ले गया। उसके बाद बलात्कार कर उसे बीच सड़क पर खून से लथपथ लहूलुहान हालत में छोड़कर चला गया। बच्ची की बरामदगी के बाद बच्ची के परिजन उसे जयपुर के कनवतिया अस्पताल में ले गए, जहां उसकी नाजुक हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे जेके लोन अस्पताल रेफर कर दिया।
जेके लोन हॉस्पिटल में बच्ची को सर्जिकल आईसीयू में भर्ती कराया गया। मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक बच्ची के सीने पर खरोंच और माथे पर चोट के निशान हैं। उसके गुप्तांग में भी खरोंच के निशान हैं। हालांकि अब उसकी हालत स्थिर बनी हुई है।
वहीं इस बीच किसी ने बच्ची की मौत की खबर फैला दी, जिसके बाद इलाके में तनाव व्याप्त हो गया। लोगों ने हंगामा और तोड़फोड़ की। गुस्साये प्रदर्शनकारियों ने 160 गाड़ियां भी तोड़ीं। लोग मांग कर रहे हैं कि आरोपी को तुरंत गिरफ्तार किया जाये। इसी के बाद शासन-प्रशासन ने 40 थानों के पुलिसकर्मी इलाके में तैनात कर दिये हैं। अफवाहों को रोकने के लिए फिलहाल तकरीबन 13 इलाकों में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है।
फाइल फोटो
इस घटना के विरोध में दूसरे दिन 2 जुलाई को सुबह ही जयपुर के शास्त्री नगर इलाके में लोगों ने विरोध प्रदर्शन कर दिया। तनाव इस हद तक बढ़ गया कि प्रदर्शनकारियों ने कई गाड़ियों के साथ तोड़फोड़ की। गुस्साई भीड़ ने एक पुलिस स्टेशन को घेरकर प्रदर्शन किया और कई वाहनों में तोड़फोड़ की, जिसके बाद जयपुर में तनाव बना हुआ है।
सोशल मीडिया पर लगातार इस घटना के शेयर होने और हिंसा और उग्र होने के भय से संभागीय आयुक्त केसी वर्मा ने आज 3 जुलाई सुबह 10 बजे तक शहर के अनेक इलाकों में इंटरनेट सेवाएं ठप्प कर दी हैं। आरोपी पर पुलिस ने इस मामले में पास्को एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। बलात्कारी की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग को लेकर भीड़ लगातार उग्र हो रही है।
इस मसले पर पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव कहते हैं, "लड़की खतरे से बाहर है। सीनियर डॉक्टर उसका इलाज कर रहे हैं। हम आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद उसे कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का प्रयास करेंगे। साथ ही पुलिस आयुक्त ने जनता से अपील की कि वह अफवाहों पर कतई विश्वास न करे, इससे शहर का माहौल खराब हो सकता है।
वहीं राजस्थान सरकार के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास भी 2 जून को बलात्कार पीड़ित बच्ची के बारे में जानने हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने कहा कि "आरोपी को पकड़ने के लिए शासन—प्रशासन पूरी कोशिश कर रहा है। इस तरह के घृणित अपराध करने वाले लोगों की हमारे समाज में कोई जगह नहीं है। इस मामले का राजनीतिकरण न किया जाए।'