कोविड आईसीयू वार्ड में डॉक्टर बनकर महिला से की छेड़छाड़, कई लोगों के संक्रमित होने की आशंका
पीड़िता के मुताबिक़ रात करीब 2.30 बजे एक युवक उनके कमरे में आता है और कमरे की लाइट बंद करता है। तभी इनकी नींद खुल जाती है। महिला के पूछने पर कि आप कौन हैं? युवक कहता है कि मैं कोरोना का इलाज करने आया हूं यहां का डाक्टर हूं...
छत्तीसगढ़ के सरगुजा से मनीष कुमार की रिपोर्ट
जनज्वार ब्यूरो। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में बने स्पेशल कोविड वार्ड में कोरोना पॉजेटिव एक 55 वर्षीय महिला के साथ जो हुआ उसे जानकर रोंगटे खड़े हो जायेंगे। इस कोविड एक्सक्लूसिव वार्ड में एक व्यक्ति कोरोना चिकित्सक बनकर रात ढाई बजे भीतर जाकर महिला से छेड़छाड़ करता है। विरोध करने पर महिला का मोबाइल फोन छीनने की असफ़ल कोशिश करता है और भाग खड़ा होता है। संक्रमित महिला के सम्पर्क में आने के बाद आरोपी युवक भागकर अस्पताल के रसोई के एक ऐसे कर्मचारी के सम्पर्क में रहता है जो पूरे अस्पताल में करीब 200 भर्ती मरीजों को सुबह का नाश्ता भी बांटता है और चिकित्सकों को चाय भी पिलाता है। इस डरा देने वाली घटना ने सबको संकट में डाल दिया जिसने भी सुना उसके हाथ पाँव फूलने लगे, लेकिन अब प्रबंधन लीपापोती में लग गयी है ज़वाब देने वाले बचते नज़र आ रहे हैं।
इस कोरोना काल में भी अचानक से आयी अजीबो-ग़रीब खबरे बेचैन कर देती हैं। छत्तीसगढ़ का अंबिकापुर (जो प्रदेश के सवास्थ मंत्री टी एस सिंहदेव का गृहनगर है) के बंगले से 1 किलोमीटर के दायरे में इलाका है। मोमिनपुरा जहाँ की एक 55 वर्षीय मुस्लिम महिला जो की कोरोना पॉजिटिव होने के कारण जिला अस्पताल के एक्सक्लूसिव कोविड - 19 वार्ड में भर्ती हैं, 20 मई 2020 को उनके साथ जो घटना हुई वो समाज के साथ-साथ उस भ्रष्ट तंत्र पर सवाल खड़ा करता है जिसकी कोरोना के मरीज़ों की देखभाल और सुरक्षा उनकी ज़िम्मेदारी है।
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गौरतलब है कोविड वार्ड में सरगुजा संभाग के सूरजपुर से 1, कोरिया जिले से 1, इसके अलावा सरगुजा जिले के अंबिकापुर की एक महिला कोरोना पॉजिटिव भर्ती हैं। महिला को आईसीयू में रखा गया है। पीड़िता के मुताबिक़ मंगलवार रात करीब 2.30 बजे एक युवक उनके कमरे में आता है और कमरे की लाइट बंद करता है। तभी इनकी नींद खुल जाती है। महिला के पूछने पर कि आप कौन हैं? युवक कहता है कि मैं कोरोना का इलाज करने आया हूं यहां का डाक्टर हूं। महिला ने पूछा की आप लाइट क्यों बंद कर रहें हैं? रुकिए मैं अपने लड़के से बात कर बता दूं महिला को युवक की बातों पर शक होता है। इसी बीच युवक महिला को लेटे रहने की बात कहते हुए महिला के कंधे पर हाथ रखता है जिससे महिला डर जाती है लेकिन बड़े सूझबूझ का परिचय देते हुए झूठ में ही अपने लड़के को फोन लगाकर कहती है कि बेटा जल्दी आओ कोई डॉक्टर आया है और युवक मोबाइल छीनने का असफ़ल प्रयास करता है और भाग जाता है।
पीड़ित महिला ने सूझबूझ के साथ हिम्मत दिखाई
पीड़ित महिला ने फोन पर बताया कि यदि उनके पास फ़ोन नहीं होता तो शायद उनकी चीखें भी सुनने वाला वहां कोई नहीं था। कोई भी अनहोनी होने पर सुबह तब तक पता नहीं चलता जब तक कोई मेडिकल स्टाफ कोविड वार्ड में नहीं आता। घटना के बाद महिला ने अस्पताल के डॉक्टर और अपने पुत्र जो खुद क्वारंटीन में हैं उनके मोबाईल पर कॉल कर उन्हें पूरी घटना की जानकारी दी जिसके बाद रात में प्रबंधन के माध्यम शहर के विधायक और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री को फोन पर घटना से अवगत कराया गया। मंत्री टी एस सिंहदेव ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन को तत्काल कारवाही के निर्देश दे दिए।
आरोपी युवक अस्पताल कर्मचारी निकला
इधर आरोपी युवक की पहचान करने सुबह होते ही अस्पताल की सीसीटीवी खंगालने पर पता चला की रात में कोविड वार्ड में प्रवेश कर महिला से छेड़खानी करने वाला युवक अस्पताल का ही एक सफ़ाई कर्मचारी बैजेन्द्र राजवाड़े (23) है जिससे एम्बुलेंस चलवाने का भी काम लिया जाता है। सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद आरोपी युवक के ख़िलाफ़ मणिपुर पुलिस चौकी को सूचित किया गया जिसके बाद खोजबीन करने पर आरोपी युवक अस्पताल परिसर में पकड़ा गया।
पुलिस चौकी मणिपुर प्रभारी ए एस आई प्रमोद यादव ने बताया, 'बैजेन्द्र के खिलाफ पुलिस ने 457, 354, 188, 269, 270 IPC व महामारी अधिनियम 03, आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 51 के तहत मामला दर्ज कर करीब 11 बजे सुबह हिरासत में लिया गया। चूंकि आरोपी संक्रमित महिला के सम्पर्क में था इस वजह से उससे ज़्यादा बारीकी से पूछताछ करना संभव नहीं हो सका। फ़िलहाल उसे और उसके साथी हरिशचंद्र राजवाड़े को पुलिस अभिरक्षा में अंबिकापुर के सलका में क्वारंटीन किया गया है। युवक किस उद्देश्य से कोविड वार्ड में दाख़िल हुआ, उसकी मंशा क्या रही, क्या वह शराब के नशे में था, फिलहाल पुलिस के पास इन सभी सवालों के जवाब नहीं है।
घटना के बाद फरार युवक के वजह से सैकड़ों पर संक्रमण का खतरा
जिस कोविड वार्ड में बग़ैर पीपीई किट और तमाम सुरक्षा व्यवस्था के साथ प्रवेश करने का नियम है वहां पर आरोपी युवक का रात के 2 बजे बिना किसी सुरक्षा उपाय के चले जाने से बेहद खतरनाक स्थिति बन गयी है। अस्पताल के ही एक मजदूर ने हमें इस बात की पुष्टि कर दी कि आरोपी युवक घटनास्थल से भागकर अस्पताल में अपने करीबी हरिश्चंद्र राजवाड़े सफ़ाई कर्मचारी के साथ रात गुज़ारा, जो अस्पताल में सुबह के समय करीब 200 मरीजों को सुबह का नाश्ता बांटने का काम किया। साथ ही चिकित्सकों को चाय भी परोसा है जिसके वजह से सैकड़ो लोगों पर कोरोना संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है। इस बात पर विभाग के ज़िम्मेदार अधिकारी किसी भी सवाल के जवाब से बच रहे हैं।
करोडो रुपये का एक्सक्लूसिव कोविड वार्ड जहाँ कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं
परिजनों के साथ-साथ शहर की भड़की जनता का कहना है कि जिला अस्पताल परिसर में पुराने जीर्ण शीर्ण भवन को रिपेयर कर करोड़ो रुपये स्वास्थ विभाग डकार गया लेकिन वहां सुरक्षा के नाम पर न तो सुरक्षाकर्मी हैं, न ही मनोरंजन का साधन। एक बड़े हॉल में महिला को ऐसे छोड़ दिया गया है जैसे उन्हें कोई सजा काटने वहां रखा गया है। यदि वहां कोई अनहोनी हो गयी होती तो आख़िर उसका ज़िम्मेदार कौन होता, इधर सबसे बड़ी बात कि कोई कोरोना पॉजिटिव इस कोविड वार्ड से यदि भाग गया तो कितनों की जान जोख़िम में आ जाएगी।
कोरोना काल में ऐसी दुःसाहस को जानने - सुनने वाला हर व्यक्ति हैरत में
पूरा विश्व कोरोना की चपेट में है, कोरोना के अलावा दूसरी अन्य खबरें टीवी, समाचार पत्रों में बमुश्किल देखने-सुनने को मिलती हैं। ऐसे भयानक समय में भी ग़लत नियत के साथ सीधे कोविड वार्ड में जाकर संक्रमित महिला से छेड़छाड़ वाली घटना दिल दहला देने वाली है। इस समय देश में कोरोना संक्रमण के ख़तरे से जब कोई भी अनजान नहीं तब भी ऐसा करना दिमाग़ी तौर पर बीमार होने की निशानी है।
आरोपी युवक की पत्नी ने कहा कि उनके 'पति के साथ एक मुस्लिम कर्मचारी से विवाद हुआ था।' घटना के संबंध में जब हम आरोपी युवक के घर का पता कर अंबिकापुर से 6 किलोमीटर दूर ग्राम जगदीशपुर गए तो उसकी पत्नी और पिता से मुलाक़ात की। पत्नी का कहना था, 'हमारे दो बच्चे हैं। पिछले 5 साल में बैजेन्द्र को लेकर कभी ऐसी शिकायत नहीं सुनने को मिली, शराब पीते हैं लेकिन किसी महिला के साथ ऐसी हरकत नहीं कर सकते।' आरोपी युवक पत्नी के मुताबिक़ उनके पति का एक दिन पूर्व अस्पताल के ही किसी मुस्लिम कर्मचारी से विवाद हुआ था ऐसा उसके पति ने बताया था।
बुजुर्ग पिता के मुताबिक बैजेन्द्र के खिलाफ कभी इस तरह की कोई शिकायत सुनने नहीं मिली है। जिला अस्पताल अंबिकापुर में जीवन दीप समिति के तहत पिछले 3 साल से वह संविदा में सफ़ाई कर्मचारी का काम करता है, लेकिन वाहन चालक का लाइसेंस होने के कारण अस्पताल वाले एम्बुलेंस भी चलवाते हैं।