- Home
- /
- सिक्योरिटी
- /
- भाजपा मंत्री की शह पर...
भाजपा मंत्री की शह पर अधिकारी कर रहे करोड़ों का घोटाला
कांग्रेस ने लगाया आरोप वन मंत्री के संरक्षण में बीजापुर में दिनोंदिन बढ़ रहा भ्रष्टाचार, आम लोगों को तो छोड़िए वन अधिकारियों को तक नहीं दिखा पिछले 15 सालों में कोई शेर और जंगली भैंस, तो किसके संरक्षण के लिए किए जा रहे करोड़ों खर्च....
बीजापुर, छत्तीसगढ़। छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी ने आरोप लगाया कि प्रदेश के वन मंत्री महेश गागड़ा के संरक्षण में बीजापुर जनपद में भ्रष्टाचार दिनोंदिन बढ़ रहा है। महेश गागड़ा और उनके अधिकारियों ने भ्रष्टाचार के क्षेत्र में एक नया रिकार्ड क़ायम करते हुए प्रतिवर्ष टाइगर रिजर्व के कोर व बफ़र ज़ोन के लिए केंद्र और राज्य से क़रीब 20 करोड़ रुपए ख़र्च किए जा रहे हैं, जिसका क्षेत्रफल लगभग 2799 वर्ग किलोमीटर है।
यह आरोप कांग्रेस कमेटी बीजापुर ने कल बीजापुर के स्थानीय पत्रकार भवन में प्रेस वार्ता के दौरान लगाया। कांग्रेस कमेटी के सदस्यों ने कहा कि ज़िले में जैव विविधता संरक्षण, वन्य प्राणी संरक्षित क्षेत्रों में प्रकृति का समन्वित विकास, बिगड़े वनों के सुधार, प्रोजेक्ट टाइगर, वन्य जीवों का संरक्षण एवं विकास, नैसर्गिक पर्यटन का विकास आदि मदों के लिए प्रतिवर्ष 20 करोड़ रुपए काग़ज़ों पर ख़र्च किए जा रहे हैं, जबकि आम लोगों को तो छोड़िए असलियत में वन अधिकारियों तक को बीते 15 वर्षों में यहां न तो कोई शेर दिखा और न ही एक भी जंगली भैंस।
कांग्रेस कमेटी के मुताबिक आम लोगों का कहना है कि यहाँ इन दो जानवरों की प्रजाति विलुप्त हो गई है। जब वन मंत्री के इलाक़े में ही वन विभाग के अधिकारी हर साल करोड़ों का घोटाला कर सकते हैं तो प्रदेश के बाक़ी हिस्सों का क्या हाल होगा यह आसानी से समझा जा सकता है। ज़िला कांग्रेस कमेटी ने मीडिया के माध्यम से सरकार से माँग की कि वन विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों पर FIR कर भ्रष्टाचार के लिए उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।
कांग्रेस कमेटी के आरोपों को सच मानें तो यहां कई कार्य ऐसे हुए हैं जिनकी धनराशि आहरण करने के लिए फ़र्ज़ी हितग्राहियों के हस्ताक्षर एवं फ़र्ज़ी वाउचर बनाकर पैसा हड़पा गया है।
इससे पहले भी बीजापुर ज़िला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विक्रम मंडवी ने आरोप लगाया था कि यहाँ पारद जैसे कई उत्सव मनाए जाते हैं, लेकिन ये सारे उत्सव सरकारी रखम को ठिकाने लगाने के उपक्रम मात्र हैं।
विक्रम मंडवी ने कहा कि भैरामगढ़ और पामेड अभ्यारण्य सिर्फ़ सफ़ेद हाथी की तरह है। अधिकारी दफ़्तर से बाहर नहीं निकलते हैं, हर साल सिर्फ़ कागजी जमा ख़र्च किया जा रहा है।
कांग्रेस कमेटी ने सरकार से मांग की कि बीते 10 सालों में यहाँ हुए वन विभाग के कामों की निष्पक्षता से जाँच कराई जाए तो प्रदेश का सबसे बड़ा घोटाला यहाँ उजागर होगा।
क्षेत्र के विधायक व प्रदेश के वनमंत्री महेश गागड़ा को आड़े लेते हुए मंडवी ने कहा कि यहाँ जो भी भ्रष्टाचार हो रहा है, वह सब उनकी जानकारी और उन्हीं के संरक्षण में हो रहा है। टाइगर रिजर्व के भ्रष्ट अधिकारियों को वन मंत्री का संरक्षण प्राप्त है। बड़े से लेकर छोटे अधिकारी इस भ्रष्टाचार के खेल में लिप्त हैं। अगर इनके ख़िलाफ़ कार्यवाही नहीं की गई तो खुद ज़िला कांग्रेस कमेटी बीजापुर एफआईआर दर्ज करवाने को बाध्य होगी।