एबीवीपी की हार के डर से गोरखपुर विश्वविद्यालय का छात्रसंघ चुनाव रद्द
मुख्यमंत्री योगी पहले ही अपने शहर गोरखपुर की सांसदी हार कर बड़े स्तर पर फजीहत झेल चुके हैं, ऐसे में उनके शहर से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की हार उनके लिये लेकर आ सकती थी बड़ी मुश्किल
आज दिन में जिस तरह से विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने विधि संकाय में मारपीट को अंजाम दिया उसका पूरा तौर तरीका पहले से ही लग रहा था मैनेज और मकसद था गुंडागर्दी के नाम पर चुनाव रद्द कराना
गोरखपुर से अरविंद गिरी की रिपोर्ट
जनज्वार। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के क्षेत्र गोरखपुर में ABVP की हार के डर से छात्रसंघ चुनाव सरकार की सह पर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा स्थगित करा दिया गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने पुलिस के बल पर छात्रों के ऊपर लाठीचार्ज कराया। यह सम्पूर्ण घटनाक्रम सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया।
आज गोरखपुर विश्वविद्यालय में ABVP द्वारा प्रायोजित तरीक़े से विधि विभाग में घुसकर बड़ा बवाल किया गया और विधि विभाग के एक शिक्षक के ऊपर हमला भी किया गया।
इसके बाद दिनभर विश्वविद्यालय में तरह तरह की नौटंकी चलती रही। फ़िलहाल उसके बाद की सूचना यह है कि इस बवाल की वजह से 13 सितंबर को होने वाले छात्र संघ चुनाव को कुलसचिव द्वारा रद्द करा दिया गया है।
गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्र अंकुर कहते हैं, पिछले साल होने वाले छात्रसंघ चुनाव में भी ABVP व प्रशासन द्वारा कुछ इसी तरह की नौटंकी की गई थी, क्योंकि ABVP के पूरे पैनल के हारने का अंदाजा लगाया जा रहा था। और इस बार फिर से एक सुनियोजित नौंटकी कर चुनाव रद्द करा दिया गया था।
घटनाक्रम के मुताबिक विश्वविद्यालय में आज छात्रसंघ चुनाव के प्रचार को लेकर अध्यक्ष पद के दो प्रत्याशी पहले तो आपस में भिड़े, फिर इसी दौरान एबीवीपी प्रत्याशी रंजीत सिंह श्रीनेत और निर्दल प्रत्याशी अनिल दुबे के समर्थकों के बीच जमकर मारपीट हुई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने भी छात्रों पर जमकर लाठीचार्ज किया। घटना के बाद विश्वविद्यालय परिसर में भारी तादाद में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
आश्चर्य की बात तो ये रही कि चौकाने वाली बात ये है कि छात्रों के बीच हुई हिंसक वारदात और उपद्रव की जानकारी होने के बावजूद प्रॉक्टर और चुनाव अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे। इस घटना के बाद पुलिस ने तकरीबन आधा दर्जन छात्रों को हिरासत में लिया है।
एसपी सिटी विनय कुमार सिंह ने यह आश्वासन जरूर दिया है कि बवाल करने वाले उपद्रवियों से पुलिस सख्ती से निपटेगी।