एक ही गोत्र में शादी करने पर मां-बाप ने बेटी का गला घोंटा, घर से 80 किलोमीटर दूर फेंका शव
उसी गोत्र में शादी करने पर मां-बाप ने 25 वर्षीय बेटी का गला घोंटकर की हत्या, शव को कार में ले जाकर 80 किलोमीटर दूर सिकंदराबाद के पास गांव की नहर में फेंका..
जनज्वार। पूर्वी दिल्ली के एक दंपत्ति ने एक ही गोत्र में शादी करने पर कथित तौर पर गला घोंटकर अपनी बेटी शीतल चौधरी की हत्या कर दी। इसके बाद कार की पिछली सीट में अपनी 25 वर्षीय बेटी के शव को रखकर 80 किलोमीटर का सफर किया और सिकंदराबाद के नजदीक एक गांव के पास पहुंचे। फिर शव को नहर में फेंक दिया। यह घटना 30 जनवरी की है।
डीसीपी (पूर्व) जसमीत सिंह ने कहा कि शुक्रवार को शीतल चौधरी के माता-पिता रविंदर और सुमन, दो पैतृक चाचा संजय और ओम प्रकाश और दो चचेरे भाई अंकित और परवेश को दिल्ली पुलिस ने कथित तौर पर अपहरण और हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान परिवार ने कहा कि यह उनके लिए यह अस्वीकार्य था कि महिला ने उसी गोत्र के व्यक्ति के साथ शादी की थी। यह मामला पहली बार 17 फरवरी को सामने आया था जब शीतल चौधरी के पति अंकित भाटी की शिकायत के आधार पर न्यू अशोक नगर पुलिस स्टेशन में अपहरण का मामला दर्ज किया गया था।
संबंधित खबर : ऑनर किलिंग - रिश्तेदार से शादी से किया इंकार तो पिता ने भाई और बेटे के साथ मिलकर बेटी की कर दी हत्या
पुलिस अधिकारी ने कहा, 'दोनों ने गुपचुप तरीके से अक्टूबर में शादी की थी लेकिन अपने-अपने परिवार के साथ रह रहे थे। 30 जनवरी को शीतल चौधरी ने अपने माता-पिता और परिवार के बाकी लोगों को शादी के बारे में बताया और उन्होंने कथित तौर पर उसका गला घोंट दिया।'
पुलिस अधिकारी ने कहा, 'उसके (शीतल चौधरी) माता-पिता उसके शव के साथ एक वैगन-आर में थे जिसे पीछे की सीट पर सीधा करके रखा गया था और बाकी रिश्तेदारों के साथ दूसरी कार में थे।
संबंधित खबर : प्रेम विवाह करने वाले दलित युवक की सुपारी देकर लड़की के पिता ने कराई हत्या
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि शिकायत में भाटी ने लिखा है कि उसने 30 जनवरी से अपनी पत्नी से नहीं सुना था। “भाटी ने उसे फोन करने की कोशिश की, उसके घर, रिश्तेदारों और दोस्तों से मुलाकात की, लेकिन व्यर्थ। उनके रिश्तेदारों ने भी उनके परिवार तक पहुंचने की कोशिश की।
यूपी पुलिस ने 30 जनवरी को नहर में उसका शव पाया था। उस समय वे उसकी पहचान नहीं कर पाए थे इसलिए 2 फरवरी को पोस्टमार्टम करने के बाद उसका अंतिम संस्कार कर दिया था। एक अधिकारी ने कहा, 'उन्होंने उसके कपड़े और अन्य सामान अलग रख दिए हैं।'
संबंधित खबर : ऑनर किलिंग - पिता और चाचाओं ने पहले प्रीती को उतारा मौत के घाट, फिर दर्ज कराई गुमशुदगी की रिपोर्ट
अलीगढ़ में चौधरी के कपड़े और अन्य चीजों से पुलिस ने पहचान की कि यह उसके ही हैं और छह आरोपियों की कॉल डिटेल्स और टेक्नीकल सर्विलांस की निगरानी ने भी अपराध के दिन इलाके में उनकी मौजूदगी दर्ज कराई।
अलीगढ़ पुलिस के अनुसार, शव को कथित रूप से सिकंदराबाद में नहर में फेंक दिया गया था और पानी के प्रवाह के कारण अलीगढ़ तक पहुंच गया। जलस्तर कम होने के कारण अलीगढ़ के ग्रामीणों ने शव को देखा और पुलिस को सूचना दी।