एम्स डॉक्टरों ने कहा कन्हैया कुमार और समर्थकों ने की हमारे साथ मारपीट
घटना के विरोध में डॉक्टरों की हड़ताल शुरू, कहा कन्हैया कुमार अपने समर्थकों के साथ डॉक्टरों की मनाही के बावजूद जबरन हॉस्पिटल में घुस गए और इसके लिए उन्होंने डॉक्टरों और सुरक्षाकर्मियों के साथ न सिर्फ बदसलूकी की, बल्कि उन पर हाथ भी उठाया...
जनज्वार। जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष और सीपीआई नेता कन्हैया कुमार पर गंभीर आरोप लगाते हुए पटना एम्स के जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं। डॉक्टरों का कहना है कि कन्हैया कुमार और उनके साथियों ने डॉक्टरों समेत सुरक्षाकर्मियों के साथ मारपीट और बदसलूकी की।
सोशल मीडिया पर इस घटना से संबंधित बताते हुए एक वीडियो वायरल किया जा रहा है जिसमें वो भीड़ के साथ बहस करते नजर आ रहे हैं। कहा जा रहा है कि ये वीडियो पटना एम्स का है, मगर अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है कि यह कहां का है।
एम्स के डॉक्टरों का कहना है कि कन्हैया कुमार अपने समर्थकों के साथ डॉक्टरों की मनाही के बावजूद जबरन हॉस्पिटल में घुस गए और इसके लिए उन्होंने डॉक्टरों और सुरक्षाकर्मियों के साथ न सिर्फ बदसलूकी की, बल्कि उन पर हाथ भी उठाया। घटना के विरोध में डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने से एम्स में मेडिकल सेवाएं बाधित हो रही हैं।
प्रभात खबर में छपी खबर के मुताबिक इस घटना के विरोध में पटना एम्स के डॉक्टर हड़ताल पर चले गये हैं। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव और स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर घटना की जानकारी देते हुए अपनी सुरक्षा की मांग ही है। साथ ही कन्हैया कुमार और उनके समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर हड़ताल शुरू कर दी है।
मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक बिहार की राजधानी पटना स्थित एम्स में जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार और उनके समर्थकों की जूनियर डॉक्टरों से रविवार 14 अक्टूबर की रात भिड़ंत हो गयी थी। इसके बाद कन्हैया कुमार के समर्थकों पर जूनियर डॉक्टरों और अस्पताल के सुरक्षाकर्मियों ने उनके साथ मारपीट का आरोप लगाया है। घटना के बाद एम्स में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
गौरतलब है कि वामपंथी छात्र नेता कन्हैया कुमार रोहतास में एक जनसभा को संबोधित करने के बाद रविवार, 14 अक्टूबर को पटना एम्स में भर्ती एआईएसएफ के राज्य सचिव सुशील कुमार से मिलने गये थे और इसी दौरान कन्हैया कुमार और उनके समर्थकों की एम्स के जूनियर डॉक्टरों से कहासुनी हो गई।
एम्स में भर्ती एआईएसएफ के राज्य सचिव सुशील कुमार के मुताबिक, 'कन्हैया कुमार कल 14 अक्टूबर की देर रात उनसे मिलने एम्स पहुंचे थे। यहां आर्थोपेडिक विभाग के जूनियर डॉक्टर ने कन्हैया के समर्थकों से बाहर जाने को कहा। डॉक्टरों ने कहा कि मरीज के पास केवल एक अटेंडेंट रह सकता है, जिसके बाद कन्हैया कुमार के समर्थक बातचीत का फोटो और वीडियो बनाने लगे। उनकी इस हरकत पर जूनियर डॉक्टर अविनाश पांडेय भड़क गये।'
सुशील कुमार के मुताबिक उन्होंने जब जूनियर डॉक्टर अविनाश पांडेय से कहा कि केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव जब मुझसे मिलने आये थे तब उनके साथ भी बड़ी संख्या में लोग थे, उस समय किसी को क्यों मना नहीं किया गया। कन्हैया कुमार के साथ यह दुर्व्यवहार क्यों किया जा रहा है, मगर किसी ने मेरी बात नहीं सुनी और डॉक्टर अविनाश पांडेय अपनी बात पर अड़े रहे।
जूनियर डॉक्टर अविनाश पांडेय के निर्देश पर एम्स के सुरक्षाकर्मी कन्हैया कुमार के समर्थकों को वार्ड से बाहर करने लगे तो अस्पताल के सुरक्षाकर्मियों से उनकी कहासुनी और मारपीट हो गई।
इस घटना को लेकर पटना एम्स के जूनियर डॉक्टरों में भारी आक्रोश व्याप्त है। एक ओर जहां जूनियर डॉक्टर अस्पताल में कार्य बहिष्कार की भी तैयारी कर रहे हैं, वहीं आज होने वाली जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन की मीटिंग के बाद ही इस मसले पर अंतिम फैसला आएगा।