Begin typing your search above and press return to search.
राजनीति

बेमियादी बंद के बीच दार्जिलिंग में फिर भड़की हिंसा, जीटीए दफ्तर और रेलवे स्टेशन पर लगाई आग

Janjwar Team
14 July 2017 3:51 PM GMT
बेमियादी बंद के बीच दार्जिलिंग में फिर भड़की हिंसा, जीटीए दफ्तर और रेलवे स्टेशन पर लगाई आग
x

दार्जिलिंग। दार्जिलिंग हिल्स में पिछले 29 दिन से जारी बेमियादी बंद के बीच गोरखालैंड टेरीटोरियल प्रशासन (जीटीए) के दफ्तर और एक रेलवे स्टेशन समेत जंगल में बने बंगले को 13 जुलाई की सुबह आग में स्वाहा कर दिया गया। साथ ही कई गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया गया।

हिल्स में हिंसा और आगजनी की घटनाओं के बीच दार्जिलिंग, कलिम्पोंग और सोनादा में सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन ने सेना की तीन टुकड़ियां तैनात कर दी हैं।इस घटना के बाद अर्धसैनिक और पुलिस बलों ने सड़कों पर गश्ती और कड़ी निगरानी शुरू कर दी है।

गौरतलब है कि सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने नेपाली भाषा के सुप्रसिद्ध कवि भानु भक्त आचार्य की कविता का पाठ करते हुए रैलियां निकालीं। प्रदर्शनकारियों ने अपने हाथों में पृथक गोरखालैंड राज्य के समर्थन वाली तख्तियां भी ली हुई थीं। इस मौके पर गोरखा जनमुक्ति मोर्चा और हिल्स की अन्य पार्टियों ने भानु भक्त आचार्य की जयंती भी मनाई।

बेमियादी बंद के बीच दार्जिलिंग में लगभग एक महीने से लगातार इंटरनेट सेवाएं बाधित हैं। बंद का असर इतना तगड़ा है कि दवा की दुकानें छोड़ बाकी सारी दुकानें और दफ्तर भी बंद पड़े हुए हैं।

आगजनी की घटना के बाबत कहा जा रहा है कि दार्जिलिंग के मॉल रोड के चौरास्ता स्थित जीटीए के यात्रा एवं पर्यटन कार्यालय को गोरखालैंड समर्थकों ने आग के हवाले किया। साथ ही 12 जुलाई की रात को दार्जिलिंग स्टेशन के पास कुछ अज्ञात लोगों द्वारा कई सरकारी गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया गया।

कहा जा रहा है कि गोरखालैंड समर्थकों ने कर्सियांग के गयाबारी इलाके में एक रेलवे स्टेशन को आग लगा दी। तीस्ता नदी के पास के जंगल में बने एक बंगले को भी आज आग लगा दी गई।

इन घटनाओं के बीच गोरखालैंड आंदोलन समन्वय समिति (जीएमसीसी) के आह्वान पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए एक लेखक और एक गायक ने राज्य सरकार की ओर से उन्हें दिए गए अवॉर्ड वापस कर दिए।

जीएमसीसी 30 सदस्यों वाली एक संस्था है, जिसमें जीजेएम, जीएनएलएफ, जेएपी और भारतीय गोरखा परिसंघ जैसी हिल्स स्थित पार्टियों के प्रतिनिधि शामिल हैं। जीएमसीसी की अध्यक्षता जीजेएम के एक सदस्य कर रहे हैं।

गोर्खालैंड के समर्थन में लेखक और दार्जिलिंग के पूर्व पुलिस महानिरीक्षक कृष्ण सिंह मुक्तन ने भी अपना भानु भक्त अवॉर्ड लौटा दिया। उन्हें यह अवॉर्ड 2004 में मिला था। गायक कर्मा योंजन ने भी अपना संगीत सम्मान अवॉर्ड वापस कर दिया। मुक्तन और योंजन ने अपने अवॉर्ड नेपाली साहित्य सम्मेलन समिति को सौंप दिए। समिति इन अवॉर्डों को जिला प्रशासन के पास भेजेगी।

राष्ट्रीय पनबिजली निगम एनएचपीसी के एक अधिकारी के मुताबिक एनएचपीसी ने दार्जिलिंग हिल्स के रामदी में अपना पनबिजली संयंत्र उस वक्त बंद कर दिया, जब 600 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने संयंत्र स्थल के बाहर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया था।

कंपनी के एक अधिकारी के हवाले से खबर आई कि उन्होंने 132 मेगावॉट वाली तीस्ता लो डैम III प्लान का संचालन एहतियात के तौर पर उस वक्त बंद कर दिया, जब 600 से ज्यादा लोगों की भीड़ मौके पर पहुंच गई और प्रदर्शन शुरू कर दिया।

पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने हिल्स में हो रही हिंसक गतिविधियों को आड़े हाथों लिया और कहा कि हिंसा कर रहे लोगों को बातचीत करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से किए जा रहे सभी विकास कार्य हिल्स में अटके पड़े हैं और आंदोलन करके जीजेएम अपने ही लोगों को नुकसान पहुंचा रही है।

राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव ने आरोप लगाया कि जीजेएम के कार्यकर्ताओं ने उस वक्त उन पर पत्थर फेंके जब वह नेपाली कवि भानु भक्त की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम शामिल होने के लिए पानीघाटा गए थे। मंत्री ने आरोप लगाया कि जीजेएम कार्यकर्ताओं ने वहां पुलिस की एक गाड़ी को भी नुकसान पहुंचाया। गौतम देव ने कहा कि यह कोई आंदोलन नहीं बल्कि तोड़फोड़ और गुंडागर्दी है और केंद्र उनका समर्थन कर रहा है।

जीजेएम के महासचिव रोशन गिरि ने देव के आरोप खारिज करते हुए कहा कि इसमें उनकी पार्टी का कोई हाथ नहीं है। उन्होंने कहा कि हम लोकतांत्रिक से आंदोलन कर रहे हैं। हमारी समस्या का एकमात्र समाधान गोरखालैंड है और केंद्र को इस पर वार्ता करनी चाहिए।

दार्जिलिंग नगरपालिका के वार्ड नंबर 31 के पार्षद और तृणमूल कांग्रेस के सदस्य चुंग चुंग भूटिया ने जीजेएम नेतृत्व से मुलाकात कर जीजेएम में शामिल हो गोरखालैंड के लिए लड़ने की इच्छा जताई।

भूटिया ने कहा, मैं जीजेएम में शामिल होना चाहता हूं और गोरखालैंड के लिए लड़ना चाहता हूं। एक-दो दिन में मैं जीजेएम में शामिल हो जाऊंगा।

Janjwar Team

Janjwar Team

    Next Story

    विविध