दबंग और बदजुबान भाजपा विधायक ठुकराल पर लटकी पुलिस कार्यवाही की तलवार
रुद्रपुर से भाजपा के विधायक राजकुमार ठुकराल के खिलाफ दो समुदायों के बीच दुश्मनी बढ़ाने वाले बयान व अराजक तत्वों की पैरवी कर संविधान विरोधी हरकत करने के आरोप चस्पां करते हुये रामनगर कोतवाली में शिकायत की गई है...
रामनगर, जनज्वार। सरेआम बदजुबानी और गुंडों जैसे व्यवहार से कई बार अपनी ही पार्टी को सांसत में डालने वाले उत्तराखण्ड के भाजपा विधायक राजकुमार ठुकराल की मुश्किलों में आने वाले दिनो में इजाफा हो सकता है। रुद्रपुर से भाजपा के विधायक राजकुमार ठुकराल के खिलाफ दो समुदायों के बीच दुश्मनी बढ़ाने वाले बयान व अराजक तत्वों की पैरवी कर संविधान विरोधी हरकत करने के आरोप चस्पां करते हुये रामनगर कोतवाली में शिकायत की गई है।
उत्तराखण्ड पुलिस ने फिलहाल तहरीर पर मुकदमा दर्ज न करते हुये मामले को जांच के दायरे में ले लिया है। गौरतलब है कि बीते 22 मई को कोसी नदी के किनारे बैठे एक प्रेमी युगल को पकड़कर भगवा संगठनों से जुड़े गुंडों ने युवक के दूसरे समुदाय का होने के कारण उसके साथ मारपीट की थी। पुलिस के पहुंचने के बाद उग्र युुवक पकड़े गये युवक की हत्या करने पर उतारू रहे थे, लेकिन पुलिस उपनिरीक्षक गगनदीप सिंह के हौसले के सामने यह युवक अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाये।
दरोगा गगनदीप के इस साहस की सराहना करते हुये उनके उच्चाधिकारियों ने उन्हें पुरस्कृत किये जाने की भी घोषणा की थी। अराजक तत्वों द्वारा दूसरे समुदाय के युवक के साथ मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद यह मामला अंतरराष्ट्रीय सुर्खियो में छा गया था, जिसके चलते पुलिस को आरोपी भगवा गुंडों के खिलाफ कार्यवाही करने के लिये सक्रिय होना पड़ा।
मारपीट के अकाटय सबूत होने के कारण पुलिस कार्यवाही से बचने के लिये इन हिंदुवादी गुडों ने अपने राजनीतिक संरक्षण के लिये रुद्रपुर के भाजपा विधायक राजकुमार ठुकराल की शरण ली, जिसके बाद इन गुंडों की पैरवी में रामनगर पुलिस पर मनोवैज्ञानिक दवाब बनाने के इरादे से रामनगर पहुंचे विधायक ने एक पत्रकार वार्ता के दौरान भगवा गुंडों की हरकत को न केवल जायज ठहराया था, बल्कि उनके हौसले बुलंद करते हुये उन्हें शेरदिल बताकर उनकी हरकतों को शह देने का प्रयास किया था।
विधायक की इस हरकत के बाद समाजवादी लोक मंच के सहसंयोजक मुनीष कुमार द्वारा विधायक ठुकराल के खिलाफ कानूनी कार्यवाही के लिये आज 30 मई को रामनगर कोतवाली में शिकायत की गई है।
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि 26 मई को उनके द्वारा रामनगर आकर रामनगर के साम्प्रदायिक सदभाव को बिगाड़ने के मकसद से सोशल मीडिया व पत्रकार वार्ता में दो समुदायों के बीच शत्रुता पैदा करने वाले भड़काऊ बयान दिये गये हैं, जिसमें उनके द्वारा पुलिस अभिरक्षा में कतिपय हिन्दूवादी संगठनों द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के युवक के साथ मारपीट व जान से मारने व काटने की धमकी को जायज ठहराते हुये उनके गैरकानूनी कृत्य के लिये शाबासी दी गई है।
दलितों से गुंडागर्दी करने वाले भाजपा विधायक पर मुकदमा दर्ज
शिकायत में मुनीष कुमार ने आरोप लगाया कि ठुकराल के इस बयान द्वारा दो समुदायों के बीच वैमनस्य, छुआछूत व शत्रुता पैदा करने वाले बयानों के बाद क्षेत्र का माहौल काफी अशांत व तनावपूर्ण हो गया है। विधायक ठुकराल की सरपरस्ती के कारण कोसी नदी के किनारे से पकड़कर गर्जिया मन्दिर में लाकर धर्मरक्षा के नाम पर मारपीट कर उत्पात मचाने वालों के हौसले बुलंद हैं।
विधायक ने अपना पदभार ग्रहण करते हुये जिस संविधान का पालन करने की शपथ ली थी उसी संविधान की मर्यादा का वह रामनगर में खुलेआम उल्लंघन करते नजर आ रहे हैं। उन्होंने विधायक के इस कुकृत्य को संविधान व देश में स्थापित कानूनों का उल्लंघन बताते हुये उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्यवाही की मांग की है। इसके साथ ही पुलिस को शिकायत के साथ-साथ विधायक ठुकराल के आपत्तिजनक और वैमनस्य फैलाने वाले बयानों की सीडी भी सौंपी गई है।
इस दौरान उत्तराखण्ड परिवर्तन पार्टी के केन्द्रीय उपाध्यक्ष प्रभात ध्यानी, देवभूमि विकास मंच के मनमोहन अग्रवाल, ईको सेंसेटिव जोन विरोधी संघर्ष समिति के महेश जोशी, ललित उप्रेती, वसीम रजा लोटस, फजल खान आदि मौजूद रहे।
बदतमीजी के लिए ख्यात भाजपा विधायक से एक पत्रकार ने पूछे सवाल
इस मामले में कोतवाल विक्रम सिंह राठौर ने बताया कि मिली शिकायत की जांच की जा रही है। मामला सही पाये जाने पर नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी। गौरतलब है कि रुद्रपुर के विधायक ठुकराल के खिलाफ इस प्रकार को यह कोई पहला मामला नहीं है। अपने ऊपर हत्या के मुकदमे को फर्जी बताने वाले यह दबंग विधायक अपनी हरकतों के चलते अपनी ही पार्टी भाजपा को कई बार सांसत में डाल चुके हैं।
बीते दिनों एक पारिवारिक मामले की पंचायत के दौरान एक दलित महिला के साथ मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद पार्टी को अपनी साख बचाने के लिये इनके खिलाफ जांच बैठानी पड़ी थी। यह बात दीगर है कि पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने की चेतावनी के बाद विधायक ने इस मामले को मैनेज करते हुये बामुश्किल जान छुड़ाई थी।
यह दिलेर पुलिस वाला नहीं होता तो लव जिहाद में मार दिया गया होता युवक
इसके साथ ही कुछ दिन पूर्व हाइवे पर लगे टोल नाके पर बैठे कर्मचारी के साथ अपने कार्यकर्ताओं के साथ खुलेआम गुंडई पर उतारु इन माननीय की खासी किरकिरी हुई थी। ऐसे में हर पखवाड़े सिरीज दर सिरीज अपनी हरकतों से पार्टी को मुश्किलों में डालने वाले इस विधायक पर रामनगर में साम्प्रदायिक वैमनस्य फैलाने की हरकत भारी पड़ सकती है।
यहां बड़ा सवाल यह है कि जब भाजपा के स्थानीय विधायक ने पूरे मामले को प्रतिक्रिया देने लायक नहीं समझा, उस प्रकरण में रुद्रपुर के विधायक ठुकराल को रुद्रपुर अपने विधानसभा क्षेत्र से बाहर रामनगर आकर इस मामले को लेकर राजनीतिक रूप से अपने हाथ जलाने की सलाह किसने दी होगी।
बहरहाल इस प्रकरण में विधायक ठुकराल के खिलाफ कानूनी व राजनीतिक क्या कार्यवाही होगी यह भविष्य के गर्भ में है, लेकिन पार्टी व पार्टी से बाहर उनके राजनीतिक विरोधियों के लिये उन्हें निपटाने के लिये एक नया हथियार जरुर मिल गया है। (फोटो : रामनगर कोतवाली में विधायक ठुकराल के खिलाफ कार्यवाही के लिये शिकायत करते लोग)