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जिस हिंदू बहन के नाम पर की थी रैगर ने अफराजुल की हत्या, उसी का एक साल से कर रहा था बलात्कार
शंभूलाल रैगर के मामले में राजस्थान पुलिस ने की चार्जशीट दाखिल, कहा जिस लड़की के नाम पर की थी मुस्लिम अफराजुल की हत्या उसका खुद कर रहा था एक साल से बलात्कार...
जयपुर, राजस्थान। राजस्थान पुलिस द्वारा दर्ज चार्जशीट के मुताबिक लव जिहाद केस के मुख्य आरोपी शंभूलाल रैगर ने अपने अवैध संबंध से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए राजसमंद में मुस्लिम मजदूर की नृशंसता से हत्या कर उसका शव जला दिया था।
राजसमंद जिला अदालत के समक्ष दाखिल 400 पन्नों की चार्जशीट में राजस्थान पुलिस द्वारा रैगर की पत्नी सीता और जिस हिंदू लड़की की इज्जत के नाम पर अफराजुल की हत्या की थी, उसका गवाह बनाया गया है। रैगर की पत्नी सीता कहती है कि उसके पति शंभूनाथ रैगर का 50 वर्षीय एक महिला के साथ काफी दिन से झगड़ा हो रहा था।
विवाद की वजह महिला की नाबालिग बेटी के साथ रैगर के अवैध संबंध थे, क्योंकि रैगर ने महिला की नाबालिग बेटी को जबरन करीब एक साल तक राजसमंद में अपने कब्जे में रखा था। पंचायत ने रैगर के इस घृणित कृत्य के लिए उस पर 10 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया था।
चार्जशीट में यह भी कहा गया है कि हत्याकांड से तकरीबन एक साल पहले रैगर ने अपने 15 वर्षीय भतीजे के सामने मुर्गियों और बकरियों का गला काट उसे 'सांप्रदायिक रंग' दिया था। रैगर के भतीजे ने तब गला काटने का वीडियो भी बनाया था। इतना ही नहीं चार्जशीट में यह भी कहा गया है कि अफराजुल की हत्या करने से पहले रैगर अपने भतीजे को घटनास्थल पर करीब छह बार ले गया था।
राजसमंद के एसएसपी मनोज कुमार के मुताबिक इस मामले की अगली सुनवाई 17 जनवरी को होगी। पुलिस ने इस मामले में 12 जनवरी को चार्जशीट दाखिल की है। फिलहाल रैगर पर हत्या, धार्मिक भावनाएं भड़काने, आपराधिक साजिश रचने समेत कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
चार्जशीट में यह भी दर्ज किया गया है कि रैगर ने हत्या से पहले हिंदू कट्टरपंथियों, जम्मू-कश्मीर के आतंकवादियों और मुसलमानों के खिलाफ घृणा वाले वीडियो देखे थे। उदयपुर रेंज के आईजी आनंद श्रीवास्वत के मुताबिक, 'आरोपी रैगर ने हत्याकांड के बाद मीडिया का ज्यादा से ज्यादा ध्यान खींचने के लिए विडियो बनाने समेत और भी कई चीजें की थीं। वह हत्याकांड के जरिए सांप्रदायिक तनाव पैदा कर दक्षिणपंथी हिंदुओं का हीरो बनना चाह रहा था।'
जबकि पुलिस को दिए शंभूनाथ रैगर के बयानों के मुताबिक वह अफराजुल की हत्या नहीं करना चाहता था, बल्कि उसने गलती से अफराजुल की हत्या की थी। राजसमंद के पुलिस अधिकारी राजेंद्र सिंह राव को दिए बयान में उसने यह भी कहा था कि वह अज्जू शेख को मारना चाहता था, क्योंकि वह उस लड़की के संपर्क में था।
शंभूलाल रैगर उस हिंदू लड़की के साथ अवैध संबंध बनाता था जिसे दुनिया के सामने हिंदू बहन बताया करता था और दावा करता था कि उसने एक हिंदू बहन को लव जिहाद का शिकार होने से बचा लिया है। मगर 'बचाने' के बाद उसी हिंदू बहन के साथ संबंध बनाता था। उस लड़की को जब कुछ रुपयों की ज़रूरत पड़ी तो शंभूलाल रैगर ने उसे एक बैंक मैनेजर के सामने परोस दिया। कहा, 'बैंक मैनेजर को ख़ुश कर दे तो तेरा काम फौरन हो जाएगा।'
मगर लड़की को ये मंज़ूर नहीं था और वो किसी तरह बैंक मैनेजर के चंगुल से निकल भागी। जब शंभूलाल रैगर का इस तरह का उत्पीड़न सभी सीमाओं को लांघ गया, तब लड़की और उसके परिवार ने पुलिस से गुहार लगाने की कोशिश की। मगर पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए शंभूलाल ने हिंदू बहन को लव जिहाद से बचाने की झूठी कहानी रची और एक बेगुनाह अफराज़ुल जिसका उस लड़की से दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं था, उसकी हत्या कर दी।
गौरतलब है कि शंभूलाल रैगर ने हिंदुओं की भावनाओं को भुनाकर उन्हें लव जिहाद के नाम पर कैश करवा लिया। 500 से ज्यादा अंध समर्थकों ने उसकी सहायता के लिए रैगर के अकाउंट में पैसे डाले।