सामाजिक कार्यकर्ता रोना विल्सन और दलित लेखक सुधीर ढावले गिरफ्तार
गिरफ्तारों में शामिल हैं दिल्ली विश्वविद्यालय के शिक्षक और माओवादी होने के आरोप में सजा काट रहे जीएन साईंबाबा के वकील सुरेंद्र गाडलिंग भी, सुधीर ढावले पहले भी माओवादी मददगार होने के आरोप में हो चुके हैं गिरफ्तार
जनज्वार, दिल्ली। आज सुबह—सुबह दिल्ली में सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता रोना विल्सन को और दलित लेखक और पत्रकार सुधीर ढावले को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। रोना की गिरफ्तारी दिल्ली से और सुधीर की गिरफ्तारी मुंबई से हुई है। रोना की गिरफ्तारी दिल्ली के बसंतकुंज इलाके की पुलिस ने की है।
सुधीर ढावले विरोधी पत्रिका के संपादक हैं और वह सरकार की खुलकर आलोचना करने वाले बुद्धिजीवियों में शामिल हैं। सरकार की आलोचना करने के कारण ही वह 40 महीने की जेल की सजा पहले भीकाट चुके हैं।
पुलिस ने माओवादी होने के आरोप में नागपुर जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे जीएन साईंबाबा के वकील सुरेंद्र गाडलिंग को भी आज ही गिरफ्तार कर लिया है। गाडलिंग की गिरफ्तारी नागपुर से लगभग उसी समय हुई है, जिस समय दिल्ली में रोना की और मुंबई में सुधीर ढावले की हुई है।
किसी की गिरफ्तारी का कारण अभी नहीं पता चल सका है, पुलिस ने भी इसकी कोई जानकारी नहीं दी है। हालांकि इन तीनों गिरफ्तारियों की प्रकृति बताती है कि इन सभी लोगों को माओवादी होने या माओवादियो का मददगार होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया होगा।
यह संभावना इसलिए है कि गिरफ्तार किए गए तीनों लोग माओवादी होने के आरोप में गिरफ्तार किए या मारे गए लोगों के अधिकारों की वकालत करते रहे हैं, उनके लिए होने वाले संघर्षों में शामिल होते रहे हैं।