BSP प्रमुख मायावती ने तेलंगाना एनकाउंटर पर उत्तर प्रदेश और दिल्ली पुलिस को प्रेरणा लेने की दी नसीहत
महिलाओं के खिलाफ अपराध चरम पर है लेकिन राज्य सरकार सो रही है, यहां की पुलिस और दिल्ली पुलिस को हैदराबाद पुलिस से प्रेरणा लेनी चाहिए। लेकिन दुर्भाग्य यह है कि उत्तर प्रदेश में अपराधियों को मेहमान बनाकर रखा जाता है...
जनज्वार। हैदराबाद में डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले पर पुलिस ने चारों आरोपियों को एनकाउंटर में ढ़ेर कर दिया। पुलिस का कहना है कि चारों आरोपियों को वह क्राइम सीन को रीक्रिएट करने के लिए ले जा रहे थे। जिस दौरान आरोपियों ने भागने की कोशिश की और पुलिस ने उन्हें गोली मार दी।
मामले को लेकर कमिश्नर वीसी सज्जनार ने कहा कि चारों अभियुक्तों ने लकड़, पत्थर से हमारे ऊपर हमला कर दिया था। इन लोगों ने हमारे दो पुलिसकर्मियों के हथियार छीन कर फ़ायरिंग शुरू कर दी थी हमारी चेतावनी के बाद भी वह थमे नहीं जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में चारों लोगों की मौत हो गई, साथ ही हमारे दो पुलिस अधिकारी भी घायल हुए हैं। मैं केवल इतना कहना चाहता हूं कि कानून ने अपना दायित्व निभाया है।
Cyberabad CP, VC Sajjanar: There were around 10 police with the accused persons during the time of encounter. We have recovered the victim's cell phone here at the spot. pic.twitter.com/gM2Bgs5IQD
— ANI (@ANI) December 6, 2019
एनकाउंटर के बाद बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने एनकाउंटर को सही बताते हुए तेलगांना पुलिस से यूपी और दिल्ली पुलिस को प्रेरणा लेने के लिए कहा है।
मायावती ने अपने बयान में कहा है कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध चरम पर है लेकिन राज्य सरकार सो रही है, यहां की पुलिस और दिल्ली पुलिस को हैदराबाद पुलिस से प्रेरणा लेनी चाहिए। लेकिन दुर्भाग्य यह है कि उत्तर प्रदेश में अपराधियों को मेहमान बनाकर रखा जाता है। उत्तर प्रदेश में जगंल राज है'।
Mayawati: Crimes against women are on the rise in Uttar Pradesh, but the state government is sleeping.Police here and also in Delhi should take inspiration from Hyderabad Police,but unfortunately here criminals are treated like state guests, there is jungle raj in UP right now pic.twitter.com/KeN53KCV4A
— ANI UP (@ANINewsUP) December 6, 2019
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के उन्नाव में एक रेप पीड़िता को आरोपियों ने जिंदा जलाकर मारने की कोशिश की थी. गुरुवार सुबह जब वह केस की सुनवाई के लिए रायबरेली के लिए घर से निकली तो आरोपी ने अपने साथियों के साथ उसके ऊपर केरोसिन छिड़क कर आग लगा दी.
घटना के बाद से ही विपक्षी पार्टी लगातार सरकार पर हमलावर बनी हुई है। गुरुवार को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा कि 'उन्नाव की दुष्कर्म पीड़िता को जिंदा जलाये जाने के दुस्साहस की नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए प्रदेश की भाजपा सरकार का सामूहिक इस्तीफ़ा होना चाहिए।
The figures speak for themselves. Jungle Raj is a thing of the past. No longer now.
103 criminals killed and 1859 injured in 5178 police engagements in the last more than 2 years.
17745 criminals surrendered or cancelled their own bails to go to jail.
Hardly state guests. https://t.co/3Tk8qFLtK3
— UP POLICE (@Uppolice) December 6, 2019
वही यूपी पुलिस ने मायावती के बयान के बाद ट्वीट किया जिसमें यूपी पुलिस ने पिछले दो सालों में 103 अपराधियों का एनकाउंटर करने का दावा किया यूपी पुलिस ने अपन ट्वीटर पर लिखा आंकड़े अपने आप बोलते हैं। जंगल राज अतीत की बात है। अब नहीं है। पिछले 2 सालों में 5178 मुठभेड़ की घटनाएं हुई हैं, जिसमें 103 अपराधी मारे गए और 1859 घायल हुए। 17745 अपराधियों ने आत्मसमर्पण किया या जेल जाने के लिए अपनी खुद की बेल रद्द कर दी।’