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राजनीति

भाजपा के केंद्रीय मंत्री इंटरव्यू के बाद शराब और हमबिस्तर होने का बनाते थे दबाव

Prema Negi
9 Oct 2018 11:05 AM IST
भाजपा के केंद्रीय मंत्री इंटरव्यू के बाद शराब और हमबिस्तर होने का बनाते थे दबाव
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ये उन दिनों की बात है जब भाजपा के केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर संपादक हुआ करते थे और इंटरव्यू के बाद भोग—विलास थी उनकी प्राथमिकता...

जनज्वार। देशभर में चले #MeToo कैंपेन ने कई दिग्गज हस्तियों, अभिनेताओं, नेताओं मंत्रियों—पत्रकारों को अपने लपेटे में ले लिया है। इसी कैंपेन में एक ख्यात महिला पत्रकार प्रिया रमानी ने पूर्व संपादक और मोदी सरकार के केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर पर कई महिला पत्रकारों के हवाले से आरोप लगाया है कि कि वे होटल के कमरे में महिला पत्रकारों का इंटरव्यू लेते हुए उन्हें बिस्तर और शराब ऑफर करते थे। साथ ही प्रिया ने यह भी कहा है ​कि एमजे अकबर के शोषण की शिकार वह मुंबई के एक होटल में हुईं।

एक महिला पत्रकार ने हार्वे विन्सिटन्स ऑफ द वर्ल्ड नाम से लिखे पोस्ट में कहा था कि 'वह गंदे फोन कॉल, टेक्स्ट और असहज करने वाले कॉम्प्लिेंट्स में माहिर हैं। आप जानते हैं कि कैसे चुटकी काटी जाए। थपथपाया जाए, जकड़ा जाए और हमला किया जाए। आपके खिलाफ बोलने की अब भी भारी कीमत चुकानी पड़ती है। ज्यादातर युवा महिलाएं यह कीमत अदा नहीं कर सकतीं।' हालांकि जब यह पोस्ट लिखी गई थी तब एमजे अकबल का नाम सार्वजनिक नहीं किया गया था मगर अब #MeToo कैंपेन के बाद इसे सरेआम कर दिया गया है।

प्रिया रमानी ने अपने ट्वीट में लिखा है, 'एमजे अकबर ने होटल रूम में इंटरव्यू के दौरान कई महिला पत्रकारों के साथ आपत्तिजनक हरकतें—छेड़खानी की है। मैं खुद भी उनकी अश्लील हरकतों की शिकार हुई हूं।' प्रिया रमानी के अलावा एक अन्य महिला पत्रकार ने कहा कि जब वह सीनियर जर्नलिस्ट थी तो एमजे अकबर होटल रूम में इंटरव्यू लेते और शराब—बिस्तर आॅफर करते।

#Metoo कैंपेन का व्यापक असर होता दिख रहा है। हिंदुस्तान टाइम्स के ब्यूरो चीफ और पॉलिटिकल एडिटर प्रशांत झा पर एक महिला पत्रकार ने शोषण का आरोप लगाया था, जिसके दबाव में उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।

अपना इस्तीफा हिंदुस्तान टाइम्स के संपादक को सौंपते हुए प्रशांत झा ने लिखा है, 'मेरे खिलाफ कई आरोप लगाए गए हैं। मेरे निजी आचरण के खिलाफ कई नैतिक सवाल उठाए गए हैं जिसके चलते मुझे लगता है कि मेरे लिए पद से इस्तीफा दे देना ही ठीक होगा।'

प्रशांत झा ही नहीं कई अन्य पत्रकारों पर भी साथी महिला पत्रकारों ने यौन शोषण के आरोप लगाए हैंस। बेंगलुरु के मिरर नाउ अखबार की पूर्व पत्रकार संध्या मेनन ने टाइम्स ऑफ इंडिया के रेजिडेंट एडिटर केआर श्रीनिवास पर साल 2008 में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। संध्या ने एचआर से इसकी शिकायत भी थी, लेकिन कोई राहत नहीं मिली तो उन्होंने नौकरी छोड़ दी थी।

#Metoo कैंपेन के तहत एक महिला ने मशहूर लेखक चेतन भगत के साथ बातचीत का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया, जिसके बाद लेखक चेतन भगत ने संबंधित महिला से सोशल मीडिया पर ही सार्वजनिक माफी मांगी। चेतन भगत के अलावा कॉमेडियन उत्सव चक्रबर्ती, एक्टर रजत कपूर भी यौन शोषण मसले पर माफी मांग चुके हैं। यौन शोषण मसले पर #Metoo कैंपेन की जद में आए एआईबी के दो फाउंडर्स मेंबर्स ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले अभिनेत्री तनुश्री दत्ता ने मशहूर अभिनेता नाना पाटेकर पर यौन शोषण का आरोप लगाते हुए कहा था कि 2008 में 'हॉर्न ओके प्लीज' फिल्म के सेट पर नाना पाटेकर ने उनके साथ अश्लील हरकत की थी। यह मामला अभी मीडिया की सुखिर्यों में है। नाना के अलावा ख्यात चरित्र अभिनेता यानी संस्कारी बाबू आलोक नाथ भी #Metoo कैंपेन के लपेटे में आ गए हैं, उन पर भी यौन शोषण का आरोप लगाया गया है। 1993 में जी टीवी पर आने वाले लोकप्रिय सीरियल 'तारा' की लेखिका विनता नंदा ने कहा है कि आलोक नाथ ने उनका बलात्कार किया था।

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