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आंदोलन

योगी सरकार ने गेहूं क्रय केंद्र खोलने में बरती ढील तो आधा दर्जन से ज्यादा गांवों के किसान नहीं करेंगे मतदान

Prema Negi
8 May 2019 5:33 AM GMT
योगी सरकार ने गेहूं क्रय केंद्र खोलने में बरती ढील तो आधा दर्जन से ज्यादा गांवों के किसान नहीं करेंगे मतदान
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किसानों ने धमकी दी है कि अगर योगी सरकार द्वारा सहकारी समिति क्रय केंद्र को चालू नहीं किया गया तो आधा दर्जन से ज्यादा गांवों के लोग मतदान नहीं करेंगे...

देवरिया से अरविंद गिरि की रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री के जनपद देवरिया के पिण्डी साहकारी समिति पर गेहूं क्रय केंद्र आज तक चालू नहीं किया गया है, जिसके कारण गेहूं खरीद की मांग को लेकर किसान आक्रोशित हैं। किसानों ने धमकी दी है कि अगर योगी सरकार द्वारा सहकारी समिति क्रय केंद्र को चालू नहीं किया गया तो आधा दर्जन से ज्यादा गांवों के लोग मतदान नहीं करेंगे।

पिण्डी सहकारी समिति के अन्तर्गत आने वाले गांव पिण्डी, कौसड़, सरैया, महाल, मंझरिया, जमसड़ा, मझवलिया, धमौली, तिवारीपुर के किसानों ने सलेमपुर लोकसभा चुनाव में चुनाव का वहिष्कार करने का निर्णय एक स्वर से ले लिया है। किसानों ने जिलाधिकारी और जिला विपणन अधिकारी से मांग की है कि पिण्डी सहकारी समिति पर गेहूं क्रय केंद्र यथाशीघ्र चालू किया जाये।

गेहूं की खरीद न होने से नाराज किसानों ने रविवार 6 मई को पिंडी के कोआपरेटिव गोदाम पर बैठक कर आक्रोश व्यक्त किया और कहा कि उन्होंने विरोध में मतदान का बहिष्कार करने का निर्णय लिया।

बैठक को संबोधित करते हुए ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि उमेश यादव ने कहा कि गेहूं क्रय केंद्र अब तक नहीं खुलने से किसानों का गेहूं बिकने से बहुत दिक्कत है।

किसान नेता उदयशंकर पति त्रिपाठी ने कहा, सरकार कहती है कि हम किसानों के गेहूं का दुगुना दाम देंगे, यहां तो उचित दाम पर भी गेहूं नहीं खरीदा जा रहा है।

बैठक को संबोधित करते हुए किसान मोर्चा के नेता सत्येंद्र सिंह ने कहा, गेहूं न बिकने से किसानो को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। किसान मोर्चा के संयोजक प्रसेनजित सिंह के मुताबिक राज्य की योगी सरकार के नौकरशाहों ने अब तक इस सहकारी समिति की सुधि नहीं ली है, जिससे किसानो में व्यापक आक्रोश है।

बैठक की अध्यक्षता ग्राम प्रधान ओमप्रकाश यादव ने की। इस दौरान जितेंद्र सिंह, सत्य प्रकाश शर्मा, अरविंद सिंह, विपुल सिंह, वृंजानन्द सिंह, रमेश कुमार सिंह, त्रिपुरेश पति त्रिपाठी, उमाशंकर पटेल, बीरबल यादव समेत दर्जनों लोग मौजूद थे। बैठक के आयोजक प्रसन्नजीत सिंह ने कार्यक्रम के अंत में सभी किसानों का आभार व्यक्त किया।

देवरिया जिले में 135 क्रय केंद्र खुले हैं,यगर गेहूं खरीदारी में की जा रही देरी

इस वर्ष एक अप्रैल से गेहूं की खरीदारी के लिए देवरिया जिले में विभिन्न एजेंसियों के कुल 135 क्रय केंद्र जल्दबाजी में खोले गए हैं। सभी क्रय केंद्रों पर गेहूं की खरीदारी की तैयारी आनन फानन में पूरी कर ली गई है। इन केंद्रों के माध्यम से कुल 83 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीदारी का लक्ष्य रखा गया है। सर्वाधिक 74 क्रय केंद्र पीसीएफ के हैं। फसल में नमी के कारण मड़ाई में अभी विलंब है, जिसके कारण गेहूं आवक नहीं है।

क्रय केंद्र खोले जाने के पहले दिन किसानों से कोई खरीदारी नहीं हुई थी। शासन ने 1840 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं का समर्थन मूल्य निर्धारित किया है। छनाई और उतराई के लिए 20 रुपये प्रति क्विंटल है। प्रत्येक केंद्र को 10 लाख रुपये के हिसाब से कुल 13.50 करोड़ रुपये तथा प्रति गांठ 500 बोरे के हिसाब से 55 गांठ बोरे उपलब्ध हैं। एक अप्रैल से 15 जून तक यहां खरीदारी होगी।

देवरिया के जिला खाद्य विपणन अधिकारी जितेंद्र यादव कहते हैं, जिले में खोले गए कुल 135 गेहूं क्रय केंद्रों में से खाद्य विभाग के 14, पंजीकृत सहकारी समिति के 14, पीसीएफ के 74, यूपी एग्रो के 06, नेफेड के 03, कर्मचारी कल्याण निगम के 02, पीसीयू के 21 और भारतीय खाद्य निगम का 01 क्रय केंद्र स्थापित किए गये हैं। इनके माध्यम से 83 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीदारी का लक्ष्य रखा गया है। मैंने देवरिया के समस्त क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया है। वहां पर तैयारी पूरी कर ली गई है। पैसे और बोरे पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।

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