राहुल गांधी ने मोदी से सरेआम पूछा, आपको झूठ बोलते शर्म नहीं आती
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'प्रधानमंत्री जी, अमेठी की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री का शिलान्यास मैंने खुद किया था। पिछले कई सालों से वहां छोटे हथियारों का उत्पादन चल रहा है। कल आप अमेठी गए और अपनी आदत से मजबूर होकर आपने फिर झूठ बोला....
जनज्वार। प्रधानमंत्री मोदी अपने दावों, वादों और हकीकत के बीच खुद ही फंसते नजर आ रहे हैं। जहां अमेठी में चुनावी रैली के दौरान रूस के सहयोग से कोरवा में बनने जा रही एसॉल्ट राइफल एके—203 की उस फैक्ट्री का शिलान्यास मोदी जी कर आए, जिसका शिलान्यास राहुल 2007 में ही कर चुके थे, और मंच से घोषणा करके आए कि अब अमेठी मेडन इन एके-203 के नाम से जानी जाएगी। एके-203 से आतंकी और नक्सलियों को सैनिक मुंहतोड़ जवाब देंगे। जबकि बकौल राहुल उस फैक्ट्री में पहले से ही हथियारों का उत्पादन किया जा रहा है। दूसरी तरफ एक अन्य घटना में छात्र नेता से नेता बने कन्हैया कुमार ने उन्हें जमकर लताड़ा है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी 3 मार्च को अमेठी में थे। इस दौरान चुनावी रैली के अलावा उन्होंने रूस के सहयोग से यहां कोरवा में बनने जा रही एसॉल्ट राइफल एके-203 समेत 538 करोड़ की 17 परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इंडियन आर्मी की पुरानी इंसास राइफलों को रिप्लेस करने के लिए इस ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में रूस के साथ मिलकर करीब साढ़े 7 लाख AK-203 राइफलों का निर्माण होगा।
रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने मुख्य विपक्षी पाटी कांग्रेस को जमकर कोसा। मोदी ने कहा कि अब अमेठी मेडन इन एके-203 के नाम से जानी जाएगी। एके-203 से आतंकी और नक्सलियों को सैनिक मुंहतोड़ जवाब देंगे।
मोदी के कांग्रेस पर वार और उस शस्त्र फैक्ट्री का शिलान्यास करने जिसका कि 2007 में राहुल शिलान्यास कर चुके थे, के बाद भाजपा—कांग्रेस में वाकयुद्ध शुरू हो चुका है। यहां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि उन्होंने 2010 में खुद शस्त्र फैक्ट्री का शिलान्यास किया था, मोदी सरासर झूठ बोल रहे हैं। हालांकि यहां राहुल 2007 कि जगह 2010 बोल बैठे, जिसे लेकर तमाम भाजपा नेताओं ने उन्हें घेरना शुरू कर दिया है।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया है, 'प्रधानमंत्री जी, अमेठी की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री का शिलान्यास 2010 में मैंने खुद किया था। पिछले कई सालों से वहां छोटे हथियारों का उत्पादन चल रहा है। कल आप अमेठी गए और अपनी आदत से मजबूर होकर आपने फिर झूठ बोला। क्या आपको बिल्कुल भी शर्म नहीं आती?'
राहुल के ट्वीट पर उन्हें घेरते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने ट्वीट किया, 'फोटो को ध्यान से देखें इसमें आप 2007 के शिलान्यास में उपस्थित हैं, लेकिन आज सुबह कह रहे हैं 2010 में किया। अब यह बताएँ 2007 है या 2010? होती है ऐसी गलतियां राहुल जी - आपने अमेठी के बारे में इतना झूठ बोला कि शिलान्यास कब किया और सत्यानाश कब हुआ? यह आपको याद नहीं रहता।'
राहुल के अलावा छात्र नेता से नेता बने और बिहार के बेगूसराय सीट से सांसदी का चुनाव लड़ने जा रहे कन्हैया कुमार ने भी प्रधानमंत्री को सच का आईना दिखाया। कन्हैया ने ट्वीट किया, 'जुमलेबाज़ी को कला का दर्जा दिलाने वाले गप्पू जी ने पिछले चुनाव में बिहार को 1.25 लाख करोड़ रुपए का स्पेशल पैकेज देने का वादा किया था। भाइयों-बहनों, बोलिए पैकेज मिला क्या? भाजपा रैली के दौरान बम ब्लास्ट से मरने वाले लोगों के परिजनों को सरकारी नौकरी देने का वादा किया था। मिली क्या?'
मोदी जहां सरेआम जुमलेबाज साबित हो रहे हैं, वहीं सरकार का सच उजागर करने वाले पत्रकारों को मोदी समर्थक धमका रहे हैं। एनडीटीवी के पत्रकार उमाशंकर सिंह ट्वीट करते हैं, 'एक बात जो मैं नोट करता हूँ कि मोदी सरकार की किसी मुद्दे पर आलोचना करो तो देशद्रोही कहे जाने से शुरूआत होती है। जब देखते हैं कि बंदा हिल नहीं रहा तो माँ बहन की ग़ाली देते हैं। 2019 में फिर आने के बाद देख लेने की धमकी देते हैं, आइए सर जी हम यहीं हैं। अपनी बात कहते रहेंगे।' उमाशंकर सिंह के इस ट्वीट पर भी हजारों मोदी भक्त कूद पड़े हैं, जो तमाम गाली—गलौच के बीच दावा कर रहे हैं कि 2019 में सिर्फ मोदी ही सत्ता में आएंगे, चाहे कुछ भी कर लो।